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Adultery पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ नौजवान के कारनामे
#43
पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ एक नौजवान के कारनामे

CHAPTER- 3
 
रुसी युवती ऐना

PART-5
स्विमिंग पूल के किनारे


एना ने कहा कि वह अपना कौमार्य उपहार के रूप में मुझे समर्पित करना चाहती है । वो बोली मैं बस यही चाहती हूं कि मेरा कौमार्य उस व्यक्ति द्वारा तोड़ दिया जाए, जिसे मैं हमेशा याद रखूँ और तुम वो भाग्यशाली पुरुष हो जो और मैं चाहती हूँ मैं तुम्हें कभी न भूलाऊ । ”

उसकी ये बात सुन मैं भावुक और राजी हो गया. मैं उसे देखता ही रह गया और उसने मेरा चेहरा किश करने के लिए पकड़ा और मेरे ओंठो पर अपने ओंठ रख दिए । उसके होंठ ताजे फल की तरह मीठे और नरम थे और मैं पूरे दिन रात इन फलो की दावत करना चाहता था ।

फिर मैंने उसके निचले होंठ को चूसते हुए उसका प्यारा सा चेहरा पकड़ लिया । अब मैं क्या करूंगा इस प्रत्याशा में उसने अपनी आँखें बंद कर ली थीं। मै एना को चूमते हुए पूल के एक कोने में ले गया जहाँ अंधेरा था । उसने मुझे चूम कर संकेत दिया कि वह तैयार है। मैं उसे फिर से चुम्बन किया तो उसने मेरी जीभ के साथ खेलना शुरू कर दिया। .

वो एकदम पके त्यार आम की तरह दिख रही थी। ऐना की चूचे गज़ब के सेक्सी थे l

ऐसा लग रहा था जैसे मक्खन के दो गोले हों और उनके ऊपर गुलाबी अंगूर लगा दिए हों। मैं एक टक उनको देखने लगा। उसके स्तन गुलाबी निपल्स के साथ दूध की तरह सफेद गोल सुदृढ़ और बिलकुल भी ढलके हुए नहीं थे । मैंने उसके निप्पलों को दांत से हल्का सा काटा तो वो कराह उठी और मैं उसके स्तनों को दबाने लगा और निप्पलों के साथ खेलने लगा ।

मेरा लंड अब बार बार खड़ा हो अकड़ा हुआ मुसल बन चूका था और उसकी चूत पर दस्तक दे रहा था । मैंने ऐना के सुराहीदार गर्दन पर अपने होंठ रख दिए। गर्दन ऐना का बहुत संवेदनशील अंग था सो वहां मेरे होंठ लगते ही उसकी सिसकारी निकल गई।

ऐना ::--- ""आह। क्या कर रहे हो। "" ऐना ने सिसकते हुए कहा।

मैंने अपने हाथो से ऐना के दोनों मम्मों को पकड़ लिया। मम्मों पे मेरा हाथ लगते ही ऐना को एकदम करंट लगा। उसकी साँसे तेज़ चलने लगी। इधर मैं ऐना की चूचियों को हाथ लगाते ही मेरा लण्ड और भी सख्त हो गया। मैं हौले हौले ऐना के मम्मों को सहलाने लगा।

ऐना के पुरे बदन में सेक्स की लहरे बहने लगी.

फिर मैंने एना के दोनों स्तनों को एक हाथ से अपने मुँह में दबा लिया उसके स्तन और निप्पल आम से मिलते जुलते थे और अपने अंगूठे का इस्तेमाल करके मैंने उसके दोनों निप्पल को छेड़ा, फिर दूसरे हाथ से उसके चूतड़ सहलाए।

