01-11-2021, 06:54 PM
पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ एक नौजवान के कारनामे
CHAPTER- 1
एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे
परिचय-उपहार
PART 4
CHAPTER- 1
एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे
परिचय-उपहार
PART 4
आशा ने साधारण देशी बोली में कहा, धन्यवाद साहब । आपको लग सकता है कि आपने मुझे बहकाया या ललचाया । हालांकि, तथ्य यह है कि मैंने लंबे समय के बाद आज महसूस किया है, कि किसी ने एक महिला के रूप में मेरा सम्मान किया है। आपने मुझे वो प्यार और सम्मान दिया है, जो मेरे पति ने भी मुझे मेरी शादीशुदा जिंदगी में नहीं दिया है ।
आशा के इस सरल शैली में बयान से मैंने आशा के दर्द और प्यार को महसूस किया। मैं एक बार फिर उस पर चढ़ गया और उसके होठों पर चूमा । मैंने उसके पूरे शरीर को चूमा और कहा, "सिर्फ तुम ने ही नहीं मैंने भी खुद को सम्मानित महसूस किया है । आशा तुमने मुझे वो प्यार दिया है जो केवल एक अच्छी पत्नी देती है। इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं । मैं जल्द ही आपकी बच्चे की अभिलाषा को पूरा कर दूंगा. मेरा अमोघ वीर्य जिसे मैंने काफी महीनो से इकठा कर के रखा है जल्द ही आपको संतान प्रदान करेगा और आप चिंता मत करना मैं आपका और अपनी संतान का पूरा भरण पोषण करूंगा। आशा ने इसका प्रति उत्तर मेरे ओंठो पर एक गहरे और लम्बे चुम्बन से दिया ।
उसके बाद तो चुदाई के दौर ही शुरू हो गया lउस रात में हम नव विवाहितो की तरह रात भर चुदाई करते रहे l एक के बाद एक चुदाई के दौर चलते रहे । बच्चो के कॉलेज में छुट्टिया थी सो मेरे पड़ोसी मानवी और रूपाली परिवार सहित एक सप्ताह की आगामी छुट्टियों में मां के घर के लिए सुबह जल्दी रवाना हो गए हैं । मैंने और आशा ने उन सबको सुबह बिदा किया l
"ला कासा " अप्पार्टमेंट्स के बाकी सभी निवासी भी छुट्टियों पर या अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ चले गए और चूंकि आशा का पति भी बहन के घर से छुट्टियों के दिनों से वापस नहीं आने वाला था और हमे परेशान करने वाला कोई नहीं था और लगभग एक सप्ताह तक हम दोनों ने एकांतवास में एक दुसरे के साथ का भरपूर आनंद लिया। हम पूरे सप्ताह के लिए घर में लगभग नग्न घूमते रहे और घर में लगभग हर जगह चुदाई और चुदाई ही करते रहे।
जब छुट्टियां खत्म होने वाली थी और उस दिन आशा का पति वापिस लौटने वाला था, इसलिए आशा अब अपने घर वापिस जाना चाहती थी तो मैंने जाने से पहले उसे एक बार फिर से चोदाl जिसके बाद उसने वो तोहफे में दी गयी साड़ी और गहने पैक कर वापस मुझे दे दिए और कहा कि साहब कृपया इन्हे आप अपने पास रखें । आप जानते हैं कि मैं इन्हें नहीं ले सकती। मैंने तब उसे कुछ पैसे देने चाहे जिसे उसने स्वीकार करने से इनकार कर दिया । इस पर मैंने पुछा क्या तुम्हारा कोई बैंक आकउंट है तो आशा ने कहा नहीं कोई नहीं है तो मैंने कहा "ठीक है मैं बैंक में आपके लिए एक खाता खोलने में मदद करूंगा जहां आप पैसे को अपने पति से सुरक्षित रख सकेंगी । फिर उसे एक अलमारी के चाबी देते हुए कहा आप इन वस्त्रों गहनों और पैसो को इस अलमारी में सुरक्षित रख सकती हैं ये अलमारी अब आपकी रहेगी । फिर मैंने कहा "आप को जब भी उसे किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे बेजिझक बता सकती हैं । आपकी इच्छा पूरी करने में मुझे आनंद मिलेगा "।
