Thread Rating:
  • 18 Vote(s) - 1.67 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मजे - लूट लो जितने मिले
#58
मजे - लूट लो जितने मिले


छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

INDEX 

भाग 1 -जन्नत
भाग 2- खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ -Priapism
भाग 3- गेंद खेलती लड़की के साथ बगीचे में सेक्स
भाग 4- डॉ जस्सी के क्लिनिक पर मेरे लंड की जांच
भाग 5- कुंवारी जस्सी के साथ सेक्स
भाग 6-हूर जैसी लड़की ने लिया मेरा इम्तेहान
भाग 7-जन्नत की हूर जैसी सोनी
भाग 8-सोनी की पहली और 6 सुंदरियों की चुदाई
भाग 9-खाला की चुदाई
भाग 10- निकाह मिस्यार, एक से अधिक निकाह
भाग-11 - तीनों बीवियों ने मिल कर कैसे ग्रुप सेक्स का मजा लिया.
भाग-12 - तीनों बीवियों ने मिल कर कैसे ग्रुप सेक्स का मजा लिया
भाग-13 - नर्स के साथ सेक्स का मजा लिया
भाग-14 - नर्स मधु की पहली चुदाई
भाग-15- डॉक्टर और नर्सो के साथ समूह सेक्स.
भाग-16 एक नयी हसीना ऐनी से मुलाकात
भाग-17 हसीना ऐनी
भाग-18 ऐनी के साथ पहला सम्भोग
भाग-19 खुली बालकनी में बारिश के साथ में चुदाई
भाग-20 ताज के पास नदी के किनारे पर न्यूड और सेक्सी फोटोशूट.


---------------------------------------------

मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग 1

जन्नत


रात को डॉक्टर जुली और सारा के साथ घमासान दो राउंड चुदाई हुई l और मैं दोनों के साथ चिपक कर सो गयाl

सुबह सुबह लूसी मेरे पास आयी सारा और डॉक्टर जूली दोनों नंगी थकी हुई सो रही थी और मुझे चूमा और बोली आपसे बात करनी हैl

तो मैं दुसरे कमरे में चला आया तो लूसी मुझ से चिपक गयी और किस करते हुए लेंस पर हाथ फेरते हुए बोली कैसे हैं?

मैंने कहा अब दर्द तो नहीं है पर ये लंड अब बैठ नहीं रहा जबकि इस वक़्त मेरे मन में कुछ भी सेक्स का नहीं है l

तो लूसी बोली जब से आप कश्मीर हो कर आये हो, मुझे तो भूल ही गए हैंl उधर मैं आपकी चुदाई देख देख कर तड़प रही हूँ l मैं बोला मेरी जान मैं तो कश्मीर से सिर्फ तुम्हारे चक्कर में ही जल्दी वापिस आया, जबकि खाला तो कह रही थी कुछ दिन रूक जाओ और अपनी तीनो बीवियों के साथ यही पर सुहागरात और हनीमून मना लो फिर चले जाना, पर मेरे मन में उस समय तुम घूम रही थी, इसीलिए भागा चला आया, पर फिर मौका ही नहीं मिला तुमसे मिल कर चुदाई करने काl

मैंने कहा मेरी लूसी तो चलो सुबह सुबह एक राउंड हो जाए लंड महाराज तो त्यार ही हैं और लूसी को लिप किस करने लगाl मैंने लूसी के सारे कपडे उतार दिए और बेड पर पटक कर कस कर चोदा और उसकी चूत के अंदर ही पानी छोड़ा l

लंड महाराजा झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

हमारी आवाज़े सुन डॉक्टर जग गयीl चाय नाश्ते के बाद जूली बोली मुझे कुछ जरूरी काम है थोड़ी देर में आती हूँl डॉक्टर जुली, ये कह कर मेरे लंड पर पैंट के ऊपर से हाथ फेरने लगीl धीरे धीरे खड़ा लंड और कड़क होने लगाl डॉक्टर बोली लूसी तुम और सारा आमिर और उसके लंड का ख्याल रखो, मैं कुछ जरूरी काम और सामान चाहिए वो सब ले कर आती हूँ और डॉक्टर बाहर चली गयीl

लूसी ने मुझे लिप किस किया और लण्ड सहला का बोली जानू चिंता मत करो मैं तुम्हारा पूरा ख्याल रखूंगी और चाय बनाने चली गयीl हम दोनों ने चाय पी

