11-08-2022, 02:40 PM
मेरे अंतरंग हमसफ़र
चतुर्थ अध्याय
लंदन जाने की तयारी
भाग 31
चॉकलेट खाने का सही तरीका.
लिली और हुमा चुदाई से मिले आनंद से दीप्तिमान थी, जबकि एमी, सपना, शबनमा और डेजी के चेहरा खुशी से चमक रहा था; क्योंकि उन्होंने अलग-अलग आसान में दो चुदाई के दौर देख लिए थे और उनका सेक्स के बारे में जो भी आशंका और भय थे वह हमारे उत्साहपूर्ण संभोग को देखकर दूर हो गए थे। साथ ही उन उन्हें अब ये भी आभास था कि अब अगला नम्बर मिली की चुदाई का है ।
मैंने कहा आप सब जैसे मैं और मिली करेंगे वैसे ही करो! तो लिली बोलो अगर हम आपके देखेंगे, तो हम तभी वैसा कैसे कर पाएंगे और फिर जब ध्यान आपके ऊपर होगा तो करने में उतना मजा भी नहीं आएगा । तो पहले आप करो हम देख लेते हैं फिर वैसा ही कर लेंगे । नहीं तो बीच बीच में बार बार करके आप को रुकना पड़ेगा तभी हम सब वैसे ही यही कर पाएंगी ।
समस्या गंभीर थी और मैं कुछ उपाय सोच कर बोलता उससे पहले ही रोजी बोली आप सब लोग चॉकलेट खाओ. जो भी दीपक और मिली करेंगे मैं उसकी कमेंट्री करुँगी जिसे सुन कर आप सब वैसे कर सकती हैं ।
चॉकलेट देख मिली समेत सब लड़कियों के मुँह में पानी आया हुआ था और तुरंत सब लड़कियों ने भी अपने मुँह अपने पार्टनर के आगे कर लिए । मिली ने भी अपना मुँह आगे बढ़ा दिया और मेरे मुँह में पकड़ी हुई बाईट करने लिए आयी। तो मैंने चॉक्लेट को मुँह के अंदर कर लिया। मिली समझ गयी की चॉकलेट मुँह से मुँह लगा कर ही खानी पड़ेगी तो वह आगे बढ़ कर मेरे मुँह से चॉकलेट खाने लगी।
अब रोजी ने कमेंट्री शुरू कर दी । अब मिली कुमार के मुँह से चॉकलेट चूस-चूस कर खा रही है... खा नहीं चूस और चाट रही है । अब कुमार ने अपने मुँह से सारी चॉकलेट अपने और मिली के मुँह पर लगा दी और कुमार के मुँह पर लगी चॉकलेट खा रहा है और मिली भी कुमार के मुँह पर लगी चॉकलेट चाट रही है
मैंने देखा की हुमा और एमी अभी ओंठो से ओंठ जोड़ कर चॉकलेट चाट रही थी तो डेजी सपना के गालो पर लगी ही चॉक्लेट को जीभ से चाट रही थी और लिली चॉक्लेट का टुकड़ा चूस कर शबनम के मुँह में धकेल रही थी और शबनम ने वह टुकड़ा अपने मुँह में ले लिया था।
फिर रोजी बोल रही थी अब कुमार ने चॉकलेट का टुकड़ा चूस कर मिली के मुँह में धकेल दिया है और मिली ने वह टुकड़ा अपने मुँह में ले लिया और चूस कर वापिस कुमार के मुँह में धकेल दिया है और अब दोनों एक दुसरे की जीभ पर लगी चॉकलेट को चाट रहे हैं ।
