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अंतरंग हमसफ़र
#35
अंतरंग हमसफ़र


तृतीय अध्याय

खूबसूरत युवा सहेलिया

भाग -11

कजिन के सहेली के साथ मेरे फूफेरे भाई की आशिक़ी.


फिर बॉब बार-बार मिन्नत कर और अपनी हालत का वास्ता दे कर रुखसाना को नग्न होकर चुम्बन करने के लिए मना लिया और ये वादा किया वह इससे आगे नहीं बढ़ेंगे।

तो बॉब ने जब रुखसाना मान गयी तो खुश हो कर एक शेर चिपकाया।

कब तक दिल के आईने में मेरा अक्स छुपाओगे,
कब तक रहोगे ख़फ़ा कभी तो मान जाओगे।

मोहब्बत में मेरी इतनी तासीर है,
यूं हमसे कब तक दूर रह पाओगे।

उसके बाद बॉब बोला रुखसाना मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ।

और उसे किश करने के लिए आगे हुआ तो रुख़्साना पीछे होने लगी बोली इसकी तो कोई बात नहीं हुई थी।

बॉब बोला जब मैंने आपको भागते हुए पकड़ लिया था, तो मैंने आपसे इनाम लेना था, जिसे मैंने बाद में मांग लूँगा ये कहा थाl अब वही नग्न होकर चुम्बन आप से मांग रहा हूँ, और चाहता हूँ आप भी इस पल का सब पूर्वाग्रह छोड़ कर पूरा मजा लीजियेl तो रुखसाना ने उसे धीरे से चुम्बन कर दियाl

तो बॉब बोला जिसके लिए बात हुई है बस वही कर रहा हूँ। आप बस मजे लीजिये।

उसने फिर किसी शायर का शेर चिपकाया।

कोई पल हो तेरे साथ का मेरी उम्र भर को समेट ले,
मैं फ़ना बकाक सारे सफ़र उसी एक पल में गुज़ार दूँ।

हालाँकि लंबे समय तक रुकने के कारण वह बहुत अधीर था। उसने सोचा अब फटाफट रुखसाना को निर्वस्त्र कर चुम्बन करना शुरू कर दे। उसने अपनी अधीरता में उसकी छतियो पर दोनों हाथो से हमला किया और उसके दोनों स्तन पकड़ कर ज़ोर से दबा दिए, तो रुखसाना बोली अरे धीरे करो इतनी ज़ोर से मत करो दर्द होता है।

फिर बॉब ने उससे माफ़ी मांगी और बोला क्या करून आपको देख कर मुझसे काबू ही नहीं हो रहा। उसने ख़ुद को नियंत्रित करते हुए फ़ैसला किया, की जल्दबाज़ी का कोई फायदा नहीं होगा। अगर ये बिदक गयी तो उसका बनता हुआ काम बिगड़ सकता है। उसने निश्चय किया की थोड़ा आराम से करना होगा और रुख़्साना को साथ-साथ गर्म करना होगा ताकि वह उसके बाद ख़ुद का न रोक पाए और पूरा आत्म समर्पण कर दे और भरपूर प्यार करे।

फिर बॉब बोला रुखसाना अब आराम से करते हैं और रुखसाना की सुन्दर शरीर पर हाथ फेरा।

मैंने भी ग़ौर किया रुखसाना को पतली आदर्श कमर है, उसका शरीर भरा हुआ है और रसीला है। उसके लम्बे भूरे बाल, बड़ी-बड़ी काली आँखें, सुंदर नाक, रस भरे लाल-लाल होंठ हैं। उसकी सांस की गंध सुखद थी। उसके स्तन भरे हुए और दृढ़ हैं। उसकी बदन से बड़ी मनमोहिनी महक आ रही थी। उसके कूल्हे बड़े हैं। उसके हाथ और पैर दोनों सुन्दर है।

मैं कमरे में छुपा हुआ सब देख रहा था और उत्सुकता से उनका हर शब्द सुन रहा था।

रुकसाना ने लाल लेहंगा चोली चुनरी और ढेर सारे गहणे पहने हुए थे। साथ में गजरा और फूलों से शृंगार किये हुए थी। मेरा तो लंड उसे देख कर बेकाबू हो गया और मेरी भी हालत काम रोग से ग्रस्त हो गयी। रुकसाना बिस्तर के पास शर्मायी हुई अपने पैरो की तरफ़ देख रही थी। उसने हल्का-सा घूंघट किया हुआ था। । वह थोड़ी-सी घबराई हुई थी। उधर बॉब का हाल मुझ से भी खराब था उसका लंड फटने को हो रहा था। उसे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था की रुख़्साना उसके साथ अकेली प्यार करने के लिए त्यार हो कर आ गयी थी। उसने थोड़ा-सा आगे होकर और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया और उसको बेड पर ले गया।

