16-09-2022, 02:09 PM
पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे
VOLUME II
विवाह
CHAPTER-1
PART 24
मौसियो की पोतियो के पहले कामुक अनुभव
नीता की कहानी सुन तब रीता ने कहा, "नीता तुम अच्छी तरह जानती हो, हम न केवल कजिन बहने हैं और सबसे अच्छी दोस्त हैं क्या गज़ब इतेफाव है कि उसी दिन, उसी क्षण में, वही घटना थोड़े से भिन्न प्रकार से मेरे साथ भी हुई थी।"
![[Image: train00.jpg]](https://i.ibb.co/cYjyxp6/train00.jpg)
"प्लीज रीता मुझे पूरी बात पूरे विस्तार से बताओ," नीता ने उत्तेजित होते हुए कहा। रीता फिर अपने आपबीती बताती चली गई, " मुझे उन्मादी भीड़ ने धक्का देकर मध्य दरवाजे से थोड़ी दूरी पर धकेल दिया और मैंने उस भीड़ के साथ ही उस ट्रैन के डब्बे के अंतिम गेट में प्रवेश किया। मैं दो बूढ़े आदमीयो के बीच फंसी हुई थी और ट्रैन चलने पर असंतुलित होकर गिर रही थी।
![[Image: train0.jpg]](https://i.ibb.co/C59PpSY/train0.jpg)
मैंने अपना संतुलन बनाये रखने की कोशिश की ताकि मैं किसी और को न छू सकूं, जगह बदलने की भी कोशिस की ताकि मैं ठीक से खड़ी हो सकू। लेकिन, भीड़ इतनी ज़्यादा थी के हिलना भी संभव नहीं था । मेरे आस पास पकड़ने के लिए कुछ नहीं था इसलिए मैंने सहारे और संतुलन बनाये रखने के लिए अपना दाहिना हाथ छत पर रख दिया। कुछ सेकंड के लिए, मैंने अपने कूल्हे के दोनों तरफ़ दो हाथ महसूस किए, जो मेरे कूल्हों के ऊपर और नीचे हो रहे थे और कूल्हों को पकड़ने का प्रयास कर रहे थे। मुझे यक़ीन ही नहीं हुआ की कि अभी मेरे साथ ये क्या हुआ और मैं बेचैन हो उठी और मैंने इन हाथों को दूर करने की कोशिश की। मैंने अपने आप को ट्रेन में इस प्रकार छूने से बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन ट्रैन के उस डिब्बे में मेरे लिए हाथ हिलाने या सांस लेने के लिए भी जगह नहीं थी। मेरे पीछे एक बूढ़ा आदमी था जो जोर-जोर से सांस ले रहा था और मेरा ये विश्वास है की ये उसी के हाथ थे, पहली बार मुझे लगा उसके हाथ भीड़ के कारण दुर्घटना से मुझे छू गए थे।
![[Image: train-c1.jpg]](https://i.ibb.co/qgshFsg/train-c1.jpg)
अगला स्टेशन आया और भीड़ के कारण। आपको बाहर जाने के लिए हिलने-डुलने की ज़रूरत नहीं है, बस लोगों की एक लहर आती है जो आपको अंदर या बाहर ले जाती है आपको बस किसी भी तरह से खड़े रहना है अन्यथा आपको भीड़ आपको डिब्बे से बाहर निकाल देगी। दरवाज़ा खुला तो लोग इधर-उधर भागने लगे।
मुझे थोड़ी से जगह नज़र आयी और मैं वहाँ चली गयी तो अब वह बूढ़ा आदमी जो मेरे पीछे था अब मेरे सामने आ खड़ा हुआ। अचानक मेरे बायीं ओर से आए एक हाथ ने मेरे बाएँ स्तन को पकड़ लिया और उसे प्यार से सहलाने लगा। मैंने अपने पीछे देखने की कोशिश की, और देखा कि एक बूढ़ा आदमी जिसने गहरा सूट पहना हुआ था और मेरी ऊंचाई से थोड़ा-सा ऊँचा मेरी पीठ और नितम्बो के साथ चिपका हुआ था। ये वह ही आदमी था जो पहले मेरे सामने खड़ा हुआ था अब मेरे वह मेरे पीछे चिपक गया था
![[Image: train01.jpg]](https://i.ibb.co/DfcZhvv/train01.jpg)
यह सब इतना अप्रत्याशित था कि मैं तुरंत प्रतिक्रिया नहीं कर सकी और स्तब्ध रह गयी। अत्यधिक भीड़ के कारण आसपास के इलाके में अंधेरा-सा हो गया था। तुम्हें याद हो होगा, आज सुबह मैंने लो-नेक और छोटी टी-शर्ट पहनी हुई थी जिसमे से मेरा पेट भी दिखाई दे रहा था? और इन उपयुक्त परिस्थितियों का लाभ उठाकर मेरे पीछे खड़े वृद्ध ने मेरी स्तनों के बीच की दरार पर हाथ रख दिया। योंकि मेरी टी-शर्ट लचीली कपड़े की सामग्री से बनी थी तो उसका हाथ बड़ी आसानी से मेरी टी शर्ट के अंदर फिसल गया और उसके हाथ ने मेरी ब्रा के कप्स को सहलाया और बिना समय बर्बाद किए उसने ब्रा कप्स को ऊपर उठा दिया, परिणामस्वरूप मेरे दोनों स्तन ब्रा के प्यालों से मुक्त हो गए। वह मेरे अब तक अनछुए दोनों स्तनों को सहलाने लगा।
