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Adultery दिल्ली में सुलतान और रफीक के बीच युद्ध
#10
दिल्ली में सुलतान और रफीक के बीच युद्ध



UPDATE 09



बेआबरू - बेइज्जत


परवेज के घुटने थक कर झुक रहे थे और उसका शरीर फर्श पर नीचे जाने लगा था। उसने दर्द महसूस किया और उसे पता था उसका प्रतिद्वंद्वी मल-युद्ध , या कुश्ती और मार्शल आर्ट में अच्छी तरह से प्रशिक्षित एक लड़ाकू था।

" सफ़ेदू सुल्तान! तुम मेरे लिए काफ़ी नहीं हो !" रफीक ने परवेज़ गाली दी। परवेज जानता था कि रफ़ीक जो कह रहा है यह निश्चित रूप से सच है।

रफीक ने अपने रुख को फिर से समायोजित किया और परवेज पर अधिक दबाव डालना शुरू कर दिया। जबकि रफीक ने अपना पूरा डीएम और डाव नहीं लागए थे , फिर भी यह परवेज को फर्श पर धकेलने के लिए पर्याप्त था। एक कुशल मल-युध की चाल में परवेज की गर्दन के चारों ओर अपनी बाहों को तेजी से घुमाते हुए, रफीक ने परवेज को एक शातिर हेडलॉक में पकड़ लिया ।

मल-युध सेनानी के रूप में अपने लंबे अनुभव से, रफीक जानतेा था कि इस तरह के हेडलॉक को तोड़ना बेहद मुश्किल था। और परवेज इसकेलिए न तो प्रशिक्षित था न ही इतना ताकतवार था की वो रैफु का ये दाव तोड़ पाता । इस बीच उसे रक़्क़ीनी वैरवी की आवाज सुनाई दी , वो परवेज को बोल रही थी उठो सम्राट हिम्मत मत हारो . लड़ो

परवेज अपनी गर्दन पर दबाव को महसूस कर रहा था और मुश्किल से सांस ले पा रहा था, और उसका पेट मथ रहा था क्योंकि वह पूरी तरह से रफीका के हेडलॉक दाव में फंस गया था।

"उठ गांडू ! बेवकूफ सुल्तान! आज मैं तुम्हें बुरी तरह हराने जा रहा हूँ !" सिर का दाव कसते हुए रफीका दहाड़ा । परवेज को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसे इतनी तेजी से, इतनी जल्दी पीटा जा रहा है।


"तुम और कोई नहीं बस एक ठुक-खोर (शुक्राणु ) गांडू हो !" रफीका ने कहा और परवेज को फर्श पर लिटा दिया। "अब मैं ही मैं तुम्हारा हुज़ूर और तुम्हारा मालिक रफ़ीक़ हूँ!"

"चुसो मेरे लंडनहीं तो मैं तुम्हें जल्दी से यही खत्म कर दूंगा," रफ़ीक़ ने हंसते हुए कहा। "अपनी आखरी प्राथना कहनी शुरू करो!"

फर्श पर गिरा और हेडलॉक फसा हुआ में परवेज बिल्कुल भी हिलने-डुलने में असमर्थ था। उसने पृष्ठभूमि में चारो महिलाओं को उपहासपूर्ण टिप्पणी करते हुए, हंसते और कराहते हुए सुना, स्पष्ट रूप से चारो परवेज की दुर्दशा का आनंद ले रहे थे।

फिर उसने रीमा को कुछ बहुत ही असामान्य बात कहते सुना जिससे परवेज बहुत डर गया ।
"इसके कपड़े उतारो, रफीक!" परवेज ने रीमा को चिल्लाते हुए सुना। "इसे नंगा करो और हमें इसका छोटा सफेद गुप्तांग दिखाओ!" फिर इसे अन्य औरतों ने भी दोहराया ।

चारो रफ़ीक को उकसा रही थी परवेज को नंगा कर बइज्जत करने के लिए

परवेज रफीक को उसके हाथों को हिलाने से नहीं रोक पाया, रफ़ीक ने अपने मजबूत काले हाथों में से केवल एक का उपयोग करके परवेज को हेडलॉक के अंदर फसाया और दुसरे हाथ से उसने परवेज की पतलून की डोरी को खोलना शुरू कर दिया है। जैसे ही रफीका ने परवेज की पतलून नीचे की, तो परवेज को उसके गुप्तांगों आंगन की ठंडी महसूस हुई । फिर रफीका ने खड़े होकर औरतों के सामने परवेज को खींच कर खड़ा कर लिया। परवेज ने ने शर्म से अपने गुप्तांगों को ढंकने की कोशिश की, लेकिन रफीक ने उसके दोनों गोरे हाथों को पकड़ लिया और उन्हें उसके सिर के ऊपर खींच लिया, जिससे उसकी नग्नता पांचो सुंदर औरतो की जिज्ञासु निगाहों के सामने आ गई। उसके गोरे जननांगों का छोटा आकार देखकर सभी हँस पड़े।

"क्या हुआ,बेवकूफ, परवेज, ?" रफीका ने परवेज की अवमानना करते हुए पूछा। "आपके पूर्वजों की ठंडी भूमि में आपका लिंग बहुत छोटा हो गया? हुह? आपका अवधी लैंड बहुत छोटा और बहुत सुरक्षित हो गया है ?"

परवेज के अवधी जननांग, रफीक से मिली पिटाई के प्रभाव में, अपने सामान्य चपटे आकार में सिकुड़ गए थे, और बेहद छोटे हो गए थे । उसके सिकुड़े हुए अंडकोष में से प्रत्येक एक अंगूर के आकार का हो गया था, जबकि उसका सिकुड़ा हुआ गोरा लंड भी अंगूर के आकार तक सिकुड़ गया था, जिससे परवेज के जननांग बिल्कुल तीन छोटे गुलाबी अंगूरों की तरह लग रहे थे जो उसकी कमर के बीच लटके हुए थे। जब रफीक ने आखिरकार अपने हाथों को छोड़ दिया, तो परवेज ने जल्दी से अपने गुप्तांगों को शर्म से ढक लिया और कुछ कदम पीछे हट गया ।

"चलो, रफीक! इन तीन गोरी बीबीयो को अपना बड़ा काला लिंग दिखाओ!" रीमा चिल्लाई।
रककिनी वैरवी भी बोली हाँ हाँ रफ़ीक अब अपना लंड सबको दिखाओ

"हाँ, हमें दिखाओ कि तुम काका लंड हमारे गोरू साहिबों से कितना बड़ा है !" गुलनाज ने कहा।
मल्लिका बोली हाँ मुझे भी देखना है तुम्हारा लंड कैसा शानदार है .
अब परवेज की बीबी सुल्ताना भी बोली हमे भी अपना लंड दिखाओ रफीक जिसका रीमा इतना बखान करती है

ओरतों को देखते हुए और मुस्कुराते हुए रफीक ने कहा, "तुम्हारी जैसी खूबसूरत औरतो को इतने छोटे छोटे सफेद लंड की जरूरत नहीं है। तुम्हें बड़े काला लुंड की जरूरत है!"

इसके साथ ही रफीक ने दर्शकों को अपनी मर्दानगी दिखाने के लिए अपने तंग कपड़े को नीचे खींच लिया। और नंगा हो गया फिर वह उन पांच सुंदर औरतों के सामने नंगा खड़ा हो गया।


जारी रहेगी

आमिर

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RE: दिल्ली में सुलतान और रफीक के बीच युद्ध - by aamirhydkhan1 - 01-11-2021, 07:10 PM



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