30-04-2022, 11:44 AM
मेरे अंतरंग हमसफ़र
चतुर्थ अध्याय
लंदन जाने की तयारी
भाग -4
मेजबान के साथ संसर्ग
लिली एक पल में ही खड़ी हो गई, बिलकुल नग्न और उसकी त्वचा चमक रही थी और सुंदरता से दीप्तिमान, मेरे सामने वास्तविक उत्तेजक और कामुक सुंदरता सभी से परिपूर्ण।
वह मेरे सामने, मध्यम कद की एक प्यारी महिला मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ नग्न, चेहरे और आकृति की ऐसी अद्भुत सुंदरता के साथ खड़ी थी, उसके जैसा मैंने कभी देखा या सोचा था।
लिली न तो बिलकुल पतली थी न ही उसे मोटी कहा जा सकता है अपने आकार के लिए, वह पतली से थोड़ी बेहतर है और उसके शरीर के सभी अंग अनुपातिक थे । एक महिला के रूप में उसकी त्वचा अच्छी तरह से भरी हुई थी, उसका मांस लगभग पके आड़ू के गूदे की तरह सख्त और दृढ़ था। उसकी और लाली लिए हुए गोरी त्वचा निचला होंठ थोड़ा मोटा, ऊपरी ओंठ पतला जलीय हास्य के समुद्र में तैरती हुई हरी आँखे की पुतलीया, अच्छी तरह गोल लम्बी सुराही दार गर्दन पतली कलाई, लम्बी बाजुए लम्बी उंगलिये वाले हाथ, चौड़े कंधे, गर्दन का पिछला भाग बालो के नीचे से ढका हुआ था दो गोलार्द्धों की तरह अपने गोल फर्म स्तनों को बहादुरी से प्रदर्शित करती हुई, जो एकजुट होने पर आदर्श ग्लोब बन जाएंगे, स्पॉट पेट, पतली कमर, सांप की तरह चलने वाली चाल, कूल्हे पूरे गोल दृढ़ और लचीले, उत्कृष्ट रूप से ढाली हुई टाँगे और छोटे-छोटे पाँव, स्पार्कलिंग मुस्कान लिए हुए युवा, अति सुंदर, काव्यात्मक ईश्वर की उत्कृष्ट कृति मेरे सामने थी ।
लिली का रूप इतना विशुद्ध रूप से परिपूर्ण था, उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित, वे अतुलनीय अंग! दूधिया सफेदी और चिकनाई लिए हुए उसकी गोल और दृढ छाती की पहाड़ियों के ऊपर सजे हुए गुलाबी अंगूर उसके कामुक होने के कारण मोटे हो आमंत्रित कर रहे थे । इन सबसे अधिक उसका रोये के जैसे हल्के घुंघराले सुनहरी बालों से ढका हुआ त्रिकोणीय योनि क्षेत्र जिसमे मुड़ी हुई चिकनी जांघो ने उसकी गहरी कोमल दिखने वाली और अंदर की पतली रेखा बनाती हुई उस काम की देवी की पूर्णता की घोषणा की। केवल एक चीज जिसने सुंदरता से परिपूर्ण इस आकाशगंगा को थोड़ा प्रभावित किया, वह थी उसके पेट की हल्की से झुर्रि जो महीन रेखा की तरह उसके निष्पक्ष पेट की गहरी नाभि को पार कर गईं थी
मुझे बहुत लम्बी या बौनी लड़की पसंद नहीं है। वह मेरे लम्बाई के हिसाब से बिलकुल सही थी ताकि वह अपने पंजो पर-पर खड़े हो मेरे ओंठो पर मुझे चुंबन कर सके और उसने मुझे चुंबन किया और अपनी जीभ की मेरे मुँह में धकेल दिया। उसके आलिंगन और चुंबन के कारण मेरा लंड एक दम से कठोर हो गया
ओह! तुम तो बड़े नटखट और अधीर हो, इतनी जल्दी! सच बताओ क्या तुम ये पहली बार कर रहे हो? कितनी शर्म की बात है! "
मैं सोच ही रहा था की इससे पहले मैं कब इतनी जल्दी से उत्कर्ष पर पहुँच कर झड़ गया था? जहाँ तक मुझे याद है मैं पहले कभी भी इस प्रकार नहीं झडा था!
मैं मन में बोला ना!