ये मेरा पहला अनुभव था जब किसी पुरुष ने मेरे जीवन में पहली बार मेरे स्तनों को छुआ था और ये अनुभब मुझे अप्रत्याशित रूप से सार्वजनिक तौर पर कल मेट्रो ट्रैन के उस भीड़ वाले डिब्बे में हुआ। मुझे अजीब-सी सनसनी महसूस हो रही थी और मेरे निप्पल सख्त और खड़े हो गए थे। भगवान जाने मेरे साथ क्या हुआ, बस मुझे लकवा मार गया और मैं उसकी इस हरकत से सम्मोहित हो गयी और जैसे मेरे निप्पलों ने प्रतिक्रिया दी उससे मुझे ऐसा लगा जैसे मैं उसकी इस ग़लत हरकत का विरोध करने के बजाय उसे प्रोत्साहित कर रही थी। मेरे निपल्स की कठोरता के कारण बूढ़े ने भी कुछ ऐसा ही महसूस किया होगा और ये सोचा होगा कि मैं इसका आनंद ले रही हूँ। उसने मेरी टी-शर्ट को ऊपर सरकाया और मेरे दोनों स्तनों को नीचे की तरफ़ बाहर निकाला। तभी एक और स्टेशन आया और बूढ़े में मौका देख मुझे अपनी तरफ़ सीधा किया और वह मेरे ऊपर झुक गया। अचानक मुझे उसकी गर्म और गीली जीभ अपने एक निप्पल पर महसूस हुई। उसी समय जो बूढ़ा मेरे पीछे था उसका एक हाथ मेरे नितम्ब सहलाने के बाद दबाने लगा और उसका दूसरा हाथ मेरे उस दुसरे स्तन को दबने लगा जिसे मेरे सामने खड़े बूढ़े ने चूसने के बाद छोड़ा था
मुझे अब समझ आया दरअसल मैं जिन दो बूढ़ो के बीच फसी हुई थी वह दोनों ही मिल कर मेरी इस हालत का भरपूर फायदा उठा रहे थे ... मेरे सामने वाले बूढ़े का एक हाथ मेरे नंगे हो चुके पेट और कमर पर चलने लगा और फिर उसका हाथ मेरी नाभि के नीचे रेंगता हुआ और मेरी इलास्टिक दार पेण्ट और फिर पैंटी के लोचदार इलास्टिक के अंदर चला गया जिस समय सामने वाला बूढ़ा मेरी पैंटी के अंदर हाथ घुसा रहा था ठीकउसी समय जो बूढ़ा मेरे पीछे था उसने मेरी पैंट और पेंटी नीचे कर दी और सामने वाले का हाथ मेरी पैंटी के अंदर रेंगता रहा, उसकी उँगलियों ने मेरे झांट के बालों को अलग किया और अंततः मेरी बाहरी लेबिया को छूने लगा और अंत में, उसकी दो उँगलियाँ मेरी योनि के अंदर चली गईं। उसकी उंगलिया मेरी-मेरी चूत के भीतरी होंठ के ऊपर भगशेफ को रगड़ने लगी।
![[Image: train2.jpg]](https://i.ibb.co/C5qcLfk/train2.jpg)
नीता, तुम्हे विश्वास नहीं होगा मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे शरीर में 1000 वोल्ट बिजली चल रही थी क्योंकि उसकी जीभ लगातार मेरे दोनों निपल्स को वैकल्पिक रूप से बारी-बारी चूस रही थी और उसके एक हाथ की उंगलियाँ मेरी चूत से मेरे भगशेफ को रगड़ते हुए अंदर और बाहर आ रही थीं और उसका दूसरा हाथ मेरी कमर को पकडे हुआ था वही जो बूढ़ा मेरे पीछे था वह मेरे नितम्बो को सहला और दबा रहा था। फिर मैंने अपने नितम्बो पर कुछ महसूस किया जो मुझे लगातार मेरे नितम्बो में चुभ रहा था।
मैंने थोड़ा मुड़ कर नीचे को देखा की उस आदमी के हाथ में कुछ 6 इंच लम्बा सख्त मांसल चीज थी जिसे मैं अँधेरे के कारण देख तो नहीं पायी-पायी पर उसने उसे मेरे नितम्बो पर रगड़ा।
यह मेरे जीवन का पहला सेक्स का अनुभव था और अचानक हुए इस दो तरफा एक साथ हुए हमले से मेरी चूत के अंदर का बाँध फट गया और मैं कांपने लगी, फिर मेरा बदन अकड़ा और-और मेरा तरल बाहर निकलने लगा जो मुझे लगता है कि उसे मेरे सामने खड़े हुए बूढ़े ने अपनी हथेली में जमा कर लिया और अपना हाथ निकाल लिया ... जैसे ही उसने निकला मेरे पीछे वाले ने मेरी चूत को छेड़ना शुरू कर दिया तो मैंने-मैंने उत्तेजना में भर कर अपने बाएँ हाथ से उसका हाथ ज़ोर से पकड़ कर अंदर को दबा दिया ताकि उसकी उंगलियाँ मेरी चूत के अंदर और गहराई तक जा सकें और अपने दूसरे हाथ में मैंने अपने सामने खड़े बूढ़े के चेहरे को अपने निप्पल की ओर इतनी ज़ोर से दबाया कि उस ठरकी बूढ़े के पास मेरे निप्पल को काटने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा था।
![[Image: train3.jpg]](https://i.ibb.co/PGKYBnY/train3.jpg)
मेरे पीछे वाला मेरी चूत में ऊगली करता रहा और मेरे सामने वाला मेरे स्तन चूस रहा था और पीछे वाला अपने दुसरे हाथ से मेरे नितम्ब मसलने लगा ...
