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Adultery मजे - लूट लो जितने मिले
#59
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.



भाग 2



खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ -Priapism




दोपहर लगभग २ बजे सारा में मुझे जगाया और बोली जानू उठो खाना खा लो और डॉक्टर जुली भी वापिस आ गयी हैl

डॉक्टर जुली बाजार से खाना ले आयी थी जुली बोली आमिर तुम्हारी डॉक्टरी जांच की रिपोर्ट आ गयी हैं जुली के साथ एक बहुत खूबसूरत लड़की भी आयी थी जुली ने उसका नाम जेसिका (बदला हुआ) बताया और मैं इसे प्यार से जस्सी कहती हूँl

तो मैंने जस्सी से पुछा क्या आप पंजाबी हैं तो वो बोली जी मैं पंजाब के सिख परिवार से हूँl

जुली बोली आमिर जस्सी भी डॉक्टर है और सेक्स विशेषज्ञ हैl इन्हे मैंने तुम्हारी खड़े और न बैठने वाले लंड की दिक्कत के बारे में बताया है, और इन्होने ही जो टेस्ट बताये थे, वह मैंने करवाए थे, और तुम्हारी सारी रिपोर्ट भी देखि हैं l

जुली बोली "जस्सी" आमिर और हमे और तुम्हारी मदद चाहिए l तुम जानती हो आमिर मेरे बचपन के दोस्त हैं और इनके लण्ड की इस हालत को परिअपीज़म ( PRIAPISM ) कहते हैं और इसके खतरे तुम्हे अच्छी तरह मालूम हैंl

जुली बोली आमिर रायपिज्म पुरुषों को होने वाली एक गंभीर समस्या है जिसमें कई बार लगातार इरेक्शन या दर्दनाक इरेक्शन होता है। वैसे यह मेडिकल कंडिशन सामान्य नहीं है, लेकिन जब होती है तो आमतौर पर 30 साल की उम्र के पुरुषों में अधिक होती है। प्रायपिज्म से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें तुम्हे मालूम होनी चाहिएl

यौन संबंध बनाने के दौरान पुरुषों में इरेक्शन सामान्य है, लेकिन क्या आपको पता हैकि इरेक्शन बिन पर्याप्त ब्लड फ्लो के नहीं हो सकता। जब पुरुष उत्तेजित होते हैं तो उनके पेल्विस और पेनिस की धमनियां रिलैक्स होकर बड़ी हो जाती हैं, जिससे पेनिस के स्पंजी टिशू (उत्तकों) में रक्त प्रवाह अधिक होता है। उसी समय नसों के वॉल्व बंद हो जाते हैं, जिससे उस हिस्से में रक्त फंस जाता है और इरेक्शन होता है। इसके बाद उत्तेजना समाप्त हो जाती है, नसों के वॉल्व खुल जाते हैं और रक्त बाहर आ जाता है और पेनिस सामान्य स्थिति में आ जाता है। लेकिन जब यह रक्त प्रवाह सामान्य नहीं होता तो प्रायपिज्म होता है। इरेक्शन जब 4 घंटे से अधिक समय तक रहता है और यह दर्दनाक होता है और बिना यौन उत्तेजना के होता है तो यह प्रायपिज्म है।

कम प्रवाह या इस्केमिक प्रायपिज्म तब होता है जब रक्त इरेक्शन चेंबर के बीच फंस जाता है। टूटी धमनियों के कारण पेनिस में रक्त प्रवाह ठीक तरह से नहीं हो पाता जिससे इरेक्शन का प्रवाह अधिक होता है या नॉनइस्केमिक प्रायपिज्म होता है। ऐसा चोट लगने की वजह से हो सकता है। यदि इरेक्शन 4 घंटे से अधिक समय तक होता है तो यह एक मेडिकल इमरेंजी है और तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है। पेनिस में मौजूद रक्त में ऑक्सिजन की कमी हो जाती है जिससे टिशू के क्षतिग्रस्त होने का खतरा रहता है। यदि प्रायपिज्म का उपचार न किया जाए तो पेनिस टिशू को नुकसान पहुंचता है या परमानेंट इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो सकता है।