" मेरी जानेमन आप सचमुच बहुत सुन्दर हो। बॉब के हाथ के छूते ही वह बोली अरे आप तो तप रहे हो। तो बॉब ने कहा मेरी बिमारी अब ठीक हो जायेगी और रुकसाना थोड़ा सहज हो गयी थी।

बॉब ने रुकसाना की तारीफ करते हुए कहा ' रुकसाना! आप बहुत सुन्दर हो आप मेरे सपनो की रानी हो जब से आप को देखा है तब से आप से बहुत प्यार करता हूँ और आप को पाना चाहता था। " वह और भी शर्माने लगी और बहुत कहने पर मीठी आवाज़ में बोली मैं भी आप को पसंद करती हूँ।
फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दिया दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ नाज़ुक होटों के नीचे काला तिल! नाक पर बड़ी नथ, मांग में टिका बालो में गजरा उसका चेहरा नीचे को झुका हुआ था।

इतनी सुन्दर रुखसाना को दुल्हन के रूप में देख बॉब के मुँह से निकला वाह! तुम तो क़यामत हो मेरी जान और बॉब का कठोर अधीर लंड फुफकारने लगा। बॉब ने धीरे से उसके चेहरे को ऊपर किया रुकसाना की आँखे बंद थी। बॉब बोला मेरी जान अपनी आँखे खोलो और अपने दीवाने को देखो उसने आँखे खोली और हलकी से मुस्करायी बॉब ने उसका ओंठो पर एक नरम-सा चुम्बन ले लिया। वह शर्मा कर सिमट कर बॉब से लिपट गयी। बॉब ने रुकसाना को अपने गले लगाया और पीठ पर हाथ फिरा कर महसूस किया उसने बैकलेस चोली पहनी हुई थी। जो सिर्फ़ दो डोरियों से बंधी हुई थी और ब्रा नहीं पहनी हुई थीl फिर बॉब के हाथ फिसल कर रुखसाना की कमर तक पहुँच आअह्ह्ह उसकी सिसकी निकल गयी।

बॉब हल्की-सी आवाज़ में बोला 'आई लव यू' आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत है। मेरे मन आपको देखते हे बेकाबू हो जाता है। तुम तो मेरे दिल की मल्लिक्का हो। बॉब बोला "आपके गुलाबी नरम होठों का रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले। मैंने आज तक तुम जैसी सुन्दर लड़की नहीं देखी!"

फिर बॉब होंठो को चूमने लगा और वह भी साथ देने लगी फिर बॉब ने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ को चूसने लगी और फिर बेकरारी से लिप्प किस करने लगे। उसी बीच बॉब के हाथ उसकी चोली पर से होते हुए उसके स्तनों पर पहुँच गया। बॉब का हाथ चोली के ऊपर से स्तनों को दबा रहा था। रुखसाना की आँखें बंद थी और पूरा मज़ा ले रही थी।

अब बॉब ने उसके कपडे उतारने शुरू किये धीरे से उसकी चुनरी हटाई। । वाह क्या रूप था। गोरी चिट्टी कमसिन तीखी नैन नक्श। प्यारा-सा चेहरा। । लंड तो फुफकारने लगा। फिर बॉब ने उसके ओंठो को चूमता रहा। बॉब के हाथ उसके स्तनों पर जा चुके थे। बॉब ने उसके गोल-गोल सुडोल और सुदृढ़ स्तनों को पहले सहलाया फिर चोली के ऊपर से ही दबाया। बॉब के हाथो ने उसके कड़क निप्पल की मसला और फिर खींचा तो वह कराह उठी। इसस! बॉब ने चोली के ऊपर से ही उसके बूब्स को चूमा और निप्पल्स को चूसा और उसकी चोली के ऊपर की डोरी खोल दी और उसके कंधो और बाँहों पर किस करने लगा। उसके बाद नीचे की भी डोरी खिंच कर चोली की अलग कर दिया। वह बॉब से लिपट गयी, बॉब ने छातियों को हाथो से पकड़ लिया और ज़ोर से दबाने लगा। दोनों बूब्स एक दम लाल हो गए। फिर बॉब ने उसके निप्पल्स को पकड़ लिया और मसलने लगा तो रुखसाना के चुचुक (निप्पल) उत्तेजना से खड़े हो चुके थे। बॉब ने स्तनों को अपनी हथेलियों में भरा और उन्हें किस करने लगा। बॉब ने स्तनों को सहलाना शुरू कर दिया। दोनों की साँसे तेज-तेज चलने लगी।

बॉब ने अपना कुत्ता उतार दिया और रुकसाना को अपनी छाती से लगा लिया और अपनी बाँहों में जकड लिया। उसके नरम मुलायम बूब्स का बॉब की छाती से दबने लगे। बॉब ने रुकसाना का मुँह चूमा और लिप किस करि। । बॉब ने एक निप्पल अपने मुह में रखा और उसे चूसने लगा। फिर दुसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दिया। उसने चूचियों को दांतो से कुत्र तो रुखसाना कराह उठी।