और फिर मैंने ऐना की दोनों निप्प्ल्स को अपनी उँगलियों में फंसा लिया और उन्हें धीरे धीरे ट्विस्ट करने लगा। मेरी इस क्रिया से ऐना गरम होने लगी। अब मैंने कंधे से लेकर गले तक को चाटना शुरू कर दिया। ऐना के लिए इस तीन तरफा हमले को झेलना मुश्किल होता जा रहा था। नीचे उसकी चूत पर मेरे मूसल लंड ने आतंक मचा रखा था चूचियाँ मेरे हाथों के कब्जे में थी और गर्दन और कंधे में मेरे होंठ और जीभ हलचल मचाये हुए थे। कमसिन उम्र और अल्हड जवानी में ऐना इन सबको संभाल न पाई और उसकी आँखे बंद होने लगी।

वो मेरे सामने यूं ही आँख मूंदे खड़ी थी। कामदेवी को भी चेल्लेंज कर देने वाली उसकी सुंदरता अनावृत मेरे सामने थी। मैंने उसकी गर्दन पकड़ कर अपनी ओर खींचा और उसके रसीले होंठो पर अपने होंठ रखकर ऐना के अधरो के अमृत को पीने लगा .ऐना अब पूरी तरह सेक्स की आग का गोला बन गई थी मेरा चुम्बन उसे और भी रोमांच दे रहा था।

फिर मैं उसके के पुरे बदन पर अपना हाथ फेरना क्या रगड़ने लगा। पुरे पेट ,चूची ,गर्दन आदि पर मलने के बाद मैं उसकी नंगी मखमली पीठ पर हाथ फेरने लगा ।

मर्दाना हाथ का खुरदरापन ऐना को उत्तेजित कर रहा था साँसे एक बार फिर तेज़ हो गई।

उसके मुँह से वह जोर से सांस लेने लगी, दुनिया की हर वो स्त्री जो पूर्ण विकसित वक्षस्थल की स्वामिनी है वो मर्द द्वारा उनको सहलाना ,मसलना और उनसे खेलना पसंद करती है। उत्तेजित हो उसकी चूचियाँ तन गई और पूरे बदन में करंट दौड़ने लगा।

मैं भर ताक़त ऐना के मम्मे चूसने लगा। जब ऐना सह नहीं पाई तो अपनी कमर को नीचे पटकने लगी। नीचे कोबरा फन काढ़े बैठा था डसने को। उसकी चूत बार -२ लण्ड से भिड़ने लगी।ऐना ने मेरे लण्ड को दोनों जांघों बीच चूत के उपर फंसा लिया। अब जितना वो कमर पटकती लण्ड का शाफ़्ट उसकी पूरी चूत की मालिश करता जिससे वो और गर्माती जा रही थी।

मैंने उसकी निपल्स के चारों ओर अपनी जीभ से घेरे बनाए हैं, जिससे वो जोर से हां हां कर कराहने लगी . मैंने कभी ब्स को काटा तो कभी प्यार से निप्पल के ऊपर जीभ को चुभलाया तो कहीं घुंडियों को दाड़ में रखकर हौले हौले चबाया l

मैंने अपनी लपलपाती जीभ निकाली और ऐना के निप्पल के चारों ओर घुमाने लगा। मेरी जीभ का चूची में स्पर्श लगते ही काम्या गनगना गई। उसके मुख से सिस्कारियां निकलने लगी।

मैं नीचे झुका और ऐना के दोनों मम्मों को हाथ से पास पास किया और दोनों को एक साथ मुंह में भर लिया। और दोनों निपल्स को अपने मुंह के अंदर ले लिया।

जब मैंने ने मम्मों को चूसना चालू किया तो ऐना मेरे बाल सहलाने लगी। मैं चूसते चूसते अब दांत भी गड़ाने लगा। करंट ऐना की छाती से निकल कर उसकी चूत तक पहुंचते ही वो बेहाल हो गई और खुद बड़बड़ाने लगी "हाँ खा जाओ इनको। ये आप के लिए ही हैं। खूब मसल डालो इनको। बहुत परेशान करती हैं ये"l

दोनों मुम्मे एक साथ मेरे मुह में जाते ही ऐना के पूरे शरीर में बिजली के करंट के झटके लगने लगे. मैं दोनों मम्मों को जोर जोर से चूसने लगा। दोनों मम्मे एक साथ चूसने से ऐना ने अपना आपा खो दिया। It feels amazing .Oh my God!. ओह्ह्ह अह्ह्ह आआह हहहह हैई जानू ये क्या कर रहे हो मार ही डालोगे क्या? You are driving me crazy . आयी एईई ओह्ह्ह मां ओह्ह्ह माँ .ओह्ह्ह जूही! ठीक कह रही थी दीपक! तुम सच में जादूगर ही हो . I am going to die.