मैं कुछ बोलता इससे पहले ही लिली मेरे लंड को पकड़ कर बोल पड़ी । नटखट लड़के, क्या तुमने सब ख़र्च कर दिया? तुम्हारे पास अब मेरे लिए बहुत कुछ नहीं बचा है? लेकिन ये तो अभी भी कठोर है! "उसने मेरे लिंग को अपने हाथ में पकड़ कर दबाया और लंडमुंड को ऊपरी चमड़ी से बाहर निकाल दिया। उसने आह भरी।" अपने कपड़े उतारो, श्रीमान और अब हम इसे आराम से करते हैं।
मेरे पति मुझे इस प्रकार छोड़ के जाने केलिए इस सजा के पात्र हैं, भला क्या कोई अपनी नवविवाहिता पत्नी को इस प्रकार से छोड़ कर जाता है। प्रिय! कैसे मैं बताऊँ तुम मुझे कितने अच्छे लगे, तुम्हारे पास कितन बड़ा और शानदार पुरुष का अंग है और इसलिए-वे इसे क्या कहते हैं?- (अपने शब्दों पर शरमाते हुए वह बोली) लंड! ओह ये कितना अभद्र है! मेरे पति अपने युवा साथियों के बारे में यही कहते है। क्या यह अशिष्ट शब्द नहीं है? ओह दीपक! लेकिन ये इतना अर्थ से भरा हुआ है। जब भी मेरे पति ने किसी के लिए ऐसा कहा, मैं एक सुंदर, बड़े लंड वाले युवा की कामना करने से ख़ुद को रोक नहीं सकी। आज मेरी ये इच्छा पूरी हो गयी है और आपके अंकल ने आपको आज मेरे पास भेजा है।
लिली ऐसे ही बोलती हुई मेरे लंड को पकडे हुए मुझे खींच कर दुसरे कमरे में ले गयी और मैंने रास्ते में अपने सब कपडे अपनी जूते जुराबे पेण्ट, जैकेट, कमीज और अंडरवियर सब रास्ते में उतार कर फेंक दिए जैसे अब मुझे कभी इनकी ज़रूरत नहीं पड़ने वाली। वह दौड़ती रही और मैं त्रिशंकु के समान नंगा हो गया था। फिर मैं उसकी और लपका और हम दोनों लिपट गए और चुंबन करने लगे हमारे होंठ जुड़ गए और उसकी जीभ मेरे खुले हुए मुँह में चली गयी और मैं उसकी जीभ को चूसने लगा । फिर गले, स्तनों और पेट को चूमने, और हर संभव तरीके से एक-दूसरे के आकर्षण को सहलाते और चूमते हुए, हमने धीरे-धीरे अन्य कमरे में बिस्तर की तरफ़ बढे । मैं रास्ते में एक दो बार रुका और खड़े-खड़े ही लंड ुकि योनि प्रदेश से टकरा कर अंदर घुसाने की कोशिश की लेकिन असफल रहा।
आखिरकार जब लिली बिस्तर पर पहुँच गयी तो मैंने उसे बिस्तर के कोने पर बैठा दिया और उसने मुझे घुटने पर बैठने का और अपनी योनि को चूमने के लिए इशारा किया।
मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, जो उसकी योनि के होठों से काफ़ी इंच-डेढ़ इंच दूर था। मैंने उसे परमानंद में चूसा और उसके संवेदनशील अंगों को इस तरह से सहलाया कि उसने एक या दो मिनट में मेरे सिर को अपने हाथों से पकड़कर योनि पर दबाया और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया यह सबसे स्वादिष्ट आनंददायक था; मेरी जीभ उसके मलाईदार उत्सर्जन में आनंदित हुई।
फिर लिली ने मुझ से बिस्तर पर आने और मुझ से चोदने का बार-बार अनुरोध किया और चुदाई का आनंद लेने के लिए भीख मांगी। तब मैंने उसके उत्तेजित भगशेफ को दांतो से कुतरते हुए उसकी जांघो और उसकी नाभि को चूमा और नाभि में अपनी जीभ घुसा दी और फिर एक दुसरे पर झपटते हुए, हम बिस्तर पर लुढ़क गए, उसके हाथ ने मेरे लंड को पकड़ लिया।