तो मैंने पुछा डॉ इसके क्या कारण हैं

जस्सी बोली आमिर प्रायपिज्म कई कारणों से हो सकता है जिसमें शामिल हैः

दवाएं- कुछ दवाएं शरीर के नर्व को प्रभावित करती हैं जिसमें पेनिस भी शामिल है। आमतौर पर, ये नर्व (तंत्रिकाएं) लिंग को आपूर्ति करने वाली धमनियों को चौड़ा करती हैं, जिससे यह उत्तेजित और इरेक्ट होती हैं।

सिकल सेल एनीमिया: वैज्ञानिकों को लगता है कि सिकल सेल रोग वाले लगभग 42% पुरुषों को किसी न किसी बिंदु पर प्रतापवाद मिलेगा।

ड्रग्स: कुछ ड्रग्स जिसमें क्रिस्टल मेथ, मारिजुआना, कोकीन आदि शामिल है, के सेवन से भी यह समस्या हो सकती है।

कैंसर: दुर्लभ मामलों में प्रायपिज्म किसी तरह के कैंसरस ग्रोथ के कारण होता है।

रक्त से जुड़ी बीमारी- दुर्लभ मामलों में कुछ ब्लड कंडिशन भी प्रायपिज्म का कारण हो सकता है। थायलसेमिया, क्रॉनिक ल्यूकेमिया और मल्टिपल मायेलोमा प्रायपिज्म से संबंधित हैं।

चोट: पेनिस और पेरिनियम में किसी तरह की चोट लगने पर रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता। यह नॉन इस्केमिक प्रायपिज्म का कारण है।

जुली बोली आमिर जैसा तुमने बताया जोरदार चुदाई के दौरान पेनिस औ र पेरिनियम में किसी तरह की चोट लगने पर रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो रहा यही तुम्हारी समस्या का मुख्या कारण हैl

अन्य कोई समस्या तुम्हारे टेस्ट में नज़र नहीं आयी हैl जुली बोली जब ये मेरे पास पहली बार इस समस्या को ले कर आये थे, मैं तभी इनकी बिमारी को पहचान गयी थी ये प्रायपिज्म के लक्षण हैं?

लंबे समय तक इरेक्शन प्रायपिज्म का एक लक्षण हैं। इसके अन्य लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपको लो फ्लो या हाई फ्लो प्रायपिज्म हैं। यदि आपको लो फ्लो प्रायपिज्म हैं तो आपको दिखने वाले लक्षणों में शामिल हैः

चार घंटे से अधिक समय तक इरेक्शन

ऐसा इरेक्शन जिसमें पेनिस का ऊपरी हिस्सा कोमल ही रहता है

पेनिस में दर्द

लो फ्लो या इस्केमिक प्रायपिज्म बार-बार हो सकता है। शुरुआत में जब इसके लक्षण दिखते हैं तो इरेक्श कुछ मिनट के लिए होता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है इरेक्शन बार-बार और लंबे समय के लिए होता है।

तो जस्सी बोली मुझे एक बार आमिर का मुआयना करने दो, तो शर्म भूल कर मैंने अपना पायजामा अंडरवियर नीचे कर दियाl इतनी खूबसूरत लड़कियों सारा. गुलाबो, डॉ जुली, और जस्सी के बीच में मेरा लंड उनको सलामी देने लगा और एक दम कड़क हो गया l

मुस्कराते हुए डॉ जस्सी ने मेरी और देखाl मेरा लंड पकड़ कर हिला हिला कर मुआयना किया और बोली डॉ जुली जो तुमने बताया है, दिक्कत वैसी ही हैl इसके लिए मुझे एक बार इनको सेक्स करते हुए देखना पड़ेगा और फिर क्या इनका लणड झड़ने के बाद भी खड़ा रहता है, वह भी देखना चाहूंगीl

फिर मुझसे बोली "क्या आप अभी हमारे सामने सेक्स कर सकेंगे?"