मेरे दाहिने निप्पल पर अभी भी काटने का छोटा-सा निशान है। ट्रेन अगले स्टेशन के पास पहुँच रही थी इसलिए हम दोनों एक दूसरे से दूर हट गए और मैंने देखा कि उसकी उंगलियों से मेरा तरल पदार्थ बह रहा था जिसे वह मेरे सामने ही चाटने लगा पर इस दूर हटने में मैं अपने पीछे वाले से चिपक गयी और फिर एक भीड़ का रेला आया और उसका लंड मेरे नियतं के गालो के ऊपर होते हुए दरार में घुसा और मेरी योनि से टकराने लगा।
मैं उस धक्के में सामने वाली बूढ़े के पास पहुँच गयी । उसने मेरी कमर को दाए हाथ में कस कर पकड़ लिया और मेरे स्तनों को अपने बाए हाथ में दबाने लगा और साथ ही साथ मेरी पैंटी के ऊपर से अंदर गुसा कर अपने लिंग को मेरे नितम्बो की दरार में अंदर और बाहर धकेल रहा था। जब ट्रेन फिर से चलने लगी तो मुझे धीरे-धीरे अहसास होने लगा की मेरे पेट पर और फिर मेरी नाभि के ऊपर कुछ ज़ोर से चुभ रहा था। इसे भी मैं अंधेरे के कारण स्पष्ट रूप से नहीं देख सकी, बस एक लंबे शारीरिक अंग की रूपरेखा नज़र आयी। मैंने इसे छुआ तो पता चला यह एक सख्त और लंबी मांसल वस्तु थी। मैंने हाथ ने इसे पकड़ लिया और हाथ को वस्तु की चौड़ाई और लंबाई को मापने के लिए ऊपर की ओर बढ़ा दिया। मेरा अंदाजा है जो चीज मेरे आगे टकरा रही थी उसकी लंबाई लगभग 6 इंच होगी और वह बहुत गर्म थी।
![[Image: train4.jpg]](https://i.ibb.co/qMw8JjT/train4.jpg)
अब मैंने अपने पीछे वाले का भी औजार पकड़ लिया और पाया की दोनों का औजार लगभग एक जैसा था पैर पीछे वाले का औजार सामने वाले के औजार से थोड़ा-सा मोटा और करीब 7 इंच लम्बा था मैंने और अधिक तलाशने की कोशिश की और मेरे हाथो को उन दोनों के तथाकथित लिंग के आसपास के मोटे जघन बाल महसूस हुए।
फिर नीचे की ओर और खोजबीन करने पर मैंने दोनों के लिंग के नीचे दो लटकी हुई गेंदों को महसूस किया और उन्हें सहलाया और ने उसके लिंग पर अपना पूरा हाथ घुमाकर त्वचा को ऊपर और नीचे खींचना शुरू कर दिया। मेरे ऐसा करते ही मेरे पीछे वाले आदमी ने आह भरी और उसके लंड ने तरल पदार्थ छोड़ना शुरू कर दिया । मेरी हथेली उसके चिपचिपे तरल पदार्थों से भरी हुई थी और उसका चिपचिपा तरल पदार्थ मेरी ड्रेस के ऊपर भी गिर कर चिपक गया ।
उसका तरल पदार्थ निकलने के बाद कुछ देर तो वह व्यक्ति मेरे साथ चिपका रहा और फिर वह थोड़ा पीछे हुआ और अगला सततयों आते ही गायब हो गया ...
आह की कराह के साथ सामने वाले बूढ़े ने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और मेरे मुंह की ओर अपने चेहरे के पास खींच लिया, तथा जल्दी-जल्दी मेरे पूरे चेहरे पर चुंबन करने के बाद, मेरे नरम होंठो को काटना शुरू कर दिया और मेरे मुंह के अंदर अपने गंदी और खुरदरी जीभ डाल मेरी जीभ की जांच की। तो मैंने उसकी गेंदों को कस कर दबा दिया तो उसने मेरे होंटो को अपने दांतो में दबा लिया ।
![[Image: back-boob.gif]](https://i.ibb.co/1nKS7Hq/back-boob.gif)
नीता, मेरे होठों पर कट के ये निशान देखो, उस बदमाश बूढ़े ने मेरे कुँवारे होंठों को काट दिया और मैं दर्द से बिलबिला उठी और उसने मेरी जीभ चूसना शुरू कर दिया और तुम देखो उस समय मेरे पास उसकी जीभ चूसने के अलावा कोई विकल्प नहीं था क्योंकि यह मेरे शरीर से उत्पन्न होने वाली एक और नई सनसनी थी। मैंने अभी भी उसके लिंग को पकड़ा हुआ था और उसे पकड़ते समय मैंने पाया कि उसके लिंग के अग्रभाग को ढकने वाली त्वचा को बाहर और नीचे की ओर खींचा जा सकता है। बूढ़ा अपने लिंग की त्वचा को ऊपर और नीचे खींचने के लिए मेरे कान में फुसफुसाया। मैं उस समय ख़ुद को एक नए खिलौने के साथ खेलती हुई एक छोटी लड़की की तरह महसूस कर रही थी।