फिर वह बोलो अब सभी लड़किया भी मिली और कुमार की ही तरह एक दुसरे की जीभ पर लगी चॉकलेट को चाट रहे हैं और अब कुमार और मिली बेतहाशा किस कर रहे हैं। फिर कुमार ने मिली के गालो पर फिर उसकी ठोड़ी और गर्दन पर लगी ही चॉकलेट को चाट कर साफ़ कर दिया है और अब मिली भी कुमार के चेहरे और ओंठो पर लगी हुई चॉकलेट चाट रही है ।
फिर मैं और मिली एक दूसरे की बाहों में समा गए और एक दूसरे को कोमलता से चूमा; और वह मेरी बाहों टाइट और नज़दीकी आलिंगन में बंद हो गयी। उसकी कोमल त्वचा को अपने आलिंगन में मह्सूस करने से मेरे लिंग में सनसनी होने लगी ।
'ओह दीपक! यह बस अद्भुत था!' लिली बोली ये चॉकलेट बहुत अच्छा था... एमी बोली ऐसे तो मैंने कभी चॉकलेट पहले नहीं खाई थी और फिर सपना बोली मुझे नहीं मालूम था चॉकलेट ऐसे खाने में इतना मजा आएगा ।
मेरा दाहिना हाथ मिली के पेट पर चला गया और धीरे से उसकी नाभि को गुदगुदी करके उसकी योनी की ओर बढ़ गया, जिसे अब तक मैंने छुआ नहीं था। झट से मिली ने मुझे रोक लिया। 'नहीं, दीपक, प्लेसए वहाँ मत करो!' वह कुछ शर्माते हुए बोली, ' आप मुझे वहाँ मत छुओ-मैं बहुत उत्तेजित हूँ और मेरे हाथो को उसने हटा कर पीछे धकेल दिया और मेरे से दूर हो गयी।
सभी लड़कियाँ जो अब हमें देख रही थीं, मुस्कुरा उठी तो लिली ने शरारत से कहा, ' जल्दी करो, दीपक, नहीं तो तुम मौका चूक जाओगे, और फिर बोली;
पहले ऊँगली योनि में फिर आठ इंची लंड रखो त्यार। ता के नीचे रसीली जन्नत, डालो अंदर मत चूको कुमार॥ '
जिसे सुन सब हसने लगे ।
मैंने कहा लड़कियों मिली के हाथो को पकड़ो तो सब लड़कियो ने मिली के हाथो को पकड़ कर उसकी पीठ के पीछे कर दिया और धीरे से उसे मेरे सामने नग्न अवस्था में खड़ा होने के लिए मजबूर किया।
मिली नग्न मेरे सामने खड़ी थी। लिली, सपना और शबनम ने उसे एक कलाई से, हुमा, डेजी और एमी ने मिली की दूसरी कलाई से मजबूती से पकड़ रखा था; इस प्रकार उसकी बाहें उसके बदन से दूर कर दी गईं थी । चूंकि उसके हाथ बंदी थे, इसलिए वह अपने सबसे निजी अंगों को मेरी उत्सुक आँखों से छिपा नहीं सकती थी। उसकी त्वचा दूध की तरह थी। उसके पास बेहतरीन, भरे और पके हुए, गोल और दृढ स्तन थे, उनपर छोटे गुलाबी निपल्स के बाहर की ओर इशारा करते हुए तने हुए थे। उसकी जाँघें शानदार रूप से चिकनी टाँगे लम्बी और गोल थीं। उसका सुंदर गोल पेट की बीचो बीच गहरी नाभि उसकी जांघों की तरफ धीरे-धीरे नीचे की ओर झुकी हुई थी। उसकी योनि क्षेत्र की पहाड़ी बड़ी और मांसल थी और घुंघराले रेशमी बालों से ढकी हुई थी। जिसके, बीच में से उसकी योनी के नाजुक गुलाबी होंठ दिखाई दे रहे थे। कुल मिलाकर वह सुंदर और प्यारी युवती थी जिसकी कोई कल्पना कर सकता था।