तो मैं बोला क्यों नहीं मैं तो हमेशा तैयार हूँ l जब डॉ जुली के सामने सारा और अपनी दूसरी बीवी को चोद ही चूका हूँ, तो अब आपसे क्या शर्म, क्योंकि आप भी डॉक्टर ही हैंl डॉक्टर से कैसी शर्मl अगर आप से शर्म करूंगा, तो आप मेरा इलाज और मदद कैसे करेंगीl

मैंने पुछा लड़कियों में से कौन तैयार है? तो लूसी बोली आज का दिन सारा का हैl आज आप सारा को ही चोदिये तो मैंने सारा से पुछा क्यों सारा क्या इरादा है, तो वो मेरे पास आ कर मेरा लैंड सहलाने लगी और बोली मैं तो आपकी चुदाई की दीवानी हूँl

सारा नहा कर आयी थी बहुत हॉट लग रही थी और उसमे के ख़ास महक आ रही थी l मैंने उसे हाल में ही बांहों में भर लिया और उसे किस करने लगाl वो भी मेरे मुँह में जुबान डाल के मेरा साथ दे रही थीl

फिर 5 मिनट तक हम एक दूसरे के बदन से खेलते रहे और फिर वो मेरा लंड मुँह में रख के चूसने लगीl मैं सारा से बोला- एक पैर बेड पर रख लो खड़े खड़े और थोड़ा आगे झुक जाओ।

तो वैसे ही झुक गयी। मैं पीछे से चूत पर आया और अपना लन्ड चूत के मुंह पर रगड़ने लगा, तो सारा को बड़ी बैचनी सी होने लगी।

सारा बोली बोली- डालो न, रगड़ क्या रहे हो?

तो मैंने ने एक झटके से लन्ड खड़े खड़े ही पूरा अंदर घुसा दिया और हल्की सी आउच की आवाज के साथ आगे को झटके से हिलीl

मैंने सारा की कमर को हाथों से पकड़ा और धक्के मार मार के चोदने लगा। आ उम्म्, अहह, हय, याह, अहह! कर के सारा ज़ोर ज़ोर से आवाजें कर रही थी l सारा के बूब्स, बाल सारा शरीर धक्कों से आगे पीछे हिल रहा था। मैं सारा को हूँ, हूँ, आह! आह, हम्म, म्म, हम्म, कर के चोदे जा रहा था और पट्ट पट्ट की आवाज आ रही थी।

फिर मैंने लंड बहार निकाला, सारा को सीधा घुमा लिया, और अपनी गोदी में उठा लियाl सारा ने भी अपनी बाहे मेरे गले में डाल दी और दोनों एक दुसरे को बेकरारी के साथ किस करने लगेl

उसके बाद सारा ने मुझे पकड़ कर वापिस मेरे होंठो को किस किया l और मेरे सर को जकड़ के अपने मुंह से मुंह लगा दियाl वह मेरे ओंठ चूसने लगी और मैं उसके ओंठ चूसने लगाl थोड़ी देर बाद वह मेरा निचला होंठ चूसने लगी और मैं उसका ऊपर का ओंठ चूसने लगाl फिर उसने अपना मुंह थोड़ा सा खोला और मेरी जीभ सारा के मुंह में चली गयीl

सारा मेरी जीब चूसने लगी फिर सारा मेरी झीब से खेलने लगी और मैं सारा की झीभ से खेलने लगाl जो सारा करती थी मैं भी वही कर उसका जवाब देता थाl वह जीभ फिराती मैं जीभ फिराता, वह ओंठ चूसती मैं ओंठ चूसता, वह मेरे साथ लिपट गयीl उसका बदन मेरे बदन से चिपक गया उसके दूध मेरी छाती में दब गए थेl सारा के हाथ भी मेरे बदन पर फिर रहे थेl हम दोनों एक दुसरे को बेकरारी से चूमने लगी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 5 मिनट हम एक दुसरे के लबों को चूमते रहेl फिर रुक कर सांस लेती हुई बोली सच मजा आ गयाl

