28-04-2022, 01:19 AM
(This post was last modified: 28-04-2022, 01:20 AM by rohitkapoor. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैंने तब हीना को जोर-जोर धक्कों से चोदते-चोदते हुए कहा, “यार मेरी जान, तू है तो बहुत सैक्सी और मुझे लग रहा है कि दिन में कम से कम एक बार बिना चुदवाए तुझे रात को नींद नहीं आती होगी। बता ना तू और कितने लंड अपनी चूत में पिलवा चुकी है? वैसे जब तेरे शौहर को गाँड मरवाने और मारने का शौक है तब तू भी क्यों नहीं अपनी गाँड में अपने शौहर का लंड लेती है। ऊससे कम से कम तेरा शौहर गाँड मारने के लिए घर के बाहर नहीं जयेगा।”
मेरी बातों को सुन कर हीना पहले तो मुस्कुरा दी और फिर बोली, “वाह रे मेरी चूत के परवाने, अगर मैं भी अपनी गाँड मरवाती तो क्या तू मुझे ऐसे अपने कमरे में नंगी लिटा कर अपने लंड से मेरी चूत चोद पाता? मैं भी इस समय अपने शौहर का या अपने घर के किसी नौकर का लंड अपनी गाँड में लेकर सो रही होती। वैसे मुझे गाँड मरवाने का कोई शौक नहीं है, मुझे गाँड मरवाने में घिन सी लगती है… और जब मेरे पास मरवाने के लिए चूत है तो मैं क्यों गाँड में लंड डलवाऊँ? असल में बात यह है कि तुम सब मर्द एक जैसे हो। जो चीज़ मिल रही है उसकी कोई कद्र नहीं और जो चीज़ नहीं मिलती तो उसके लिए दिवाने रहते हो। चलो हटो मेरे ऊपर से मुझे अब नहीं चुदवाना तुझसे। निकाल अपना लंड मेरी चूत से, मुझे जाने दे।”
मैंने तब हीना को अपनी बाहों में लेते हुए और उसकी चूची पर चुम्मा देते हुए पाँच-छः ज़ोरदार धक्के मारे और बोला, “अरे हीना रानी, क्यों नाराज़ हो रही हो? मैं तुमसे मज़ाक कर रहा था। अरे तुम्हारी अपनी चूत और गाँड है। तुम जिसमें चाहो लंड डलवाओ, मुझे तो बस इस समय चोदने दो। मुझको इस समय रोको मत।”
तब हीना अपनी कमर उचकाते हुए बोली, “अरे चोद न मादरचोद, मैं कब मना कर रही हूँ। बस तू मुझसे गाँड मरवाने की बात मत कर, चूत में चाहे जितना मरज़ी लंड पेल, रात भर चूत में लंड डाले पड़े रह, मुझे कोई एतराज़ नहीं। वैसे अब जर जोर-जोर से धक्के मार, मैं झड़ने वाली हूँ।”
मैं तब हीना की चूचियों को अपने हाथों में पकड़ कर अपनी कमर झटकों के साथ हिला-हिला कर हीना को चोदने लगा। हीना भी अपनी दोनों टाँगों को मेरी कमर पर डाल कर अपने चूत्तड़ों को उछाल-उछाल कर मेरे लंड के धक्को का जवाब देने लगी और बोली, “चोद, चोद मेरे चोदू जानेमन, और जोर से पेल मेरी चूत में अपना लंड। आज मेरी चूत को फाड़ डाल, चूत के चिथड़े उड़ा दे, लेकिन मेरी चूत की कसम अभी रुकना मत, बस ऐसे ही पेलते रह मुझे। बेइंतेहा मज़ा आ रहा है। माशाल्लाह क्या चोदता है तू। तू धक्के मेरी चूत में मार रहा है, और शॉट मेरे दिल तक पहुँच रहा है। हाय हाय मैं झड़ रही हूँऽऽऽ! पेऽऽऽल और तेऽऽऽज़ तेऽऽऽज़ पेऽऽऽल अपना लंऽऽऽड हाय मैं गयीईईईई! हाय चोऽऽऽद, रुऽऽऽकना नऽऽऽहीं.......। ओह! ओह! हा! हाऽऽऽआय! वाह वाह मेरी चूऽऽऽत को फाऽऽऽड़ डाऽऽऽल।” और हीना झड़ गयी।