मैं बस उस पर मुग्ध हो गया। मेरे सामने अद्भुत लड़किया या परिया खड़ी थी सभी सुंदर और शानदार रूप से कामुक, जिनमे से चार पूरी तरह से नग्न, उनके बीच मिलि को उसकी कोमलता में पकड़े हुए थी, मिली का चेहरा शर्म से भरा हुआ था और प्यारे स्तन हाथ पीछे खींचे जाने के कारण आगे को तन गए थे, आधा-हंसते हुए और आधा-घबराकर उसने छोड़े जाने के लिए भीख माँगी।
'मिली को यहाँ मेरे पास लाओ,' मैंने अपने पैरों को व्यापक रूप से अलग करते हुए कहा तो मिली ने डरते हुए थोड़ा विरोध किया । लेकिन फिर हुमा और लिली ने कोमल बल का उपयोग किया और जल्द ही नग्न संघर्षरत लड़की मिली को, हुमा और लिली ने मजबूती से पकड़कर मेरी जाँघों के बीच खड़ी कर दिया, और आगे को दिलचस्प कार्यवाही की उत्सुकता से प्रतीक्षा करने लगी।
मैंने फिर उसकी योनि को छुआ तो 'दीपक! प्लीज मुझे वहाँ मत छुओ, कृपया मत करो!' मिलि ने भीख मांगी, वह झुकी हुई आँखों के साथ कांप रही थी मैंने अपने हाथों को उसके नितम्बो पर रखा और सहलाया तो वह फुदक गई, और उसके स्तनों को हिलते हुए देखकर मेरे लंड में सनसनी होने लगी ।
'मिली डियर,' मैंने धीरे से कहा, ' आप अपना वादा तोड रही है। क्या आपको लगता है कि मैं आपको या किसी लड़की को कभी चोट पहुँचाऊँगा? इसके विपरीत, अब आपको अब तक का सबसे प्यारा आनंद मिलने वाला है! इसलिए प्रिय घबराओ मत, हिम्मत करो! मुस्कुराओ और मुझे चूमो।
जब मैं बोल रहा था तो मैंने उसके नितबो और दुसरे हाथ को उसकी पीठ पर ले जा कर उसे जोर से अपनी ओर दबाया; थोड़ी देर के लिए मिली अडिग खड़ी रही-फिर उसने आँखें उठाईं, मुझे प्यार से देखा, विश्वास से मुस्कुराई और मेरे हाथों के कोमल दबाव के आगे झुकते हुए उसने खुद को तब तक आगे बढ़ने दिया जब तक वह मेरे साथ चिपक नहीं गयी थी। फिर उसने मुझे चूमने लगी। मैंने उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया; और उसके कोमल शरीर को अपने ऊपर दबाते हुए, मैंने उसे बार-बार चूमा।
'अब आप मिली के हाथ छोड़ सकती हैं, क्योंकि मिली फिर से एक अच्छी लड़की बन गई है!' मैंने अपनी उंगली मिली की नाभि पर लगाई। 'ओह! प्रिय दीपक!' वो कांपने लगी और उसके चेहरे का रंग और लाल हो गया फिर वो कराहने लगी आआह्ह! और फिर वह मेरी विजयी हंसी में शामिल हो गयी और इस बीच वो मचल कर खुद को घुमा रही थी।
फिर मैंने मिली के गले पर बेतहाशा किस किया फिर उसके कंधों पर किस किया वह कराह उठी आआह्ह धीरे!
पर मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने उसके दोनों कंधों को चाटने लगा फिर मैं उसके गालों पर टूट पड़ा। उसके गाल बहुत नर्म मुलायम सॉफ्ट और स्वाद में मीठे थे। । वह कराहने लगी आअह्ह! आई! ऊह्ह! मर गयी, मार डालाअअ! प्लीज प्यार से करो!
उसकी कराह से मेरा जोश और बढ़ जाता था ।
मैंने तय किया कि इस बार मैं मिली की दबी हुई जाँघों द्वारा बनाई गई घाटी पर आक्रमण करूँगा, जो की इक चीरे जैसी लग रही थी और उसकी झांटो के घुंघराले रेशमी बाल झाड़ी की तरह बाहर खड़े होते हैं। उ मैंने अपना हाथ उसकी जांघों पर हल्के से गिरा दिया, फिर उसे उनकी नरम चिकनी जांघो के बीच ऊपर की ओर तब तक घुमाया जब तक कि योनि के बाहर बालो की झाड़ी तक नहीं पहुँच गया। जब मैंने उसके झांटो के बालों के साथ कामुकता से खेला और उन्हें धीरे से खींचा और धीरे से उन्हें ब्रश करते हुए तर्जनी और अंगूठे के साथ उसके बालों से ढके क्षेत्र का पता लगाने के लिए आगे बढ़ा। उसके स्वादिष्ट नरम मांस को दबाने से मिली को अनैच्छिक टांगो के हिलने के अंदाज ने मुझे स्पष्ट बताया कि वह उस कामुक यौन उत्तेजना की स्थिति में आ गई थी जिसे मैं चाहता था। फिर मैंने धीरे से अपनी तर्जनी को मिली की कोमल योनी के होठों पर लगाया।
'ओह! मेरे प्यारे दीपक ये आप क्या कर रहे हो!' वह कराही और मेरी उंगली से बचने के लिए अपने आप को जल्दी से पीछे खींच लिया, जिसने केवल मेरी ऊँगली की स्थिति में सुधार किया और मैंने ऊँगली उस नाजुक छेद में आगे बढ़ाना शुरू कर दिया जिससे उसे सबसे उत्तम गुदगुदी और कामुक संवेदनाएँ अनुभव हुई जिनका मिली ने कराहते हुए स्पष्ट रूप से आनंद लिया। उसने मुझे मेरेी गर्दन के चारों ओर पहले से कहीं ज्यादा कसकर पकड़ लिया। अपने होंठों को मेरे ऊपर ले लिया और मुझे जोर से चूमना शुरू कर दिया। और जब मैंने पूरी उंगली उसकी योनी के छेद में डाल दी और ऊँगली हिला कर उसे मोहक रूप से उत्तेजित करना शुरू कर दिया, तब उसने काफी हद तक खुद पर से नियंत्रण खो दिया और अपनी यौन इच्छाओं और मेरे आगे अपनी कामुक वासना की संतुष्टि के लिए खुद को अनर्गल रूप से आत्मसमर्पण कर दिया।
वह बोली आपकी ऊँगली ने तो कुछ जादू कर दिया है मुझे कुछ हो रहा है ।
मैंने कहा ये तो अभी तर्जनी ऊँगली का जादू है अभी तो आपको बड़ी और मोटी ऊँगली के जादू भी अनुभव होगा और उसे चूमने लगा और साथ-साथ ऊँगली आगे पीछे करने लगा।
ओह! प्रिय!' मिलि ने हांफते हुए, मेरी उंगली को उसकी योनी में और अधिक उग्र परिश्रम के लिए प्रोत्साहित करने के लिए खुद को पागलों की तरह आगे की ओर झटका दिया.
यह देखकर कि मिली अब कामोत्तेजक शिखर के कगार पर थी, मैंने उसके भगशेफ पर हमला किया और उसे तेजी गुदगुदाया। 'हा!...हा!...हा!!!...' अवर्णनीय तरीके से वो काम्पी और हांफते हुए वो झड़ गयी और मेरी ऊँगली को उसके मलाईदार रस से भिगो दिया ।
जारी रहेगी
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[*][/url][url=https://xossipy.com/thread-42132.html]अंतरंग हमसफ़र
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[*]गुरुजी के आश्रम में सावित्री
[*]मेरे अंतरंग हमसफ़र - मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया
[*]छाया - अनचाहे रिश्तों में पनपती कामुकता एव उभरता प्रेम-completed
[*]दिल्ली में सुलतान V रफीक के बीच युद्ध- completed
चतुर्थ अध्याय
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मैंने कहा आप सब जैसे मैं और मिली करेंगे वैसे ही करो! तो लिली बोलो अगर हम आपके देखेंगे, तो हम तभी वैसा कैसे कर पाएंगे और फिर जब ध्यान आपके ऊपर होगा तो करने में उतना मजा भी नहीं आएगा । तो पहले आप करो हम देख लेते हैं फिर वैसा ही कर लेंगे । नहीं तो बीच बीच में बार बार करके आप को रुकना पड़ेगा तभी हम सब वैसे ही यही कर पाएंगी ।
समस्या गंभीर थी और मैं कुछ उपाय सोच कर बोलता उससे पहले ही रोजी बोली आप सब लोग चॉकलेट खाओ. जो भी दीपक और मिली करेंगे मैं उसकी कमेंट्री करुँगी जिसे सुन कर आप सब वैसे कर सकती हैं ।
चॉकलेट देख मिली समेत सब लड़कियों के मुँह में पानी आया हुआ था और तुरंत सब लड़कियों ने भी अपने मुँह अपने पार्टनर के आगे कर लिए । मिली ने भी अपना मुँह आगे बढ़ा दिया और मेरे मुँह में पकड़ी हुई बाईट करने लिए आयी। तो मैंने चॉक्लेट को मुँह के अंदर कर लिया। मिली समझ गयी की चॉकलेट मुँह से मुँह लगा कर ही खानी पड़ेगी तो वह आगे बढ़ कर मेरे मुँह से चॉकलेट खाने लगी।
अब रोजी ने कमेंट्री शुरू कर दी । अब मिली कुमार के मुँह से चॉकलेट चूस-चूस कर खा रही है... खा नहीं चूस और चाट रही है । अब कुमार ने अपने मुँह से सारी चॉकलेट अपने और मिली के मुँह पर लगा दी और कुमार के मुँह पर लगी चॉकलेट खा रहा है और मिली भी कुमार के मुँह पर लगी चॉकलेट चाट रही है
मैंने देखा की हुमा और एमी अभी ओंठो से ओंठ जोड़ कर चॉकलेट चाट रही थी तो डेजी सपना के गालो पर लगी ही चॉक्लेट को जीभ से चाट रही थी और लिली चॉक्लेट का टुकड़ा चूस कर शबनम के मुँह में धकेल रही थी और शबनम ने वह टुकड़ा अपने मुँह में ले लिया था।
फिर रोजी बोल रही थी अब कुमार ने चॉकलेट का टुकड़ा चूस कर मिली के मुँह में धकेल दिया है और मिली ने वह टुकड़ा अपने मुँह में ले लिया और चूस कर वापिस कुमार के मुँह में धकेल दिया है और अब दोनों एक दुसरे की जीभ पर लगी चॉकलेट को चाट रहे हैं ।
फिर वह बोलो अब सभी लड़किया भी मिली और कुमार की ही तरह एक दुसरे की जीभ पर लगी चॉकलेट को चाट रहे हैं और अब कुमार और मिली बेतहाशा किस कर रहे हैं। फिर कुमार ने मिली के गालो पर फिर उसकी ठोड़ी और गर्दन पर लगी ही चॉकलेट को चाट कर साफ़ कर दिया है और अब मिली भी कुमार के चेहरे और ओंठो पर लगी हुई चॉकलेट चाट रही है ।
फिर मैं और मिली एक दूसरे की बाहों में समा गए और एक दूसरे को कोमलता से चूमा; और वह मेरी बाहों टाइट और नज़दीकी आलिंगन में बंद हो गयी। उसकी कोमल त्वचा को अपने आलिंगन में मह्सूस करने से मेरे लिंग में सनसनी होने लगी ।
'ओह दीपक! यह बस अद्भुत था!' लिली बोली ये चॉकलेट बहुत अच्छा था... एमी बोली ऐसे तो मैंने कभी चॉकलेट पहले नहीं खाई थी और फिर सपना बोली मुझे नहीं मालूम था चॉकलेट ऐसे खाने में इतना मजा आएगा ।
मेरा दाहिना हाथ मिली के पेट पर चला गया और धीरे से उसकी नाभि को गुदगुदी करके उसकी योनी की ओर बढ़ गया, जिसे अब तक मैंने छुआ नहीं था। झट से मिली ने मुझे रोक लिया। 'नहीं, दीपक, प्लेसए वहाँ मत करो!' वह कुछ शर्माते हुए बोली, ' आप मुझे वहाँ मत छुओ-मैं बहुत उत्तेजित हूँ और मेरे हाथो को उसने हटा कर पीछे धकेल दिया और मेरे से दूर हो गयी।
सभी लड़कियाँ जो अब हमें देख रही थीं, मुस्कुरा उठी तो लिली ने शरारत से कहा, ' जल्दी करो, दीपक, नहीं तो तुम मौका चूक जाओगे, और फिर बोली;
पहले ऊँगली योनि में फिर आठ इंची लंड रखो त्यार। ता के नीचे रसीली जन्नत, डालो अंदर मत चूको कुमार॥ '
जिसे सुन सब हसने लगे ।
मैंने कहा लड़कियों मिली के हाथो को पकड़ो तो सब लड़कियो ने मिली के हाथो को पकड़ कर उसकी पीठ के पीछे कर दिया और धीरे से उसे मेरे सामने नग्न अवस्था में खड़ा होने के लिए मजबूर किया।
मिली नग्न मेरे सामने खड़ी थी। लिली, सपना और शबनम ने उसे एक कलाई से, हुमा, डेजी और एमी ने मिली की दूसरी कलाई से मजबूती से पकड़ रखा था; इस प्रकार उसकी बाहें उसके बदन से दूर कर दी गईं थी । चूंकि उसके हाथ बंदी थे, इसलिए वह अपने सबसे निजी अंगों को मेरी उत्सुक आँखों से छिपा नहीं सकती थी। उसकी त्वचा दूध की तरह थी। उसके पास बेहतरीन, भरे और पके हुए, गोल और दृढ स्तन थे, उनपर छोटे गुलाबी निपल्स के बाहर की ओर इशारा करते हुए तने हुए थे। उसकी जाँघें शानदार रूप से चिकनी टाँगे लम्बी और गोल थीं। उसका सुंदर गोल पेट की बीचो बीच गहरी नाभि उसकी जांघों की तरफ धीरे-धीरे नीचे की ओर झुकी हुई थी। उसकी योनि क्षेत्र की पहाड़ी बड़ी और मांसल थी और घुंघराले रेशमी बालों से ढकी हुई थी। जिसके, बीच में से उसकी योनी के नाजुक गुलाबी होंठ दिखाई दे रहे थे। कुल मिलाकर वह सुंदर और प्यारी युवती थी जिसकी कोई कल्पना कर सकता था।
मैं बस उस पर मुग्ध हो गया। मेरे सामने अद्भुत लड़किया या परिया खड़ी थी सभी सुंदर और शानदार रूप से कामुक, जिनमे से चार पूरी तरह से नग्न, उनके बीच मिलि को उसकी कोमलता में पकड़े हुए थी, मिली का चेहरा शर्म से भरा हुआ था और प्यारे स्तन हाथ पीछे खींचे जाने के कारण आगे को तन गए थे, आधा-हंसते हुए और आधा-घबराकर उसने छोड़े जाने के लिए भीख माँगी।
'मिली को यहाँ मेरे पास लाओ,' मैंने अपने पैरों को व्यापक रूप से अलग करते हुए कहा तो मिली ने डरते हुए थोड़ा विरोध किया । लेकिन फिर हुमा और लिली ने कोमल बल का उपयोग किया और जल्द ही नग्न संघर्षरत लड़की मिली को, हुमा और लिली ने मजबूती से पकड़कर मेरी जाँघों के बीच खड़ी कर दिया, और आगे को दिलचस्प कार्यवाही की उत्सुकता से प्रतीक्षा करने लगी।
मैंने फिर उसकी योनि को छुआ तो 'दीपक! प्लीज मुझे वहाँ मत छुओ, कृपया मत करो!' मिलि ने भीख मांगी, वह झुकी हुई आँखों के साथ कांप रही थी मैंने अपने हाथों को उसके नितम्बो पर रखा और सहलाया तो वह फुदक गई, और उसके स्तनों को हिलते हुए देखकर मेरे लंड में सनसनी होने लगी ।
'मिली डियर,' मैंने धीरे से कहा, ' आप अपना वादा तोड रही है। क्या आपको लगता है कि मैं आपको या किसी लड़की को कभी चोट पहुँचाऊँगा? इसके विपरीत, अब आपको अब तक का सबसे प्यारा आनंद मिलने वाला है! इसलिए प्रिय घबराओ मत, हिम्मत करो! मुस्कुराओ और मुझे चूमो।
जब मैं बोल रहा था तो मैंने उसके नितबो और दुसरे हाथ को उसकी पीठ पर ले जा कर उसे जोर से अपनी ओर दबाया; थोड़ी देर के लिए मिली अडिग खड़ी रही-फिर उसने आँखें उठाईं, मुझे प्यार से देखा, विश्वास से मुस्कुराई और मेरे हाथों के कोमल दबाव के आगे झुकते हुए उसने खुद को तब तक आगे बढ़ने दिया जब तक वह मेरे साथ चिपक नहीं गयी थी। फिर उसने मुझे चूमने लगी। मैंने उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया; और उसके कोमल शरीर को अपने ऊपर दबाते हुए, मैंने उसे बार-बार चूमा।
'अब आप मिली के हाथ छोड़ सकती हैं, क्योंकि मिली फिर से एक अच्छी लड़की बन गई है!' मैंने अपनी उंगली मिली की नाभि पर लगाई। 'ओह! प्रिय दीपक!' वो कांपने लगी और उसके चेहरे का रंग और लाल हो गया फिर वो कराहने लगी आआह्ह! और फिर वह मेरी विजयी हंसी में शामिल हो गयी और इस बीच वो मचल कर खुद को घुमा रही थी।
फिर मैंने मिली के गले पर बेतहाशा किस किया फिर उसके कंधों पर किस किया वह कराह उठी आआह्ह धीरे!