मेरे हाथ सारा के नंगे बदन पर फिर रहे थे, मह्सूस कर रहे थे, सहला रहे थे, कुछ अंगो को दबा रहे थे, और उसके हाथ भी शररराते कर रहे थेl मेरा खड़ा लड उसकी चूत को छु रहा था और दो शरीर एक दुसरे में समां जाने को आतुर हो गए थेl

मैंने देखा डॉक्टर जस्सी हमारी और हैरानी से बिना पलक झपकाए आँखे फाड़े हमारी चुदाई देख रही थीl मैंने जस्सी को आँख मारी तो वह मुस्कुरा कर बोली लगे रहो l

फिर मैंने अपने लंड पकड़ कर सारा की चुत पे लगा दिया और सारा जो मेरी गोद में थी उसे निचे दबा दिया, और लंड फच की आवाज के साथ पूरा का पूरा अंदर चला गयाl मैंने अपने आठ उसके चूतड़ों के नीचे लगा कर और ऊपर नीचे कर गोद में उठा कर खड़े खड़े ही चोदने लगा l सच बहुत मजा आ रहा था मुझेl

अब मैंने अपनी स्पीड बहुतबढ़ा दी थी और 8-9 मिनट से लगातार चोदे जा रहा था। सारा झड़ने के करीब पहुँचने लगी थी तो बहुत ज़ोर ज़ोर से बोलने लगी 'आहह ... आहह! मेरे सरताज और तेज़ ... और तेज़l '

मैंने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी और तेज़ तेज़ चोदने लगा, ऐसा करने से मैं भी झड़ने के करीब पहुँचने लगा।

थोड़ी देर बाद ही सारा का शरीर और टांगें अकड़ने सी लगी, तो सारा ने पीछे हाथ लगा के मुझे रोक लिया, और फच्छ-फच्छ कर के, मेरे लन्ड और जांघों पर ही झड़ गयी, और बेड पर उल्टी ही गिर गयी।

मैं उस वक़्त झड़ने के करीब था, तो तुरंत उसकी चूत पर आ के पीठ की तरफ से ही आखिरी झटकों से उम्मह... ओम्महह... मह्ह!... करता हुआ चोदने लगा, और अपनी 3-4 पिचकारियाँ छोड़ता हुआ आहह! करते हुए चूत में झड़ गया, और सारा के बगल में आकर लेट गया, और हाँफने लगा।

मैं भी उल्टी पड़े पड़े उसकी तरफ देखते हुए, हूंह... हूंह... हूंह! कर के हाँफ रही थी। मेरा लन्ड खुद के वीर्य और उसकी चूत के पानी में सना हुआ था और सारा की चूत से भी पानी और मेरे वीर्य के बूंदे टपक रही थी जो मैंने उसकी चूत में ही डाल दी थी।

मैं कोहनी बेड में रखते हुए सिर को हाथ के टेक लगा के उसकी तरफ घूमा और पूछा- मजा आया ना? एक बार फिर से हॅप्पी बर्थडे।

उसने लेटे लेटे ही मेरे बालों में हाथ फिराया और बोली - बहुत मजा आया जानूl

लंड महाराजा झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

डॉ जस्सी ने मेरा लंड पकड़ कर हिला हिला कर मुआयना कियाl

डॉक्टर जस्सी बोली जैसा की डॉक्टर जूली ने बताया, तुम्हारी जबरदस्त चुदाई के तुम्हारी कुछ नसे इस तरह से हो गयी है, की अब तुम्हारा लंड खड़ा ही रहता हैl ये साधारणतया नहीं होता है, उसका सीधा सीधा इलाज नहीं है l लेकिन तुम्हे ये कुदरत से ख़ास मिली है तो इसे बचा कर रखो l