एक और क्षण में मैं लिली के ऊपर, उसकी चौड़ी-खुली जाँघों के बीच और उसकी सुंदर छाती पर आराम कर रहा था। मेरे सीने के खिलाफ उसके खूबसूरत बूब्स को नरम और लोचदार महसूस किया! और उसके सख्त हो चुके गुलाबी चूचक मेरे सीने में गड़ गए।
कहानी जारी रहेगी। आगे क्या हुआ? ये अगले भाग में पढ़िए।
आपका दीपक
कहानी जारी रहेगी
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वह मेरे सामने, मध्यम कद की एक प्यारी महिला मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ नग्न, चेहरे और आकृति की ऐसी अद्भुत सुंदरता के साथ खड़ी थी, उसके जैसा मैंने कभी देखा या सोचा था।
लिली न तो बिलकुल पतली थी न ही उसे मोटी कहा जा सकता है अपने आकार के लिए, वह पतली से थोड़ी बेहतर है और उसके शरीर के सभी अंग अनुपातिक थे । एक महिला के रूप में उसकी त्वचा अच्छी तरह से भरी हुई थी, उसका मांस लगभग पके आड़ू के गूदे की तरह सख्त और दृढ़ था। उसकी और लाली लिए हुए गोरी त्वचा निचला होंठ थोड़ा मोटा, ऊपरी ओंठ पतला जलीय हास्य के समुद्र में तैरती हुई हरी आँखे की पुतलीया, अच्छी तरह गोल लम्बी सुराही दार गर्दन पतली कलाई, लम्बी बाजुए लम्बी उंगलिये वाले हाथ, चौड़े कंधे, गर्दन का पिछला भाग बालो के नीचे से ढका हुआ था दो गोलार्द्धों की तरह अपने गोल फर्म स्तनों को बहादुरी से प्रदर्शित करती हुई, जो एकजुट होने पर आदर्श ग्लोब बन जाएंगे, स्पॉट पेट, पतली कमर, सांप की तरह चलने वाली चाल, कूल्हे पूरे गोल दृढ़ और लचीले, उत्कृष्ट रूप से ढाली हुई टाँगे और छोटे-छोटे पाँव, स्पार्कलिंग मुस्कान लिए हुए युवा, अति सुंदर, काव्यात्मक ईश्वर की उत्कृष्ट कृति मेरे सामने थी ।
लिली का रूप इतना विशुद्ध रूप से परिपूर्ण था, उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित, वे अतुलनीय अंग! दूधिया सफेदी और चिकनाई लिए हुए उसकी गोल और दृढ छाती की पहाड़ियों के ऊपर सजे हुए गुलाबी अंगूर उसके कामुक होने के कारण मोटे हो आमंत्रित कर रहे थे । इन सबसे अधिक उसका रोये के जैसे हल्के घुंघराले सुनहरी बालों से ढका हुआ त्रिकोणीय योनि क्षेत्र जिसमे मुड़ी हुई चिकनी जांघो ने उसकी गहरी कोमल दिखने वाली और अंदर की पतली रेखा बनाती हुई उस काम की देवी की पूर्णता की घोषणा की। केवल एक चीज जिसने सुंदरता से परिपूर्ण इस आकाशगंगा को थोड़ा प्रभावित किया, वह थी उसके पेट की हल्की से झुर्रि जो महीन रेखा की तरह उसके निष्पक्ष पेट की गहरी नाभि को पार कर गईं थी
मुझे बहुत लम्बी या बौनी लड़की पसंद नहीं है। वह मेरे लम्बाई के हिसाब से बिलकुल सही थी ताकि वह अपने पंजो पर-पर खड़े हो मेरे ओंठो पर मुझे चुंबन कर सके और उसने मुझे चुंबन किया और अपनी जीभ की मेरे मुँह में धकेल दिया। उसके आलिंगन और चुंबन के कारण मेरा लंड एक दम से कठोर हो गया
ओह! तुम तो बड़े नटखट और अधीर हो, इतनी जल्दी! सच बताओ क्या तुम ये पहली बार कर रहे हो? कितनी शर्म की बात है! "
मैं सोच ही रहा था की इससे पहले मैं कब इतनी जल्दी से उत्कर्ष पर पहुँच कर झड़ गया था? जहाँ तक मुझे याद है मैं पहले कभी भी इस प्रकार नहीं झडा था!
मैं मन में बोला ना!