मैंने उसके लिंग पर अपना पूरा हाथ घुमाकर त्वचा को ऊपर और नीचे खींचना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद, उसका लिंग मेरी हथेली में धड़कने लगा और उसके लिंग से भारी मात्रा में गर्म तरल बाहर निकल गया और मेरी हथेली में भर गया और साथ ही मेरी टी-शर्ट पर भी छिड़क गया। बूढ़े आदमी ने मुझे चूमा और उसने जल्दी से पैंट के अंदर अपने लिंग वापस ले लिया और अगले स्टेशन में वह भीड़ के साथ गायब हो गया। मेरी हथेली उसके तरल पदार्थों से भरी हुई थी इसलिए अपनी हथेली को साफ़ करने के लिए, मैंने अपनी हथेली को अपनी पेण्ट पर रगड़ा। तभी मेरे मन में एक विचित्र विचार आया, उस बूढ़े के उस वीर्य का स्वाद कैसा होगा क्योंकि उसने मेरे सामने ही मेरे रस का स्वाद चखा था, तो मैंने सोचा उसका स्वाद लेने में क्या हर्ज है। मैंने अपनी उंगली को अपने मुंह के अंदर उसके सह के साथ भिगो दिया, यह थोड़ा अजीब था मगर इतना बुरा स्वाद भी नहीं था। "
![[Image: train5.jpg]](https://i.ibb.co/WcyCb84/train5.jpg)
"ओह ... भगवान! अब, मैं सब कुछ समझ गयी। आज, ट्रेन से नीचे उतरने के बाद और घर लौटते समय, मैंने आपकी टी-शर्ट और जींस के सामने और पीछे बहुत सारे पानी के धब्बे और आपके निचले होंठ पर एक लाल कटमार्क देखा था। जब मैंने आपसे इस बारे में पूछा तो आपने उत्तर दिया था कि जब आप एक सेब काट रही थी तब आपने अपने होठों को काट लिया था। इसके अलावा, आपने यह भी स्पष्ट किया था कि यात्रियों द्वारा ले जा रहे किसी जार / कंटेनर से आपकी ड्रेस पर कुछ तरल पदार्थ के छींटे पड़ गए होंगे। इसका मतलब है कि आप उस समय मुझसे झूठ बोली थी" नीता ने कहा।
क्षमाप्रार्थी स्वर में, रीता ने कहा, "मेरी प्रिय नीता, वास्तव में मुझे आपसे झूठ बोलने और उस समय ही सब कुछ नहीं बताने के लिए बहुत खेद है क्योंकि मैं बहुत घबराई और डरी हुई थी। और फिर सब यहाँ विवाह में आने के लिए हमारा इंतज़ार कर रहे थे और फिर तुमने भी उस समय भीड़ में तुम्हारे साथ ट्रैन में क्या हुआ था मुझे तुरंत नहीं बताया था। मैं तुम्हें एकांत में अपना स्तन दिखाऊंगी कि कैसे उस बूढ़े ने मेरे निप्पल के पास काटने के निशान बन दिए हैं।"
"भगवान का शुक्र है, मेरे मोलेस्टर ने मेरे शरीर में कोई निशान नहीं बनाया," नीता ने हंसते हुए कहा "और रीता आप को तो एक साथ दो-दो पुरुषो के साथ सेक्स करने का दुर्लभ अवसर मिला हैl"
इस पर दोनों लड़कियाँ हँस पड़ीं।
"नीता, वैसे, मैंने कल उस बड़ी चीज़ को अँधेरे में सिर्फ़ उसके रूप को महसूस किया है, मैंने उसे अँधेरे के कारण देख नहीं पायी। पुरुष व्यक्ति का लिंग वास्तव में कैसा दीखता है? मेरा मतलब है, एक व्यस्क पुरुष कजा लंड और बाक़ी अंग?" रीता से पूछा।
नीताने अपनी सहेली की और देखा
"रीता, क्या तुमने कभी किसी पुरुष को नग्न नहीं देखा है?" नीता से पूछा।
![[Image: boobpress.gif]](https://i.ibb.co/4JHghZp/boobpress.gif)
रीता ने बस ज़मीन की तरफ़ देखा क्योंकि वह थोड़ी शर्मिंदगी महसूस कर रही थी। नीता ने तुरंत इस सच्चाई को भांप लिया की उसकी सहेली रीता ने कभी किसी पुरुष को बिना कपड़ों के नहीं देखा था!
" शांत रहो, रीता। मैंने भी किसी पुरुष को नग्न नहीं देखा है। उन्हें बिना कपड़े पहने देखना ख़ुद को देखने से बहुत अलग है।
मुझे अपने बचपन की एक घटना याद है जब मैं 3 या 4 साल का थी। मेरे पिताजी स्नान कर रहे थे और मैं अचानक बाथरूम में घुस गयी थी। मैंने अपने पापा को उस समय नग्न देखा था, उनके लिंग के जिसके चारों ओर बहुत सारे बाल थे। फिर अगले दिन जब माँ तैयार हो रही थी और उन्होंने कोई कपड़े नहीं पहने हुए थे तब मैंने पहली बार माँ को भी नग्न देखा था। मैंने माँ के बड़े-बड़े स्तन देखे और मैंने देखा माँ के नीचे बहुत सारे बाल थे। फिर मैंने सोचा कि मैं मम्मी और पापा से अलग क्यों हूँ? मेरे पास माँ की तरह बड़े स्तन और बाल क्यों नहीं हैं?
"मेरे पास नीचे वहाँ पापा की तरह कुछ भी नहीं है? मुझे याद है जब मैं अपने माता पिता से इस बारे-बारे में अपने संदेहों के बारे में पुछा ीोवो दोनों हँसे और उन्हों ने मुझे चूमा," नीता ने कहा।
"नीता, हाल ही में सिर्फ़ 3 दिन पहले मैंने अपनी माँ के पूर्ण-नग्न शरीर को देखा है, जबकि माँ अपनी पैंटी और ब्रा पहन रही थी। उसके बड़े गोल बूब्स हैं जिनका आकार हमसे बड़ा, 36 डी होना चाहिए। मैं उनकी योनि भी नहीं देख सकी क्योंकि उनकी योनि गहरे काले बालों की एक झाड़ी के अंदर ढकी हुई है" रीता ने कहा।
"चिंता मत करो! किसी दिन निश्चित रूप से हम दोनों एक पुरुष व्यक्ति को नग्न और उसका लंड देखेंगे," रीता ने नीता को आश्वासन दिया। मैं तो ये भी कह सकती हूँ कि एक महिला की चूत अध्ययन करने के लिए सबसे रहस्यमय चीज है, " नीता ने मुस्कुराते हुए कहा।
जारी रहेगी
My Stories Running on this Forum
VOLUME II
विवाह
CHAPTER-1
PART 24
मौसियो की पोतियो के पहले कामुक अनुभव
नीता की कहानी सुन तब रीता ने कहा, "नीता तुम अच्छी तरह जानती हो, हम न केवल कजिन बहने हैं और सबसे अच्छी दोस्त हैं क्या गज़ब इतेफाव है कि उसी दिन, उसी क्षण में, वही घटना थोड़े से भिन्न प्रकार से मेरे साथ भी हुई थी।"
![[Image: train00.jpg]](https://i.ibb.co/cYjyxp6/train00.jpg)
"प्लीज रीता मुझे पूरी बात पूरे विस्तार से बताओ," नीता ने उत्तेजित होते हुए कहा। रीता फिर अपने आपबीती बताती चली गई, " मुझे उन्मादी भीड़ ने धक्का देकर मध्य दरवाजे से थोड़ी दूरी पर धकेल दिया और मैंने उस भीड़ के साथ ही उस ट्रैन के डब्बे के अंतिम गेट में प्रवेश किया। मैं दो बूढ़े आदमीयो के बीच फंसी हुई थी और ट्रैन चलने पर असंतुलित होकर गिर रही थी।
![[Image: train0.jpg]](https://i.ibb.co/C59PpSY/train0.jpg)
मैंने अपना संतुलन बनाये रखने की कोशिश की ताकि मैं किसी और को न छू सकूं, जगह बदलने की भी कोशिस की ताकि मैं ठीक से खड़ी हो सकू। लेकिन, भीड़ इतनी ज़्यादा थी के हिलना भी संभव नहीं था । मेरे आस पास पकड़ने के लिए कुछ नहीं था इसलिए मैंने सहारे और संतुलन बनाये रखने के लिए अपना दाहिना हाथ छत पर रख दिया। कुछ सेकंड के लिए, मैंने अपने कूल्हे के दोनों तरफ़ दो हाथ महसूस किए, जो मेरे कूल्हों के ऊपर और नीचे हो रहे थे और कूल्हों को पकड़ने का प्रयास कर रहे थे। मुझे यक़ीन ही नहीं हुआ की कि अभी मेरे साथ ये क्या हुआ और मैं बेचैन हो उठी और मैंने इन हाथों को दूर करने की कोशिश की। मैंने अपने आप को ट्रेन में इस प्रकार छूने से बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन ट्रैन के उस डिब्बे में मेरे लिए हाथ हिलाने या सांस लेने के लिए भी जगह नहीं थी। मेरे पीछे एक बूढ़ा आदमी था जो जोर-जोर से सांस ले रहा था और मेरा ये विश्वास है की ये उसी के हाथ थे, पहली बार मुझे लगा उसके हाथ भीड़ के कारण दुर्घटना से मुझे छू गए थे।
![[Image: train-c1.jpg]](https://i.ibb.co/qgshFsg/train-c1.jpg)
अगला स्टेशन आया और भीड़ के कारण। आपको बाहर जाने के लिए हिलने-डुलने की ज़रूरत नहीं है, बस लोगों की एक लहर आती है जो आपको अंदर या बाहर ले जाती है आपको बस किसी भी तरह से खड़े रहना है अन्यथा आपको भीड़ आपको डिब्बे से बाहर निकाल देगी। दरवाज़ा खुला तो लोग इधर-उधर भागने लगे।
मुझे थोड़ी से जगह नज़र आयी और मैं वहाँ चली गयी तो अब वह बूढ़ा आदमी जो मेरे पीछे था अब मेरे सामने आ खड़ा हुआ। अचानक मेरे बायीं ओर से आए एक हाथ ने मेरे बाएँ स्तन को पकड़ लिया और उसे प्यार से सहलाने लगा। मैंने अपने पीछे देखने की कोशिश की, और देखा कि एक बूढ़ा आदमी जिसने गहरा सूट पहना हुआ था और मेरी ऊंचाई से थोड़ा-सा ऊँचा मेरी पीठ और नितम्बो के साथ चिपका हुआ था। ये वह ही आदमी था जो पहले मेरे सामने खड़ा हुआ था अब मेरे वह मेरे पीछे चिपक गया था
![[Image: train01.jpg]](https://i.ibb.co/DfcZhvv/train01.jpg)
यह सब इतना अप्रत्याशित था कि मैं तुरंत प्रतिक्रिया नहीं कर सकी और स्तब्ध रह गयी। अत्यधिक भीड़ के कारण आसपास के इलाके में अंधेरा-सा हो गया था। तुम्हें याद हो होगा, आज सुबह मैंने लो-नेक और छोटी टी-शर्ट पहनी हुई थी जिसमे से मेरा पेट भी दिखाई दे रहा था? और इन उपयुक्त परिस्थितियों का लाभ उठाकर मेरे पीछे खड़े वृद्ध ने मेरी स्तनों के बीच की दरार पर हाथ रख दिया। योंकि मेरी टी-शर्ट लचीली कपड़े की सामग्री से बनी थी तो उसका हाथ बड़ी आसानी से मेरी टी शर्ट के अंदर फिसल गया और उसके हाथ ने मेरी ब्रा के कप्स को सहलाया और बिना समय बर्बाद किए उसने ब्रा कप्स को ऊपर उठा दिया, परिणामस्वरूप मेरे दोनों स्तन ब्रा के प्यालों से मुक्त हो गए। वह मेरे अब तक अनछुए दोनों स्तनों को सहलाने लगा।
ये मेरा पहला अनुभव था जब किसी पुरुष ने मेरे जीवन में पहली बार मेरे स्तनों को छुआ था और ये अनुभब मुझे अप्रत्याशित रूप से सार्वजनिक तौर पर कल मेट्रो ट्रैन के उस भीड़ वाले डिब्बे में हुआ। मुझे अजीब-सी सनसनी महसूस हो रही थी और मेरे निप्पल सख्त और खड़े हो गए थे। भगवान जाने मेरे साथ क्या हुआ, बस मुझे लकवा मार गया और मैं उसकी इस हरकत से सम्मोहित हो गयी और जैसे मेरे निप्पलों ने प्रतिक्रिया दी उससे मुझे ऐसा लगा जैसे मैं उसकी इस ग़लत हरकत का विरोध करने के बजाय उसे प्रोत्साहित कर रही थी। मेरे निपल्स की कठोरता के कारण बूढ़े ने भी कुछ ऐसा ही महसूस किया होगा और ये सोचा होगा कि मैं इसका आनंद ले रही हूँ। उसने मेरी टी-शर्ट को ऊपर सरकाया और मेरे दोनों स्तनों को नीचे की तरफ़ बाहर निकाला। तभी एक और स्टेशन आया और बूढ़े में मौका देख मुझे अपनी तरफ़ सीधा किया और वह मेरे ऊपर झुक गया। अचानक मुझे उसकी गर्म और गीली जीभ अपने एक निप्पल पर महसूस हुई। उसी समय जो बूढ़ा मेरे पीछे था उसका एक हाथ मेरे नितम्ब सहलाने के बाद दबाने लगा और उसका दूसरा हाथ मेरे उस दुसरे स्तन को दबने लगा जिसे मेरे सामने खड़े बूढ़े ने चूसने के बाद छोड़ा था
मुझे अब समझ आया दरअसल मैं जिन दो बूढ़ो के बीच फसी हुई थी वह दोनों ही मिल कर मेरी इस हालत का भरपूर फायदा उठा रहे थे ... मेरे सामने वाले बूढ़े का एक हाथ मेरे नंगे हो चुके पेट और कमर पर चलने लगा और फिर उसका हाथ मेरी नाभि के नीचे रेंगता हुआ और मेरी इलास्टिक दार पेण्ट और फिर पैंटी के लोचदार इलास्टिक के अंदर चला गया जिस समय सामने वाला बूढ़ा मेरी पैंटी के अंदर हाथ घुसा रहा था ठीकउसी समय जो बूढ़ा मेरे पीछे था उसने मेरी पैंट और पेंटी नीचे कर दी और सामने वाले का हाथ मेरी पैंटी के अंदर रेंगता रहा, उसकी उँगलियों ने मेरे झांट के बालों को अलग किया और अंततः मेरी बाहरी लेबिया को छूने लगा और अंत में, उसकी दो उँगलियाँ मेरी योनि के अंदर चली गईं। उसकी उंगलिया मेरी-मेरी चूत के भीतरी होंठ के ऊपर भगशेफ को रगड़ने लगी।
![[Image: train2.jpg]](https://i.ibb.co/C5qcLfk/train2.jpg)
नीता, तुम्हे विश्वास नहीं होगा मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे शरीर में 1000 वोल्ट बिजली चल रही थी क्योंकि उसकी जीभ लगातार मेरे दोनों निपल्स को वैकल्पिक रूप से बारी-बारी चूस रही थी और उसके एक हाथ की उंगलियाँ मेरी चूत से मेरे भगशेफ को रगड़ते हुए अंदर और बाहर आ रही थीं और उसका दूसरा हाथ मेरी कमर को पकडे हुआ था वही जो बूढ़ा मेरे पीछे था वह मेरे नितम्बो को सहला और दबा रहा था। फिर मैंने अपने नितम्बो पर कुछ महसूस किया जो मुझे लगातार मेरे नितम्बो में चुभ रहा था।
मैंने थोड़ा मुड़ कर नीचे को देखा की उस आदमी के हाथ में कुछ 6 इंच लम्बा सख्त मांसल चीज थी जिसे मैं अँधेरे के कारण देख तो नहीं पायी-पायी पर उसने उसे मेरे नितम्बो पर रगड़ा।
यह मेरे जीवन का पहला सेक्स का अनुभव था और अचानक हुए इस दो तरफा एक साथ हुए हमले से मेरी चूत के अंदर का बाँध फट गया और मैं कांपने लगी, फिर मेरा बदन अकड़ा और-और मेरा तरल बाहर निकलने लगा जो मुझे लगता है कि उसे मेरे सामने खड़े हुए बूढ़े ने अपनी हथेली में जमा कर लिया और अपना हाथ निकाल लिया ... जैसे ही उसने निकला मेरे पीछे वाले ने मेरी चूत को छेड़ना शुरू कर दिया तो मैंने-मैंने उत्तेजना में भर कर अपने बाएँ हाथ से उसका हाथ ज़ोर से पकड़ कर अंदर को दबा दिया ताकि उसकी उंगलियाँ मेरी चूत के अंदर और गहराई तक जा सकें और अपने दूसरे हाथ में मैंने अपने सामने खड़े बूढ़े के चेहरे को अपने निप्पल की ओर इतनी ज़ोर से दबाया कि उस ठरकी बूढ़े के पास मेरे निप्पल को काटने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा था।
![[Image: train3.jpg]](https://i.ibb.co/PGKYBnY/train3.jpg)
मेरे पीछे वाला मेरी चूत में ऊगली करता रहा और मेरे सामने वाला मेरे स्तन चूस रहा था और पीछे वाला अपने दुसरे हाथ से मेरे नितम्ब मसलने लगा ...