तो सारा भी वहां आ गयी और मेरा खड़ा लंड देख कर बोली क्या आपका लंड अब ऐसे ही खड़ा रहेगा तो मैंने कहा

जब से फ़क़ीर ने बोला है तुम्हे जन्नत के मजे यहीं पर मिलेंगे तब से मेरे साथ ऐसा हो रहा है और उन्होंने मुझे दुआ दी थी के मेरी तकलीफ बहुत जल्द दूर हो जायेगी और मुझे इस तकलीफ के बदले अद्भुत सुख मिलेगा

तो सारा बोली जानू कहते हैं जन्नत में मर्दो का लंड हमेशा खड़ा रहता है और अद्भुत सुख मिलता है कहते हैं ''जन्नत में एक पुरुष को एक सौ पुरुषों के बराबर कामशक्ति दी जाएगी'' l जन्नत में ऐश व निशात के लिए दुनिया की औरतें और जन्नत की हूरें हैं। जो बेइंतेहा हसीन वह खूबसूरत हैं मर्द वहां अपनी हुरों से खूब आनंद लेंगे.

तो मैंने कहा हूरे तो मेरी बीविया हैं ही और मजे तो मुझे मिल ही रहे हैं

लूसी ने मुझे लिप किस किया और लण्ड सहला का बोली जानू चिंता मत करो मैं तुम्हारा पूरा ख्याल रखूंगी और बोली हज़ूर आज सारा का जन्मदिन है और आज उसका चौदहवा दिन हैं वह आपसे से जल्द से जल्द बच्चा चाहती हैl मैंने डॉक्टर जुली से बात करि है उसने बताया है के माहवारी के 10-15 दिन में गर्भादान की संभावना सब से ज्यादा होती है आज आप उसे जी भर कर चोदे और माँ बना देl

मैंने कहा ठीक है और सारा के पास जा कर उसे किस करि आज उसमे से बहुत अच्छी महक आ रही थी ऐसी महक मैंने कभी सारा में महसूस नहीं करि थीl उससे मेरा लंड भड़क गया और पूरा तन गया मैंने सारा को बोला हैप्पी बर्थडे जानू आज तुम्हे मुझ से क्या तोहफा चाहिए तो सारा बोली मेरे खाबिन्द आज मेरा चौदहवा दिन हैं आज आप मुझे माँ बना दे और बोलै मेरी जान आज तुम्हे बहुत प्यार करूंगा तो वह बोली आमिर आप थोड़ा सा इंतज़ार करो फिर अपने कमरे में आ जाना l

लगभग सुबह 10 बजे लूसी मुझे मेरे कमरे में ले गयी फिर गहनों और फूलों से सजी धजी सारा को मेरे फूलों से सजे कमरे में ले आयी और मुझे छेड़ने लगी हैl आज सारा के सारी हसरते निकाल देना आज उसका चौदहवा दिन है आज कस कर चोदना के माँ बन जाए कोई कसर मत छोडना वह हँसते हुए सारा को मेरे पास छोड कर दरवाजा बंद कर चली गयीl

सारा ने मुझसे पूछा कि आपको मेरे जन्मदिन के बारे में कैसे पता चला? तो मैं बोलै लूसी ने बताया सारा इस बात से बहुत खुश थी और हम दोनों ने उस दिन साथ में केक काटा। हम दोनों एक साथ में बैठे हुए थे और सारा ने मुझे केक खिलाया तो वह कहने लगी आप बहुत ही अच्छे हो मैं सारा की तारीफ करने लगा उन्होंने मुझे कहा कि मुझे आज आपके साथ आपका बर्थडे मनाना बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने उनको कहा मुझे भी आपके साथ बहुत अच्छा लग रहा है सारा बोली काफी समय बाद मेरे जीवन में इतनी खुशियां आई है। मैंने सारा को गले लगा लिया जब मैंने सारा को गले लगाया तो वह मुझे कहने लगी कि आप बहुत अच्छे हैं। उसने यह कहते ही मेरे होठों पर अपने गुलाबी होठों को टकरा दिया और जिस प्रकार से वह मेरे होठों का रसपान कर रहे थी उससे मैं बहुत ज्यादा खुश था और वह भी बहुत खुश नजर आ रहे थी ।

काफी देर तक मैंने उसके होठों को चूमा जब वो पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी तो हम दोनों ही अब रह ना सके क्योंकि मैं भी अपने अंदर की गर्मी को निकालना चाहता था । मैंने सारा के और अपने सारे कपडे निकाल दिएl

उसके बाद मैंने केक उसके मुँह बदन पर पर चुचो पर और चूत पर लगा दिया उसकी चूत की महक से मेरा लंड भड़कने लगा और उसके साथ चिपक गया तो मेरे बदन पर भी केक लग गयाl जिसे सारा ने मेरे पूरे बदन पर हाथ फिर कर फैला दिया दोनों के बदन केक की क्रीम से एकदम चिकने हो गए मैंने उसकी मोमे चूत ,और बाकी बदन पर लगे केक को चाट चाट कर साफ़ कर दिया और फिर सारा ने भी केक मेरे लैंड पर लगा दिया, और उसे चाट चाट कर साफ़ कर दिया पर केक पर लगी क्रीम के वजह से दोनों के बदन एक दम चिकने हो गएl

उसने मुझ से कहा मैं अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रही हूं। मुझे भर दो आज, कोई कसर मत छोड़नाl मैंने कहा मैं आपकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा देता हूंl मैंने सारा को पीठ के बल लिटाया और एक ही झटके में अपने मोटे लंड को उसकी चूत के अंदर पूरा घुसा दिया। वो चिल्लाने लगी उसके मुंह से बड़ी तेज चीख निकलने लगी थी और अपने आपको रोक नहीं पा रही थी उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था।

आज उसकी चूत कुछ ज्यादा ही टाइट लग रही थी और रसीली हो गयी थी मुझे भी बहुत मजा आ रहा थाl मैंने रेलगाड़ी की स्पीड से धक्के लगाने शुरू कर दिएl वह भी अपने चूतड़ उठा कर कर लंड को ज्यादा से ज्यादा अंदर लेने लगीl हम दोनों एक दूसरे के साथ ऐसे ही मजे करते रहेl मुझे भी बहुत अच्छा लगा, फिर तो मैंने रेल ही चला दी, और वो दनादन धक्के मारे, और सारा भी चूतड़ उठा उठा कर साथ देती रही, और रस उसकी चूत में ही छोड़ दिया और सारा भी मेरे साथ ही झड़ गयीl

कुछ देर बाद फिर मैंने सारा को घोड़ी बनाकर लंड घुसा कर बड़ी तेजी से वह धक्के मारने लगा सारा भी अपने चूतडो को मुझसे टकरा रही थीl जिस प्रकार उसके चूतडो को टकरती जा रही थी उससे चूतडो का रंग भी लाल होने लगा था मैंने चूतड़ों पर जोर से चांटे मार दिएl जिससे वह बिलबिला उठी, और मेरे हर धक्के के साथ उसके आह निकलती थी, और वह कहती थी आह! और जोर से, आमिर और जोर से, चोदो मुझे! मैं उसके बूब्स दबाता रहा l लगभग २० मिनट के जोर दार चुदाई के बाद मैं भी अपने आपको बिल्कुल ना रोक सका, और जैसे ही मैंने चूत के अंदर आपने माल को गिराया, और सारा भी मेरे साथ ही झड़ गयीl उसने कहा मुझे बहुत ही अच्छा लगा और आपने आज मेरे बर्थडे कि मुझे बहुत ही अच्छी ही खुशी दी l मैं आपसे बहुत खुश हूं।

तो मैंने उसे सीधा लेटा दिया, और सारा को बोलै मेरे माल को अंदर ले जाओ, और बिलकुल बाहर मत निकलने देनाl उसके बाद, मैंने थोड़ी देर बाद उसकी एक बार और चुदाई की, और उसकी चूत को अपने रस से भर दिया l मैंने कहा सारा ऐसी चुदाई करके मुझे आज बहुत मजा आया l

इसके बाद हम सब सो गएl

लंड महाराजा झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

कहानी जारी रहेगी

आमिर खान हैदराबाद

 


My Stories Running on this Forum



  1. मजे - लूट लो जितने मिले
  2. दिल्ली में सुलतान V रफीक के बीच युद्ध
  3. अंतरंग हमसफ़र
  4. पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ एक नौजवान के कारनामे
  5. गुरुजी के आश्रम में सावित्री
  6. छाया - अनचाहे रिश्तों में पनपती कामुकता एव उभरता प्रेम
  7.  मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मजे - लूट लो जितने मिले - by aamirhydkhan1 - 22-01-2022, 02:00 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)