वैसे तो चुदाई मर्द के झड़ने के बाद ख़तम हो जाती है, क्योंकि झड़ने के बाद लंड में आया फ़ालतू खून वापिस चला जाता है, और लंड बैठ जाता है, पर तुम्हारे केस में ऐसा नहीं है, खून नसे में आयी हुई सुकड़न के बाद वापिस नहीं जाता है, और लंड खड़ा रहता हैl इसमें लड़कियों की और तुम्हारी बीवियों की तो मौज ही मौज है, वह जितनी देर चाहे चुद सकती हैl

मैंने जब इनको सेक्स करते देखा तो मह्सूस किया कुदरत की इन पर मेहरबानी रही है वो यह है कि इनके लंड से वीर्य भी निकलता है जैसे कि नार्मल पुरुषों के साथ होता है लेकिन यह क्रिया प्रियापिज्म के असली बीमार मर्दों में नहीं होती। वो बेचारे फुल इरेक्शन होते हुए ही भी किसी स्त्री को गर्भवती नहीं कर सकते।

लेकिन यह नार्मल प्रियापिज्म के बीमारों के साथ नहीं होता, उनके लंड की नसों में खून हर वक्त जमा रहता है, जिसके कारण उनका लंड हर वक्त खड़ा रहता है, और कुछ ही वर्षों में वो नपुंसक हो जाते है, यानि उनका लंड खड़ा होने की शक्ति खो देता है।

डॉक्टर जस्सी बोली आमिर का जब लंड खड़ा होता है तो खून लंड की नसों में आ जाता है जैसा कि साधारण इरेक्शन ( errection ) में पुरुषों के साथ होता है। लेकिन इनके लंड की नसों में जो खून आ जाता है वो कई घंटे वापस नहीं जाता है (जैसा कि आम आदमियों के साथ होता है) जिसके कारण इनका लंड खड़ा रहता है

सारा और डॉ जुली बोली आप इनका ऐसा इलाज करिये जिससे इनकी कबबलियत बची रहेl

डॉक्टर जस्सी मुस्कुराते हुए बोली, इस क़ाबलियत को बचा कर रखने का उपाय आमिर के अपने पास है, इनके पास जो क़ाबलियत है उसे बचाने में मैं तुम्हारी मदद करूंगी l सेक्स का दरअसल दिमाग से सीधा नाता हैl उत्तेजना यौन-सम्बंधित दृश्यों, आवाजों, स्पर्श या कामुक यादों से होती है। इस उत्तेजना का संकेत उसके मस्तिष्क (para-ventricular nucleus) में पैदा होकर, रीढ़ की हड्डी की विशेष नसों से गुजरता हुआ, श्रोणि (pelvis) नसों और प्रोस्टेट ग्रंथि से होता हुआ लण्ड तक पहुँचता है।

आमिर प्रायपिज्म का उपचार उसके प्रकार और कारण पर निर्भर करता है। डॉक्टर आपकी जांच करके पहले यह पता लगाता है कि प्रायपिज्म लो फ्लो है या हाई फ्लो।

यदि इरेक्शन 4 घंटे से कम समय के लिए रहता है तो पेनिस में रक्त प्रवाह कम करने के लिए डिकन्जेस्टैंट दवाएं दी जाती हैं। ये दवाएं आमतौर पर 4-6 घंटे तक होने वाले इरेक्शन पर प्रभावी होती है, लेकिन यदि किसी मामले में दवा का असर नहीं होता है या इरेक्शन 6 घंटे से भी अदिक होता है तो उपचार के लिए अन्य तरीके अपनाए जाते हैं, इसमें शामिल हैः

