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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
मैंने उसकी चूंची को मसलते हुए कहा,हम पड़ोसी हैं और तुम मेरी बीवी की सहेली हो और आज से मेरी महबूबा हो।
 
तब रुखसाना मेरे होठों को चूमते हुए बोली, तुम मुझको भाभी-जान कह कर पुकारो। मुझे तुम्हारी भाभी बन कर चुदवाने में बेहद मजा मिलेगा। चलो मुझको भाभी-जान कह कर पुकारो और मुझे चोदो।
 
उसकी यह बात सुन कर मैंने उसकी चूंची मसलते हुए कहा, भाभी-जान तुम बहुत ही सैक्सी और चुदक्कड़ हो। तुम्हारी चूत बहुत ही गरम है और चुदास से भरी है। मेरा लंड तुम्हारी चूत में घुसने के लिये खड़ा होकर झूम रहा है। भाभी-जान मुझको तुमसे प्यार हो गया है।
 [Image: IMG-9711.jpg]
मेरी बात सुन कर रुखसाना बिस्तर पे अपने चूत्तड़ों के नीचे तकिया लगा कर मेरे सामने चित हो अपने पैर फ़ैला कर लेट गयी। मैं उसकी चूंची को पकड़ कर उसकी चूत को चाटने लगा। उसकी चूत की खुशबू बहुत ही अच्छी थी। करीब पाँच मिनट के बाद रुखसाना ने मेरे कँधों को पकड़ कर मुझको अपने ऊपर से उठाया और बोली, तुम अपने पैर मेरी तरफ कर लो... मुझको तुम्हारा लंड चूसना है।
 [Image: 013-026.jpg]
हम लोग जल्दी से सिक्स्टी-नाइन की पोज़िशन में लेट गये और अपना अपना काम शुरू कर दिया। रुखसाना बहुत अच्छी तरह से मज़े लेकर मेरा लंड चूस रही थी। हम लोग एक दूसरे के चूत और लंड करीब पाँच मिनट तक चूसते रहे। मैंने फिर रुखसाना को उसकी टाँगें फ़ैला कर लेटने को कहा और उसके पैर अपने कँधों पर रख लिये। मैंने उसकी टाँगों को और फ़ैला कर उसके घुटनों से उसकी टाँगों को मोड़ दिया।
 
अब रुखसाना की सैक्सी चूत मेरी आँखों के सामने खुली हुई थी। मैंने लंड पर थूक निकाल कर मला और लंड को रुखसाना की चूत पर रख कर एक ही धक्के के साथ उसकी चूत के अंदर कर दिया। इसके बाद मैं उसकी चूंचियों को पकड़ कर उसकी चूत में अपना लंड पहले धीरे-धीरे और बाद में जोर-जोर से पेलने लगा। रुखसाना भी अब नीचे से अपनी कमर उछाल कर मेरे हर धक्के का जवाब दे रही थी और मुझको अपनी बाँहों में भर कर चूम रही थी।
 [Image: 8vz.jpg][Image: IMG-4999.jpg]
थोड़ी देर के बाद रुखसाना अपनी एक चूंची मेरे मुँह पे लगाती हुई बोली, मेरे चोदू सनम... मेरी चूत की चुदाई के साथ-साथ मेरी चूंची भी पियो... इसमें बेहद मज़ा मिलेगा और मेरी चूत भी और गरम हो जायेगी।
 
मैंने भी उसकी चूंची को चूसते हुए थोड़ी देर तक उसको चोदा और फिर रुक गया। मेरे रुकते ही रुखसाना ने मुझे चूमते हुए कहा, शाबाश, तुम बहुत ही बेहतरीन तरीके से चोदते हो। मैं तुम्हें बहुत पहले से चाहती हूँ लकिन मैं तुमसे दूर रहती थी कि कहीं तुम्हारी बीवी को मेरे इरादों का पता न चल जाये।
 
मैंने कहा, तो फिर आज क्यों मेरा लंड अपनी चूत में लिया हुआ है।
 
रुखसाना ने उत्तर दिया, अब मुझ से सब्र नहीं हो रहा था, मुझे इमरान से तसल्ली नहीं हो रही थी... वो ना तो तुम्हारी तरह मुझे चूदता है और ना ही वो मेरी चूत पे किस करता है और ना ही मेरी गाँड मारता है... मुझे गाँड मरवाने का बहुत शौक था.... साथ ही कईं दिनों से किसी और से चुदवाने का मौका भी नहीं मिला... करीब दो महीने पहले तक ऑफिस का एक चपड़ासी मुझे चोदता था पर वोह भी नौकरी छोड़ कर चला गया।
 
उसने अपनी कमर को अब फिर से धीरे-धीरे चलाना शुरू किया और अपनी चूत से मेरा लंड पकड़ने की कोशिश करती हुई बोली, मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं पहली दफा चुद रही हूँ... तुम बहुत मज़े के साथ चोदते हो... अब धीरे-धीरे मेरी चूत चोदो।
 
मैं फिर से उसको धीरे-धीरे चोदने लगा और उससे बोला, तुम भी मुझे बहुत खूबसूरत लगती हो... मैं भी हर वक्त तुम्हें चोदने के बारे में सोचता रहता था... मुझे भी तुम्हारी चूत और गाँड ने बहुत मज़ा दिया है... मैंने पहली बार गाँड मारी है... तुम्हारी गाँड इतनी टाईट थी कि लग रहा था कि किस्सी कुँवारी लड़की की चूत हो।
 
तब रुखसाना बोली, तुम्हारा मोटा लंड और मेरी टाईट चूत हम दोनों को बेहद मज़ा दे रहे हैं... अब मैं बहुत गरम हो गयी हूँ... अब मेरी चूत जोर-जोर से चोदो।
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RE: हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 02-11-2023, 07:07 PM



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