Thread Rating:
  • 19 Vote(s) - 1.68 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मजे - लूट लो जितने मिले
#67
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-10

निकाह मिस्यार, एक से अधिक निकाह



हम दोनों वैसे ही पड़े बातें कर रहे थेl कुछ देर बाद मैं फिर से उसकी चुत में उंगली डाल रहा था और उसके मम्मे चूस रहा थाl तभी मेरी नज़र फरज़ाना खाला की तरफ गयीl उसकी हालत खराब हो गई थीl वह एक हाथ से अपने हाथ से अपनी बुर को मींजे जा रही थी तथा दूसरे हाथ से अपनी चूचियों को दबाये जा रही थीl मुँह से उत्तेजनापूर्ण अजीब अजीब आवाजें आआहहह... ऊऊउउउम्म्म! म्म्म! आईईईईई! सीईईईसी! आआ! निकाले जा रही थी। उसे देख कर लग रहा था कि वह अभी नूरी को हटा कर खुद चुदवाने की इच्छा रखती हो।

लंड महाराजा बार बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

खाला बोली तुम्हारा शोर सुन कर मुझ से रुका नहीं गयाl

खाला बोली फरज़ाना आमिर से चुद कर मजा आ गयाl तुम भी एक बार चुद कर देख लो तुम अपने खाबिन्द को भूल जाओगी और इसकी रखैल बन कर रहना चाहोगीl फिर मेरा लंड अपनी चूत से बहार निकाल कर बोली देख लो झड़ने के बाद भी कैसे खड़ा हो गया है, इसका लंड तुम्हे देख करl एक नम्बरका चोदू हैl सच में चुद कर बहुत मजा आया i खाला बोली मेरा तो मन कर रहा है ये मुझे ऐसे ही चोदता रहेl खाला मुझे लिप किस करना लगी और हाथ से लंड को सहलाने लगीl फिर लंड को अपनी चूत पर घिसने लगीl

तो फरज़ाना बोली न बाबा मुझे नहीं चुदना इतना बड़े और मोठे लंड से मेरी तो फाड़ कर रख देगाl वैसे भी अब कई साल से नहीं चुदी हूँl अब तुम ही मजे लो इसके साथl अगर अभी तुमने और चुदना है तो चुद लो, नहीं तो आमिर अपने कपडे पहन लो ये तो पूरी बेशर्म हो गयी हैl

तो खाला ने मुझे छोड़ दिया और फरज़ाना खाला चाय बना लायी थीl हमने कपडे पहन लिए और खाला मेरे साथ चिपक कर बैठ गयी l लंड पर हाथ फेरते हुए बोली आमिर! वादा करो जब तक यहाँ रहोगे, मुझे रोज मिलने आया करोगे और मेरी चूत की अच्छी तरह सेवा करोगेl मैं तुम्हे फिर कुछ इनाम दूँगीl मैंने कहा जो हुकुम खाला और बिदा लेकर वापिस चला आयाl

घर आया तो मैंने सारा और लूसी को बताया खाला कह रही थी. सारा तुम्हारी बहने और मामू की बेटिया, अब मुझसे निकाह करने के लिए उतावली हो गयी हैंl तो सारा बोली तो कर लीजिये सब से निकाह सब खुश रहेंगी, आप सेl

मैंने कहा वो तो ठीक हैl सब जवान हसीं और कमसिन हैl उनके साथ बेशक बहुत मजे आएंगे, पर न तो हमारा मजहब इजाजत देता है, न ही देश का कानून, तो कैसे करे की लड़कियों की हसरते भी पूरी हो जाए और कानून और मजहब के हिसाब से भी गलत न हो l

तो सारा बोली आमिर! एक बात और है, मैंने काजी से बात करि हैl उन्होंने लड़कियों के आपस के झगडे को मिटाने का एक रास्ता निकला हैl आमिर तुम अबीर, ज़ारा, नरगिस और आयशा, चारो के साथ "निकाह मिस्यार" कर लोl

"निकाह मिस्यार"? क्या होता है, कैसे होता है मैंने पुछा?