कामावेग में ऐना ने अपनी कमर उपर नीचे करनी शुरू कर दी। वो एक भीषण कामाग्नि में जल रही थी। उसने अपनी चूत को मेरे मूसल पर पटकना शुरू कर दिया। मैं भी उसकी गाण्ड को हाथ से सहला सहला कर दबा रहा था। दो मिनिट में ही ऐना मैं गयी गयी गईइइइइइइइ कहती हुई झड़ गईl

मैं ऐना की कमर के उपर जर्रे जर्रे पर अपने होंठों से मुहर लगा कर उस पर अपनी मिलकियत की घोषणा करने लगा ।

अब मेरे सामने ऐना का गोरा चिकना बलखाता गुदाज़ पेट था। मैंने उसकी नाभि में अपनी जीभ घुसा दी तो उसका पतली कमर बल खाने लगीl

उसके बाद उसकी जांघों के जोड़ के पास ऐना की पाव भाजी के समान उभरी हुई, शेव की हुई सफ़ेद ताज़ी चूत देख देख मेरा मुह खुल गया। मैं धीरे-धीरे नीचे आया और अपने दोनों हाथों में उसके चूतड़ पकड़ कर खुद ही घुटने टेक दिए l

मेरे सामने जैसे ही ऐना की जानलेवा चूत आई मेरा शरीर झनझना गया। ऐसी मादक चूत को देख कर मेरा खून कुलांचे मारने लगा।

मैंने उसकी चूत की नाजुक पंखुड़ियों को अलग करना शुरू कर दिया है और वहाँ एक चुम्बन किया ।

वह और अधिक चाहने वाले की तरह मचलने लगी । मैंने आखिर में अपनी गर्म जीभ उसकी योनि को चारो और घुमाते हुए उसकी योनि की हैओंठो की छेड़ते हुए उसकी क्लीन शेव योनि के अंदर घुसा दी, और मैंने उसके हाइमन को अंदर तक महसूस किया ।

ये मेरा उसके कौमार्य -(हाइमन) को पहला और आखिरी चुम्बन था l

मेरी जीभ उसके G स्पॉट पर पहुँच गयी उसका जी स्पॉट बड़ा और सख्त था और मैंने उंगलियों से और जीभ से उसे छेड़ना शुरू कर दिया, जिससे एना के पैर कांप रहे थे और कमजोर हो रहे थे, मैंने इतनी जोर से दाने को मसला जिससे उसका पानी छूट गया और उसके मुहँ से जोर की चीख निकल गई l

जल्द ही वह अपने संभोग को नियंत्रित नहीं कर पाई और मेरे मुंह में आ गई। ऐना की प्रेम गुफा से पानी का सैलाब निकल आया जिसमे मेरी सारी उंगलियां और जीभ गीली हो गई थी। ऐना को ऐसा लग रहा था जैसे उसके अंदर से कोई झरना फूट पड़ा हो उसका चूत रस का स्वाद नमकीन था लेकिन मुझे अमृत जैसा लगा मैंने हर बूंद को चाट लिया। मैंने अपने होंठ के साथ हर बार चाटते समय उसके जी स्पॉट पर एक चुम्बन किया ।


कहानी जारी रहेगी

दीपक कुमार


आगे क्या हुआ पढ़िए अगले भाग 6 में।
 

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RE: पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ नौजवान के कारनामे - by aamirhydkhan1 - 26-11-2021, 09:27 PM



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