तब मैं तेज़-तेज़ धक्के मार कर अपना लंड पूरा का पूरा हीना की चूत में डाल कर लंड के पानी से हीना की चूत को भर दिया। मेरे झड़ने के साथ-साथ हीना एक बार फिर से झड़ गयी और मुझसे लिपट गयी और मुझे चूमने लगी।
मैं तब हीना के ऊपर से नीचे उतरा और हीना की चूचियों से खेलने लगा। हीना मुझे रोकते हुए बोली, “रुको जानेमन, मुझे टॉयलेट जाना है।”
मेरी बातों को सुन कर हीना पहले तो मुस्कुरा दी और फिर बोली, “वाह रे मेरी चूत के परवाने, अगर मैं भी अपनी गाँड मरवाती तो क्या तू मुझे ऐसे अपने कमरे में नंगी लिटा कर अपने लंड से मेरी चूत चोद पाता? मैं भी इस समय अपने शौहर का या अपने घर के किसी नौकर का लंड अपनी गाँड में लेकर सो रही होती। वैसे मुझे गाँड मरवाने का कोई शौक नहीं है, मुझे गाँड मरवाने में घिन सी लगती है… और जब मेरे पास मरवाने के लिए चूत है तो मैं क्यों गाँड में लंड डलवाऊँ? असल में बात यह है कि तुम सब मर्द एक जैसे हो। जो चीज़ मिल रही है उसकी कोई कद्र नहीं और जो चीज़ नहीं मिलती तो उसके लिए दिवाने रहते हो। चलो हटो मेरे ऊपर से मुझे अब नहीं चुदवाना तुझसे। निकाल अपना लंड मेरी चूत से, मुझे जाने दे।”
मैंने तब हीना को अपनी बाहों में लेते हुए और उसकी चूची पर चुम्मा देते हुए पाँच-छः ज़ोरदार धक्के मारे और बोला, “अरे हीना रानी, क्यों नाराज़ हो रही हो? मैं तुमसे मज़ाक कर रहा था। अरे तुम्हारी अपनी चूत और गाँड है। तुम जिसमें चाहो लंड डलवाओ, मुझे तो बस इस समय चोदने दो। मुझको इस समय रोको मत।”
तब हीना अपनी कमर उचकाते हुए बोली, “अरे चोद न मादरचोद, मैं कब मना कर रही हूँ। बस तू मुझसे गाँड मरवाने की बात मत कर, चूत में चाहे जितना मरज़ी लंड पेल, रात भर चूत में लंड डाले पड़े रह, मुझे कोई एतराज़ नहीं। वैसे अब जर जोर-जोर से धक्के मार, मैं झड़ने वाली हूँ।”
मैं तब हीना की चूचियों को अपने हाथों में पकड़ कर अपनी कमर झटकों के साथ हिला-हिला कर हीना को चोदने लगा। हीना भी अपनी दोनों टाँगों को मेरी कमर पर डाल कर अपने चूत्तड़ों को उछाल-उछाल कर मेरे लंड के धक्को का जवाब देने लगी और बोली, “चोद, चोद मेरे चोदू जानेमन, और जोर से पेल मेरी चूत में अपना लंड। आज मेरी चूत को फाड़ डाल, चूत के चिथड़े उड़ा दे, लेकिन मेरी चूत की कसम अभी रुकना मत, बस ऐसे ही पेलते रह मुझे। बेइंतेहा मज़ा आ रहा है। माशाल्लाह क्या चोदता है तू। तू धक्के मेरी चूत में मार रहा है, और शॉट मेरे दिल तक पहुँच रहा है। हाय हाय मैं झड़ रही हूँऽऽऽ! पेऽऽऽल और तेऽऽऽज़ तेऽऽऽज़ पेऽऽऽल अपना लंऽऽऽड हाय मैं गयीईईईई! हाय चोऽऽऽद, रुऽऽऽकना नऽऽऽहीं.......। ओह! ओह! हा! हाऽऽऽआय! वाह वाह मेरी चूऽऽऽत को फाऽऽऽड़ डाऽऽऽल।” और हीना झड़ गयी।
तब मैं तेज़-तेज़ धक्के मार कर अपना लंड पूरा का पूरा हीना की चूत में डाल कर लंड के पानी से हीना की चूत को भर दिया। मेरे झड़ने के साथ-साथ हीना एक बार फिर से झड़ गयी और मुझसे लिपट गयी और मुझे चूमने लगी।
मैं तब हीना के ऊपर से नीचे उतरा और हीना की चूचियों से खेलने लगा। हीना मुझे रोकते हुए बोली, “रुको जानेमन, मुझे टॉयलेट जाना है।”