आह यह आह! उसके बूब्स अब लाल हो चुके थे।

बॉब ने बार-बार बाएँ और दायें निप्पल को चूसना जारी रखा जब तक की रुखसाना के पूरे शरीर में एक आग-सी न लग गयी।

फिर बॉब के हाथ स्तनों पर से लहंगे पर पहुँच गए। बॉब ने लहंगे का नाडा खोल दिया और की उँगलियों का उसकी पैंटी पर स्पर्श हुआ और बॉब के बदन में सिरहन दौड़ गयी। बॉब रुखसाना की चूत पर हाथ फेरने लगा। उसे करंट-सा लगा और रुखसाना ने बॉब की कस कर पकड़ लिया और उससे लिपट गयी। उसका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था। और फिर बॉब ने पैंटी पर भी किस किया। उसके हिप्स को पकडा और चेहरे को पैंटी से सटा डाला और उसे चूमने लगा। बॉब ने धीरे से अपनी उंगलियाँ पैंटी के इलास्टिक में डाली और धीरे-धीरे उसे नीचे करना शुरू कर दिया और पैंटी उतर फेंकी। उसकी चुत पर कोई बाल नहीं था अच्छी तरह से उसने अपने चूत साफ़ करि थी। रुकसाना ने अपनी चूत से बाल साफ़ किये हुए थे वह थोड़े गुलाबी रंग की थी और गीलेपन की कुछ बूंदे साफ़ दिख रही थी रुकसाना की कमसिन कमर बल खा रही थी। इस समय रुखसाना अपने कुदरती नग्नता में थी बिना किसी कपड़ो के बंधन के बिना। वाह क्या नज़ारा था बॉब और मेरी हालात भी ख़राब हो गई थी।

अब वह बिलकुल नंगी थी सिर्फ़ उनके नाक में नथ थी, बालो में गजरा कमर में कमरघनी हाथो में चुडिया और पांव में पायल। उनका एक-एक अंग बहुत सुन्दर है। फिर बॉब ने अपना पायजामे का नाडा खोला और पायजामा और अंडरवियर निकाल दिया।

रुखसाना ने बॉब का कठोर लिंग पकडा और उसे सहलाने लगी। फिर अपनी उँगलियों में लपेट लिया। बॉब ने उसे लंड को प्यार करने को कहा पहले तो वह घबराई फिर कहने पर लंड पर एक मीठी किस करि। बॉब के हिप्स भी हरकत करने लगे थे।

फिर बॉब ने रुखसाना को खड़ा किया और उससे चिपट गया उसका लंड उसकी चूत के द्वार पर दस्तक देने लगा। उसके छाती बॉब की छाती से दबने लगी और बॉब उसे लिप किस करने लगा।

बॉब ने अपना लिंग अपने हाथ में पकड़ लिया और उसकी एक टांग को अपनी जांघों के ऊपर से खींचते हुए, उसके उत्सुक लंड के सिर को उसके पैरों के बीच के निशान पर रखने की कोशिश कर रहा था।

"आह! नहीं! नहीं! कभी नहीं! आपने वादा किया था ऐसा कुछ नहीं करोगे!" वह चिल्लाई और उसके मज़बूत आलिंगन से ख़ुद को अलग करने के लिए संघर्ष करने लगी। "नहीं! नहीं! ओह! नहीं! मैं नहीं करूंगी, प्लीज छोडो मुझे! प्लीज रुक जाइये!"

मेरा नग्न लंड आपकी नग्न योनि को चूमना और मिलना चाहता है तो आप उसे क्यों रोक रही हैl

"रुक जाऊँ! कैसे रुक जाऊँ!" वह हसते हुए बोला। "जब आपने मुझे लुभा कर मेरी ऐसे हालात कर दी है कि मैं कामाग्नि में तप रहा हूँ, तो मैं अब कैसे रुक सकता हूँ? रुखसाना? आपने मुझे जो अज़ादिया लेने की अनुमति दी है उन स्वतंत्रताओं ने मुझे पागल कर दिया है। अब प्रतिरोध बेकार है। अब रुका तो मर ही जाऊंगा।"

रुखसाना बोली रुकिए! बस करिये! इसकी कोई बात नहीं हुई थी। आपने कहा था सिर्फ़ नग्न चुम्बन करेंगे। तो बॉब बोला नग्न चुम्बन करेंगे कितनी देर करेंगे ये कोई बात नहीं हुई थी। अब नग्न चुम्बन ही तो कर रह हूँ अब बस मजे लीजिये और फिर उसे लिप किश करने लगा।

आगे क्या हुआ, ये अगले भाग में पढ़िए।

ये कहानी जारी रहेगी l

आपका दीपक l

आगे क्या हुआ पढ़िए अगले भाग 12 में।
 

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RE: अंतरंग हमसफ़र - by aamirhydkhan1 - 29-11-2021, 02:24 PM



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