सारा बोली मिस्यार भी एक तरह का निकाह होता है, जिसमे लड़की अपने कुछ इख्तयार ( अधिकार) छोड़ देती हैl जिसमे दोनों जब तक चाहे तब तक साथ रह सकते हैं l निकाह की मियाद की कोई पाबंदी नहीं होती हैl

पुरुष चाहे तो कितने भी "मिस्यार" कर सकता हैl यानि पुरुष चाहे तो 10 या 20 या जितने चाहे उतने महिलाओ से "मिस्यार" कर सकता हैl

इस तरह तुम चार बीवियों की शर्त से पार हो जाओगे और लड़कियों का आपस में झगड़ा भी नहीं होगाl निकाह में सबसे ज़रूरी शर्त है कि आप अपनी सारी बीवियों से समान बर्ताव का वादा करेंl पर मिस्यार निकाह में ये शर्त नहीं है, पर इसके लिए लड़की हो अपने कुछ इख्तयार छोड़ने पड़ते हैं l

"निकाह मिस्यार"? की शर्ते क्या है, मैंने पुछा?

मिस्यार निकाह की शर्ते ये हैंl

औरत और मर्द दोनों इसके लिए राज़ी होने चाहिएl

इसके लिए दो गवाह चाहिए होते हैंl

मर्द अपनी बीवी को मैहर अदा करता हैl

निकाह कितनी देर के लिया किया गया है इसमें कोई निकाह की मियाद की कोई पाबन्दी नहीं होती हैl

निकाह की शर्तो पर दोनों पक्ष राजी होने चाहिए और लड़की अपने कुछ या सारे इख्त्यारात छोड़ने के लिए राजी होती हैl

लड़किये के वली ( गार्डियन) राजी होने चाहिएl

अगर लड़किया राजी हो और अपने कुछ अधिकार छोड़ दे तो तुम उन्हें चाहो तो हमेशा के लिए अपनी बना कर रख सकते होl

सऊदी अरब में 10 में से 7 जोड़े "मिस्यार" निकाह में ही है यानि 70% निकाह केवल सम्भोग के लिए टेम्परोरी तरीके से किये जाते है जिसे "मिस्यार" कहते हैl

तभी वहां जेन आ गयी लूसी और जेन के बारे में जानने के लिए मेरी कहानी लूसी मेरी प्यारी पहली कुंवारी पढ़िएl मैंने जेन का स्वागत किया और उन्होंने सारा को और मुझे हमारे निकाह की बधाई दीl जेन बोली जहाँ तक कानून की बात इसका रास्ता मैं बताती हूँ l आमिर आपके एक दोस्त हैं जो आपके साथ इंग्लैंड में पढ़ते थे और एक अफ़्रीकी देश कैमरून के शहज़ादे हैंl मैं कहा हाँ उसका नाम ब्रैडी हैंl.

मुझे याद आया के कैमरून उन कुछ चुनिंदा देशो में है, जहाँ पुरुषो को कितनी भी बीविया रखने की आज़ादी हैl और वहां के एक राजा की तो आज भी सबसे ज्यादा पत्निया हैंl

जेन बोली आपको याद होगा आपने उसके साथ यूरोप और इंग्लैंड में क्या धमाल मचाया था l

उनका फ़ोन आया था, जब कल आप डॉक्टर के पास गए थे तो मैंने उनके कहा था, आप किसी काम में थोड़ा व्यस्त होl जब उस से थोड़ा फारिग हो जाओगे तो उसे फ़ोन करोगेl

थोड़ी देर बाद मेरा कजिन, (मेरी बेगम सारा का पहला शौहर) इमरान कश्मीर से आ गया और कुछ देर बाद उसको लेकर डॉ जस्सी के क्लिनिक पर इलाज के चला गयाl