वैसे तो वो अपने पति से दुखी थी पर फिर भी एक शादीशुदा नारी थी इसलिए बोली " क्या आप मेरे पति सोनू को नौकरी दिलाने में कोई मदद कर सकते हैं?: मैंने कहा जरूर और मैंनेआशा से पूछा कि सोनू क्या जानता है, क्या काम कर सकता है ? इस पर आशा ने कहा कि वह कार चला सकता है। वह एक अच्छा कुशल कार चालक हैl उसके पिछले मालिक सूरत से बाहर चले गए इसलिए अब उसके पास कोई नौकरी नहीं है इसीलिए वह पीने भी लग गया है और परेशान रहता है । मैंने कहा कि मेरे पास एक बड़ी मरेसिडीज़ कार है जो आज शाम तक पंजाब से यहां आ जाएगी और मुझे एक ड्राइवर चाहिए होगा। आप अपने पति सोनू को मेरे पास भेज दो। मैं उसे अपने ड्राइवर के रूप में और आपको एक पूर्णकालिक नौकरानी के रूप में रोजगार दे दूंगा और मेरे पास नौकर का कमरा भी है। जहां आप दोनों रह सकते हैं। इस तरह आप मेरे पास रह सकोगे और हमआसानी से मिल सकेंगे ।
आशा ने पुछा बच्चे के लिए आप मेरी जांच कब करोगे ? तो मैं बोला मुझे नहीं लगता है अब तुम्हारी जांच की कोई ख़ास जरूरत है। तुम्हारी जांच तो मैं और मेरा लंड अच्छी तरह से कर चुके हैं निश्चित तौर पर कुछ कमी तुम्हारे पति सोनू में ही है । इसके बाद मैंने आशा से उसके पीरियड्स के बारे में पूछताछ की। उसने आज कहा कि उसका 13 वां या 14वा दिन है तो मैंने आशा को कहा आज और अगले कुछ दिन अपने पति के साथ चुदाई जरूर कर लेना और मैंने अपने चमड़े का बैग खोल कर कुछ दवा आशा की दी और उसे बोला ये दवा सोनू के खाने में मिला कर दे देना ताकि वो उत्तेजित होकर तुम्हे आज जरूर चोदे ताकि अगर वह गर्भवती हो जाए तो उसका पति उस पर कोई शक न करे ।
उसी शाम मेरी कार पंजाब से मेरे पास आ गई और आशा का पति भी रात में वापस आ गया । आशा ने उस रात अपने पति सोनू को वह दवा खाने में डाल कर खिला दी जिसके बाद सोनू ने उसकी चुदाई कर डाली ।
अगली सुबह आशा और उसका पति सोनू मेरे पास आए और मैंने सोनू से कार चलवा कर उसका टेस्ट लिया और पाया वह एक कुशल ड्राइवर था और उसे महंगी मर्सेडीज़ कार के बारे में भी पर्याप्त जानकारी थी । मैंने उसे नौकर के कमरे की पेशकश करते हुए कहा कि मुझे काम के सिलसिले में कई बार मैं देर रात लौटना पड़ता है और आपको मेरे साथ रहने की जरूरत होगी और इससे उन्हें पैसे बचाने में भी मदद मिलेगी ।
आशा और सोनू किराए के घर में ही रहते थे इसलिए इस प्रस्ताव को अस्वीकार करना सोनू के लिए बहुत कठिन था । मैंने सोनू (आशा के पति) से पुछा क्या वो शराब पीता है तो उसने कहा साहब अब नहीं पीऊँगा । तो मैंने कहा वह कभी शराब न पीएं और शराब पी कर गाडी तो बिलकुल न गाड़ी चलाएं वरना उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना होगा । जिस पर सोनू ने कहा साहब अब उसके पास नौकरी है इसलिए वह शराब पीना बिलकुल बंद कर देगा। मैंने सोनू को सुंदर वेतन देने की पेशकश की । जो आशा के पति सोनू ने सहर्ष स्वीकार कर लिया और वे दोनों दोपहर में अपना सामान और कपड़े आदि ले आये और नौकर के कमरे में अपना सामान जमा लिया । फिर मैंने आशा को भी घर के पूरे कामकाज की जिम्मेदारी सौंप दी गयी और उसका उचित वेतन तय कर दिया गया जिसमे खाना बनाना भी शामिल था क्योंकि इससे पहले मैं भोजन होटल से ही मंगवा कर खा रहा था ।.
शाम तक दोनों पड़ोसी परिवार भी लौट आये और इतनी आलीशान कार देखकर खुश हो गए और मैं सब को कार में घुमाने ले गया और सबने कुछ मिठाइयां और आइसक्रीम का लुत्फ उठाया ।
कहानी जारी रहेगी
दीपक कुमार
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