एस्पीरेशन- इस प्रक्रिया में पेनिस को दवा से सुन्न कर दिया जाता है और सुई डालकर डॉक्टर रुके हुए ब्लड को निकालता है। इस प्रक्रिया के तुरंत बाद दर्द और सूजन कम हो जाती है।

आइस पैक्स- पेनिस या पेरिनियम पर आइस पैक लगाने से सूजन और नॉन इस्केमिक प्रायपिज्म से आराम मिलता है।

सर्जरी- यदि आइस पैक और एस्पीरेशन से समस्या हल नहीं होती है तो पेनिस में सामान्य रक्त प्रवाह बनाए रखने के लिए सर्जरी की जरूरत होती है।

जब भी दर्द ज्यादा हो तो पेनिस पर आइस पैक लगाने से सूजन और नॉन इस्केमिक प्रायपिज्म से आराम मिलता है। तुम वो लगा सकते होl

तो मैंने कहा नहीं अब दर्द नहीं है पर अगर होगा तो मैं आइस पैक लगा लूँगा l

डॉक्टर जस्सी बोली आमिर मैं तुम्हे वह तरीका बताती हूँ, जिससे जब भी तुम्हारे मन से सेक्स का विचार दूर हो जायेगा. तो तुम्हारे लंड में आया खून वापस चला जाएगा ।

आमिर सेक्स का मतलब सिर्फ चूत में लण्ड डाल कर धक्के लगाना नहीं हैl लण्ड और चूत के मिलन से पहले चूमना चाटना सहलाने भी जरूरी हैl और मैंने अनुभव किया है तुम्हे चूमने चाटने सहलाने और दबाने में मजा आता हैl तुम्हारी बीविया भी कहे न कहे, उन्हें भी चूमने, चाटने, और सहलाने में मजा आता हैl

एक तो आमिर जब तुम्हे लगे तुम जड़ने वाले हो तो अपने धक्के लगाने की स्पीड कम कर दिया करो जिससे तुम झड़ोगे नहीं l

दूसरा जब तुम्हारी साथी को ओर्गास्म हो जाए या वह झड़ जाए तो तुम रुक जाया करोl

तीसरा बार बार पोज़ या आसान बदल लिया करो ताकि तुम्हे थोड़ा आराम मिल जाएl

सम्भोग के बाद भी अपने साथी को सहलाने और चूमने से आनंद आता है और वह प्यार का इजहार बहुत जरूरी हैl

चौथा जब मन भर कर सेक्स कर चुके हो, तो मन से सेक्स के विचार निकाल कर कुछ और सोचा करोl जिससे तुम्हारे लण्ड में आया हुआ अतिरिक्त खून धीरे धीरे वापिस चला जाए और ये नार्मल पोजीशन में आ जाएl

डॉक्टर जुली बोली आमिर तुम्हारी 3 बीविया हैं, इसलिए सब को खुश रखने के लिए तुम्हे सब से सम्भोग करो l लेकिन तुम अपने झड़ने पर अपने मन और दिमाग से नियंत्रण कर लो, ताकि जब तक तुम न चाहो, तुम न झडो, इस तरह तुम अपना वीर्य भी बचा सकोगे और नपुंसक नहो होंगेl इस तरह पूरे मजे ले सकोगे और अपनी सभी बीवियों को खुश रखोगेl

डॉक्टर जस्सी बोली जब तक तुम दिल्ली में रहोगे तुम मेरे बताये हुए नुस्खे आजमानाl अब सब आराम करो, बाकी जुली तो है हीl अब तुम्हारे साथ वह तुम्हारा पूरा ख्याल रखेगीl

कल सुबह तुम मेरे घर पर आना वह मेरा क्लिनिक भी है और कुछ टेस्ट भी वही करूंगी और डॉक्टर जस्सी चली गयीl

कहानी जारी रहेगीl

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RE: मजे - लूट लो जितने मिले - by aamirhydkhan1 - 03-02-2022, 08:45 AM



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