मैं कुछ बोलता इससे पहले ही लिली मेरे लंड को पकड़ कर बोल पड़ी । नटखट लड़के, क्या तुमने सब ख़र्च कर दिया? तुम्हारे पास अब मेरे लिए बहुत कुछ नहीं बचा है? लेकिन ये तो अभी भी कठोर है! "उसने मेरे लिंग को अपने हाथ में पकड़ कर दबाया और लंडमुंड को ऊपरी चमड़ी से बाहर निकाल दिया। उसने आह भरी।" अपने कपड़े उतारो, श्रीमान और अब हम इसे आराम से करते हैं।
मेरे पति मुझे इस प्रकार छोड़ के जाने केलिए इस सजा के पात्र हैं, भला क्या कोई अपनी नवविवाहिता पत्नी को इस प्रकार से छोड़ कर जाता है। प्रिय! कैसे मैं बताऊँ तुम मुझे कितने अच्छे लगे, तुम्हारे पास कितन बड़ा और शानदार पुरुष का अंग है और इसलिए-वे इसे क्या कहते हैं?- (अपने शब्दों पर शरमाते हुए वह बोली) लंड! ओह ये कितना अभद्र है! मेरे पति अपने युवा साथियों के बारे में यही कहते है। क्या यह अशिष्ट शब्द नहीं है? ओह दीपक! लेकिन ये इतना अर्थ से भरा हुआ है। जब भी मेरे पति ने किसी के लिए ऐसा कहा, मैं एक सुंदर, बड़े लंड वाले युवा की कामना करने से ख़ुद को रोक नहीं सकी। आज मेरी ये इच्छा पूरी हो गयी है और आपके अंकल ने आपको आज मेरे पास भेजा है।
लिली ऐसे ही बोलती हुई मेरे लंड को पकडे हुए मुझे खींच कर दुसरे कमरे में ले गयी और मैंने रास्ते में अपने सब कपडे अपनी जूते जुराबे पेण्ट, जैकेट, कमीज और अंडरवियर सब रास्ते में उतार कर फेंक दिए जैसे अब मुझे कभी इनकी ज़रूरत नहीं पड़ने वाली। वह दौड़ती रही और मैं त्रिशंकु के समान नंगा हो गया था। फिर मैं उसकी और लपका और हम दोनों लिपट गए और चुंबन करने लगे हमारे होंठ जुड़ गए और उसकी जीभ मेरे खुले हुए मुँह में चली गयी और मैं उसकी जीभ को चूसने लगा । फिर गले, स्तनों और पेट को चूमने, और हर संभव तरीके से एक-दूसरे के आकर्षण को सहलाते और चूमते हुए, हमने धीरे-धीरे अन्य कमरे में बिस्तर की तरफ़ बढे । मैं रास्ते में एक दो बार रुका और खड़े-खड़े ही लंड ुकि योनि प्रदेश से टकरा कर अंदर घुसाने की कोशिश की लेकिन असफल रहा।
आखिरकार जब लिली बिस्तर पर पहुँच गयी तो मैंने उसे बिस्तर के कोने पर बैठा दिया और उसने मुझे घुटने पर बैठने का और अपनी योनि को चूमने के लिए इशारा किया।
मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, जो उसकी योनि के होठों से काफ़ी इंच-डेढ़ इंच दूर था। मैंने उसे परमानंद में चूसा और उसके संवेदनशील अंगों को इस तरह से सहलाया कि उसने एक या दो मिनट में मेरे सिर को अपने हाथों से पकड़कर योनि पर दबाया और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया यह सबसे स्वादिष्ट आनंददायक था; मेरी जीभ उसके मलाईदार उत्सर्जन में आनंदित हुई।
फिर लिली ने मुझ से बिस्तर पर आने और मुझ से चोदने का बार-बार अनुरोध किया और चुदाई का आनंद लेने के लिए भीख मांगी। तब मैंने उसके उत्तेजित भगशेफ को दांतो से कुतरते हुए उसकी जांघो और उसकी नाभि को चूमा और नाभि में अपनी जीभ घुसा दी और फिर एक दुसरे पर झपटते हुए, हम बिस्तर पर लुढ़क गए, उसके हाथ ने मेरे लंड को पकड़ लिया।
एक और क्षण में मैं लिली के ऊपर, उसकी चौड़ी-खुली जाँघों के बीच और उसकी सुंदर छाती पर आराम कर रहा था। मेरे सीने के खिलाफ उसके खूबसूरत बूब्स को नरम और लोचदार महसूस किया! और उसके सख्त हो चुके गुलाबी चूचक मेरे सीने में गड़ गए।
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