मेरे दाहिने निप्पल पर अभी भी काटने का छोटा-सा निशान है। ट्रेन अगले स्टेशन के पास पहुँच रही थी इसलिए हम दोनों एक दूसरे से दूर हट गए और मैंने देखा कि उसकी उंगलियों से मेरा तरल पदार्थ बह रहा था जिसे वह मेरे सामने ही चाटने लगा पर इस दूर हटने में मैं अपने पीछे वाले से चिपक गयी और फिर एक भीड़ का रेला आया और उसका लंड मेरे नियतं के गालो के ऊपर होते हुए दरार में घुसा और मेरी योनि से टकराने लगा।
मैं उस धक्के में सामने वाली बूढ़े के पास पहुँच गयी । उसने मेरी कमर को दाए हाथ में कस कर पकड़ लिया और मेरे स्तनों को अपने बाए हाथ में दबाने लगा और साथ ही साथ मेरी पैंटी के ऊपर से अंदर गुसा कर अपने लिंग को मेरे नितम्बो की दरार में अंदर और बाहर धकेल रहा था। जब ट्रेन फिर से चलने लगी तो मुझे धीरे-धीरे अहसास होने लगा की मेरे पेट पर और फिर मेरी नाभि के ऊपर कुछ ज़ोर से चुभ रहा था। इसे भी मैं अंधेरे के कारण स्पष्ट रूप से नहीं देख सकी, बस एक लंबे शारीरिक अंग की रूपरेखा नज़र आयी। मैंने इसे छुआ तो पता चला यह एक सख्त और लंबी मांसल वस्तु थी। मैंने हाथ ने इसे पकड़ लिया और हाथ को वस्तु की चौड़ाई और लंबाई को मापने के लिए ऊपर की ओर बढ़ा दिया। मेरा अंदाजा है जो चीज मेरे आगे टकरा रही थी उसकी लंबाई लगभग 6 इंच होगी और वह बहुत गर्म थी।
![[Image: train4.jpg]](https://i.ibb.co/qMw8JjT/train4.jpg)
अब मैंने अपने पीछे वाले का भी औजार पकड़ लिया और पाया की दोनों का औजार लगभग एक जैसा था पैर पीछे वाले का औजार सामने वाले के औजार से थोड़ा-सा मोटा और करीब 7 इंच लम्बा था मैंने और अधिक तलाशने की कोशिश की और मेरे हाथो को उन दोनों के तथाकथित लिंग के आसपास के मोटे जघन बाल महसूस हुए।
फिर नीचे की ओर और खोजबीन करने पर मैंने दोनों के लिंग के नीचे दो लटकी हुई गेंदों को महसूस किया और उन्हें सहलाया और ने उसके लिंग पर अपना पूरा हाथ घुमाकर त्वचा को ऊपर और नीचे खींचना शुरू कर दिया। मेरे ऐसा करते ही मेरे पीछे वाले आदमी ने आह भरी और उसके लंड ने तरल पदार्थ छोड़ना शुरू कर दिया । मेरी हथेली उसके चिपचिपे तरल पदार्थों से भरी हुई थी और उसका चिपचिपा तरल पदार्थ मेरी ड्रेस के ऊपर भी गिर कर चिपक गया ।
उसका तरल पदार्थ निकलने के बाद कुछ देर तो वह व्यक्ति मेरे साथ चिपका रहा और फिर वह थोड़ा पीछे हुआ और अगला सततयों आते ही गायब हो गया ...
आह की कराह के साथ सामने वाले बूढ़े ने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और मेरे मुंह की ओर अपने चेहरे के पास खींच लिया, तथा जल्दी-जल्दी मेरे पूरे चेहरे पर चुंबन करने के बाद, मेरे नरम होंठो को काटना शुरू कर दिया और मेरे मुंह के अंदर अपने गंदी और खुरदरी जीभ डाल मेरी जीभ की जांच की। तो मैंने उसकी गेंदों को कस कर दबा दिया तो उसने मेरे होंटो को अपने दांतो में दबा लिया ।
![[Image: back-boob.gif]](https://i.ibb.co/1nKS7Hq/back-boob.gif)
नीता, मेरे होठों पर कट के ये निशान देखो, उस बदमाश बूढ़े ने मेरे कुँवारे होंठों को काट दिया और मैं दर्द से बिलबिला उठी और उसने मेरी जीभ चूसना शुरू कर दिया और तुम देखो उस समय मेरे पास उसकी जीभ चूसने के अलावा कोई विकल्प नहीं था क्योंकि यह मेरे शरीर से उत्पन्न होने वाली एक और नई सनसनी थी। मैंने अभी भी उसके लिंग को पकड़ा हुआ था और उसे पकड़ते समय मैंने पाया कि उसके लिंग के अग्रभाग को ढकने वाली त्वचा को बाहर और नीचे की ओर खींचा जा सकता है। बूढ़ा अपने लिंग की त्वचा को ऊपर और नीचे खींचने के लिए मेरे कान में फुसफुसाया। मैं उस समय ख़ुद को एक नए खिलौने के साथ खेलती हुई एक छोटी लड़की की तरह महसूस कर रही थी।
मैंने उसके लिंग पर अपना पूरा हाथ घुमाकर त्वचा को ऊपर और नीचे खींचना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद, उसका लिंग मेरी हथेली में धड़कने लगा और उसके लिंग से भारी मात्रा में गर्म तरल बाहर निकल गया और मेरी हथेली में भर गया और साथ ही मेरी टी-शर्ट पर भी छिड़क गया। बूढ़े आदमी ने मुझे चूमा और उसने जल्दी से पैंट के अंदर अपने लिंग वापस ले लिया और अगले स्टेशन में वह भीड़ के साथ गायब हो गया। मेरी हथेली उसके तरल पदार्थों से भरी हुई थी इसलिए अपनी हथेली को साफ़ करने के लिए, मैंने अपनी हथेली को अपनी पेण्ट पर रगड़ा। तभी मेरे मन में एक विचित्र विचार आया, उस बूढ़े के उस वीर्य का स्वाद कैसा होगा क्योंकि उसने मेरे सामने ही मेरे रस का स्वाद चखा था, तो मैंने सोचा उसका स्वाद लेने में क्या हर्ज है। मैंने अपनी उंगली को अपने मुंह के अंदर उसके सह के साथ भिगो दिया, यह थोड़ा अजीब था मगर इतना बुरा स्वाद भी नहीं था। "
