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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
उस रात हम लोगों ने कई बार एक दूसरे की चूत और लंड का हर तरह से मज़ा लिया। भाभी हमारी चुदाई से बहुत थक गयी थीं और फिर हम लोग थोड़ा बहुत खाना खा कर एक दूसरे से लिपट कर सो गये और सुबह देर तक सोते रहे। अगले दिन आमिर को सिंगापुर से आना था और उसकी फ़्लाईट दो बजे दोपहर में आने वाली थी। इसलिये सुबह देर से उठ कर हमने एक दूसरे से लिपट कर चुम्मा लिया।

सायरा भाभी बोलीं,अमित आज तो आमिर आ रहा है और पता नहीं फिर कब मौका मिले तुमसे मिलने का और तुम्हारा लंड अपनी चूत में पिलवाने का, तुम अभी एक बार फिर से मेरी चूत की चुदाई कर दो, प्लीज़।
 
मैं बोला, भाभी आपने मेरे मन की बात कह दी। मैं भी चाहता था की एक बार फिर से आपकी चूत में अपना लंड डालूँ और आपको जी भर कर रगड़-रगड़ कर चोदूँ।
 
हमलोग फिर से एक दूसरे से लिपट गये और फिर से मैंने उनकी टाँगों को ऊपर कर के अपना लंड उनकी चूत में पेल कर सायरा भाभी को एक बार फिर रगड़ कर चोद दिया। उसके बाद हम लोगों ने साथ-साथ बाथरूम में जाकर एक दूसरे के शरीर पर साबुन लगाया और मैंने उनकी चूंची और चूत से खेलते हुए और भाभी ने मेरे लंड से खेलते हुए स्नान किया और फिर अपने अपने कपड़े पहने और एयरपोर्ट आमिर को लेने के लिए चले गए। आमिर ने एयरपोर्ट पे ही मुझसे बहुत माफी माँगी और फिर आमिर और सायरा भाभी ने मुझे एक बार फिर से मुम्बई आने को कहा।
 
मैंने भी सायरा भाभी की तरफ देखते हुए उन लोगों से कहा,जरूर आऊँगा, सच तुम्हारे यहाँ आ कर मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं कोशिश करूँगा कि मैं जल्दी ही फिर से मुम्बई आऊँ।
 
मैंने भी आमिर और सायरा भाभी से दिल्ली आने को कहा और उन दोनों भी दिल्ली आने के लिए हामी भर दी।
 
सायरा भाभी बोलीं, जरूर हमलोग जल्दी ही आपके पास दिल्ली आयेंगे।
 
मैं उसी शाम कि फ़्लाईट पकड़ कर दिल्ली चला आया।
 
॥॥॥। समाप्त ॥॥॥।
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RE: हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 02-12-2022, 08:32 PM



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