पर मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने उसके दोनों कंधों को चाटने लगा फिर मैं उसके गालों पर टूट पड़ा। उसके गाल बहुत नर्म मुलायम सॉफ्ट और स्वाद में मीठे थे। । वह कराहने लगी आअह्ह! आई! ऊह्ह! मर गयी, मार डालाअअ! प्लीज प्यार से करो!
उसकी कराह से मेरा जोश और बढ़ जाता था ।
मैंने तय किया कि इस बार मैं मिली की दबी हुई जाँघों द्वारा बनाई गई घाटी पर आक्रमण करूँगा, जो की इक चीरे जैसी लग रही थी और उसकी झांटो के घुंघराले रेशमी बाल झाड़ी की तरह बाहर खड़े होते हैं। उ मैंने अपना हाथ उसकी जांघों पर हल्के से गिरा दिया, फिर उसे उनकी नरम चिकनी जांघो के बीच ऊपर की ओर तब तक घुमाया जब तक कि योनि के बाहर बालो की झाड़ी तक नहीं पहुँच गया। जब मैंने उसके झांटो के बालों के साथ कामुकता से खेला और उन्हें धीरे से खींचा और धीरे से उन्हें ब्रश करते हुए तर्जनी और अंगूठे के साथ उसके बालों से ढके क्षेत्र का पता लगाने के लिए आगे बढ़ा। उसके स्वादिष्ट नरम मांस को दबाने से मिली को अनैच्छिक टांगो के हिलने के अंदाज ने मुझे स्पष्ट बताया कि वह उस कामुक यौन उत्तेजना की स्थिति में आ गई थी जिसे मैं चाहता था। फिर मैंने धीरे से अपनी तर्जनी को मिली की कोमल योनी के होठों पर लगाया।
'ओह! मेरे प्यारे दीपक ये आप क्या कर रहे हो!' वह कराही और मेरी उंगली से बचने के लिए अपने आप को जल्दी से पीछे खींच लिया, जिसने केवल मेरी ऊँगली की स्थिति में सुधार किया और मैंने ऊँगली उस नाजुक छेद में आगे बढ़ाना शुरू कर दिया जिससे उसे सबसे उत्तम गुदगुदी और कामुक संवेदनाएँ अनुभव हुई जिनका मिली ने कराहते हुए स्पष्ट रूप से आनंद लिया। उसने मुझे मेरेी गर्दन के चारों ओर पहले से कहीं ज्यादा कसकर पकड़ लिया। अपने होंठों को मेरे ऊपर ले लिया और मुझे जोर से चूमना शुरू कर दिया। और जब मैंने पूरी उंगली उसकी योनी के छेद में डाल दी और ऊँगली हिला कर उसे मोहक रूप से उत्तेजित करना शुरू कर दिया, तब उसने काफी हद तक खुद पर से नियंत्रण खो दिया और अपनी यौन इच्छाओं और मेरे आगे अपनी कामुक वासना की संतुष्टि के लिए खुद को अनर्गल रूप से आत्मसमर्पण कर दिया।
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