![[Image: train5.jpg]](https://i.ibb.co/WcyCb84/train5.jpg)
"ओह ... भगवान! अब, मैं सब कुछ समझ गयी। आज, ट्रेन से नीचे उतरने के बाद और घर लौटते समय, मैंने आपकी टी-शर्ट और जींस के सामने और पीछे बहुत सारे पानी के धब्बे और आपके निचले होंठ पर एक लाल कटमार्क देखा था। जब मैंने आपसे इस बारे में पूछा तो आपने उत्तर दिया था कि जब आप एक सेब काट रही थी तब आपने अपने होठों को काट लिया था। इसके अलावा, आपने यह भी स्पष्ट किया था कि यात्रियों द्वारा ले जा रहे किसी जार / कंटेनर से आपकी ड्रेस पर कुछ तरल पदार्थ के छींटे पड़ गए होंगे। इसका मतलब है कि आप उस समय मुझसे झूठ बोली थी" नीता ने कहा।
क्षमाप्रार्थी स्वर में, रीता ने कहा, "मेरी प्रिय नीता, वास्तव में मुझे आपसे झूठ बोलने और उस समय ही सब कुछ नहीं बताने के लिए बहुत खेद है क्योंकि मैं बहुत घबराई और डरी हुई थी। और फिर सब यहाँ विवाह में आने के लिए हमारा इंतज़ार कर रहे थे और फिर तुमने भी उस समय भीड़ में तुम्हारे साथ ट्रैन में क्या हुआ था मुझे तुरंत नहीं बताया था। मैं तुम्हें एकांत में अपना स्तन दिखाऊंगी कि कैसे उस बूढ़े ने मेरे निप्पल के पास काटने के निशान बन दिए हैं।"
"भगवान का शुक्र है, मेरे मोलेस्टर ने मेरे शरीर में कोई निशान नहीं बनाया," नीता ने हंसते हुए कहा "और रीता आप को तो एक साथ दो-दो पुरुषो के साथ सेक्स करने का दुर्लभ अवसर मिला हैl"
इस पर दोनों लड़कियाँ हँस पड़ीं।
"नीता, वैसे, मैंने कल उस बड़ी चीज़ को अँधेरे में सिर्फ़ उसके रूप को महसूस किया है, मैंने उसे अँधेरे के कारण देख नहीं पायी। पुरुष व्यक्ति का लिंग वास्तव में कैसा दीखता है? मेरा मतलब है, एक व्यस्क पुरुष कजा लंड और बाक़ी अंग?" रीता से पूछा।
नीताने अपनी सहेली की और देखा
"रीता, क्या तुमने कभी किसी पुरुष को नग्न नहीं देखा है?" नीता से पूछा।
![[Image: boobpress.gif]](https://i.ibb.co/4JHghZp/boobpress.gif)
रीता ने बस ज़मीन की तरफ़ देखा क्योंकि वह थोड़ी शर्मिंदगी महसूस कर रही थी। नीता ने तुरंत इस सच्चाई को भांप लिया की उसकी सहेली रीता ने कभी किसी पुरुष को बिना कपड़ों के नहीं देखा था!
" शांत रहो, रीता। मैंने भी किसी पुरुष को नग्न नहीं देखा है। उन्हें बिना कपड़े पहने देखना ख़ुद को देखने से बहुत अलग है।
मुझे अपने बचपन की एक घटना याद है जब मैं 3 या 4 साल का थी। मेरे पिताजी स्नान कर रहे थे और मैं अचानक बाथरूम में घुस गयी थी। मैंने अपने पापा को उस समय नग्न देखा था, उनके लिंग के जिसके चारों ओर बहुत सारे बाल थे। फिर अगले दिन जब माँ तैयार हो रही थी और उन्होंने कोई कपड़े नहीं पहने हुए थे तब मैंने पहली बार माँ को भी नग्न देखा था। मैंने माँ के बड़े-बड़े स्तन देखे और मैंने देखा माँ के नीचे बहुत सारे बाल थे। फिर मैंने सोचा कि मैं मम्मी और पापा से अलग क्यों हूँ? मेरे पास माँ की तरह बड़े स्तन और बाल क्यों नहीं हैं?
"मेरे पास नीचे वहाँ पापा की तरह कुछ भी नहीं है? मुझे याद है जब मैं अपने माता पिता से इस बारे-बारे में अपने संदेहों के बारे में पुछा ीोवो दोनों हँसे और उन्हों ने मुझे चूमा," नीता ने कहा।
"नीता, हाल ही में सिर्फ़ 3 दिन पहले मैंने अपनी माँ के पूर्ण-नग्न शरीर को देखा है, जबकि माँ अपनी पैंटी और ब्रा पहन रही थी। उसके बड़े गोल बूब्स हैं जिनका आकार हमसे बड़ा, 36 डी होना चाहिए। मैं उनकी योनि भी नहीं देख सकी क्योंकि उनकी योनि गहरे काले बालों की एक झाड़ी के अंदर ढकी हुई है" रीता ने कहा।
"चिंता मत करो! किसी दिन निश्चित रूप से हम दोनों एक पुरुष व्यक्ति को नग्न और उसका लंड देखेंगे," रीता ने नीता को आश्वासन दिया। मैं तो ये भी कह सकती हूँ कि एक महिला की चूत अध्ययन करने के लिए सबसे रहस्यमय चीज है, " नीता ने मुस्कुराते हुए कहा।
जारी रहेगी
My Stories Running on this Forum


![[+]](https://xossipy.com/themes/sharepoint/collapse_collapsed.png)