डॉ जस्सी, सोनी और मोनी ने उसकी जांच कर सभी जरूरी टेस्ट और करवाए और फिर बोली आमिर आप कल आ जानाl इनकी रिपोर्ट कल आ जायेगीl उन्हें देख आगे का इलाज करेंगे और तब तक के लिए इमरान के लिए दवाये लिख दी और मुझसे अकेले में बस इतना ही बोली इमरान का इलाज लगता है काफी लम्बा चलेगाl

इमरान थोड़ी जल्दी में थाl उसे आगे पंजाब में कुछ काम थाl इसलिए पंजाब चला गयाl डॉ जस्सी के पास कुछ लोग और थे, इसलिए फिर जल्दी मिलने के वादे के साथ मैं वापिस चल दियाl

तो मैंने रास्ते में ब्रैडी को फ़ोन मिलायाl तो वो बोला किसी जरूरी काम से दिल्ली आने वाला हैl

फिर वो बोला उसकी सबसे छोटी और लाड़ली बहन जिसे मैं इंग्लैंड में कई बार मिला थाl वो तुम्हे पसंद करती है और तुमसे ही निकाह करना चाहती हैl क्या तुम उसका हाथ कबूल करोगे? तो मैंने कहा दोस्त इस जरा नवाजी के लिए बहुत शुक्रियाl जरूर करूंगा! ये मेरी खुश किस्मती है के आपकी बहन मुझे पसंद करती है, पर इसमें कुछ दिक्कते हैंl

मेरे तीन निकाह हो चुके हैंl क्या उन्हें मेरी चौथी बीवी बनना मंजूर होगा? और हमारे मजहब में सिर्फ4 बीवियों ही कर सकते हैl मेरी कुछ और कजिन बहने हैं जिनसे मेरा निकाह होना लगभग तय हैl हमारे देश में मैं 4. से ज्यादा निकाह नहीं कर सकताl

मुझे अपने बाकी बीवियों और परिवार से इजाजत लेनी होगी जो मिल जायेगीl

ब्रैडी ने मुझे निकाह के लिए बधाई दी, और कहा चुकी हमारे यहाँ मर्द एक से ज्यादा बीविया रखता है उसे तुम्हारे साथ और बीवियों से कोई ऐतराज नहीं हैl

तो ब्रैडी बोला इसमें से काफी समस्या का निदान मैं कर देता हूँl

मेरी बहन से निकाह के बाद तुम भी राज परिवार का हिस्सा हो जाओगे और मैं तुम अपने अधिकार से मैं तुम्हे नागरिकता देता हूँ और मेरे देश के नागरिक जितने चाहे निकाह कर सकते हैं और बीविया रख सकते हैंl

मैं तुम्हे अपने देश कैमरून का हिंदुस्तान में राजनयिक नियुक्त करता हूँl अब तुम पर हिन्दुस्तान की कोई कानूनी बंदिश नहीं रहेगीl

तो उसने मुझे अपने देश आने का और बारात लाने का न्योता दियाl

मैंने कहा तुमने तो मेरी सभी समस्याओ का निदान कर दिया अब मैं चाहता हूँ तुम भी मेरी बहनो में से किसी के साथ निकाह कर लोl मैंने भी जल्द बारात ले कर आने का वादा कियाl उसने भी वादा किया वो जल्द ही आएगा और मेरी बहन से निकाह कर लेगाl अभी ये बात हम राज ही रखेंगे और ठीक समय पर सबको बता देंगेl

कहानी जारी रहेगी


My Stories on this forum

  1. मजे - लूट लो जितने मिले
  2. मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ
  3. अंतरंग हमसफ़र
  4. पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ एक नौजवान के कारनामे
  5. गुरुजी के आश्रम में सावित्री
  6. मेरे अंतरंग हमसफ़र - मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया
  7. छाया - अनचाहे रिश्तों में पनपती कामुकता एव उभरता प्रेम-completed 
  8. दिल्ली में सुलतान V रफीक के बीच युद्ध- completed
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मजे - लूट लो जितने मिले - by aamirhydkhan1 - 30-04-2022, 11:47 AM



Users browsing this thread: