Thread Rating:
  • 18 Vote(s) - 1.67 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मजे - लूट लो जितने मिले
#57
मजे - लूट लो जितने मिले

पांचवा अध्याय - वासना भरी ताबड़ तोड़ चुदाई

मजो की दुनिया में मेरे अनुभव


आपने अब तक मेरी कहानी "मजे - लूट लो जितने मिले: के अध्याय 1-5 में आपने पढ़ा कैसे मैंने सारा आपा के हलाला से पहले नूरी खाला को चोदाl मेरा निकाह सारा आपा से हुआl सारा को चोदने के बाद कैसे मैंने अपनी दूसरी बीबी ज़रीना को चोदाl

वलीमे की रात मैंने दोनों की गांड मारी और सुबह डॉक्टर को दिखाना पड़ा और डॉक्टर ने ३ दिन चुदाई बंद का हुकुम सुना दियाl

उसके बाद मैंने अपनी बीबियो और सालीयो को सुहागरात की चुदाई की कहानी और लूसी के साथ मेरी पहली चुदाई की कहानी सुनाई

रात को दिलिया के साथ सुहागरात मनाई और वहां हुई झूले पर घमासान चुदाई के बाद, मेरे लंड की नसें दब गईंl मेरा लंड हर वक्त तना हुआ रहने लगाl मेरे लंड का बूरा हाल हो गयाl उस पर नील पड़ गए और सूजा हुआ लंड बस खड़ा रहा l

लंड पर नील पड़ गए और सूज भी गया थाl डॉक्टर जूली ने चेक-अप के बाद प्राथमिक जांच में बताया था कि चुदाई करते वक्त लंड की नसें नीचे दबी रह गई होंगी, शायद इसीलिए लंड सामान्य स्थिति में नहीं आ रहा हैl डॉक्टर ने आगे गहन जांच की बात करिl

उसके बाद मैंने लूसी और सारा के साथ दिल्ली जाकर चेक-अप करवाने का प्लान बनायाl डॉक्टर जूली की दिल्ली में जान-पहचान थी और उसने मेरे सारे टेस्ट जल्दी ही करवा दियेl

फिर कुछ दिन बाद मैं लूसी और सारा चेकउप के लिए डॉक्टर जुली के साथ दिल्ली आ गए और जुली मेरे घर आयी और मैंने डॉक्टर जूली को सारा के बेडरूम में ले जाकर चोद दियाl


ll पांचवा अध्याय समाप्त ll


अगले छठे अध्याय में पढ़िए -खड़े लंड की दास्ताँ.

My Stories Running on this Forum



  1. मजे - लूट लो जितने मिले
  2. दिल्ली में सुलतान V रफीक के बीच युद्ध
  3. अंतरंग हमसफ़र
  4. पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ एक नौजवान के कारनामे
  5. गुरुजी के आश्रम में सावित्री
  6. छाया - अनचाहे रिश्तों में पनपती कामुकता एव उभरता प्रेम
  7.  मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मजे - लूट लो जितने मिले - by aamirhydkhan1 - 22-01-2022, 01:57 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)