28-04-2022, 01:17 AM
हीना मेरी बातों को सुन कर बोली, “अरे यार कल की कल देखी जायेगी, आज तो मुझे दिल भर कर अपनी चूत चुदवाने दे। चल अब ज्यादा बातें नहीं। अब जो भी बात करनी है मेरे ऊपर चढ़ कर अपने लंड से मेरी चूत से कह।”
इतना सुनने के बाद मैं झटसे हीना के ऊपर चढ़ गया और अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों चूचियों को पकड़ कर मसलते हुए हीना से बोला, “अरे मेरे लंड की रानी, ज़रा अपने नाज़ुक हाथों से मेरे लंड को अपनी चूत से भिड़ा दे, प्लीज़।”
मेरी बात सुन कर हीना ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ा और अपनी चूत से भिड़ा दिया और बोली, “ले मेरी चूत के सरताज़, अभी तू जो भी बोलेगा मुझे सब मँज़ूर है, बस जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड पेल कर मुझे रगड़-रगड़ कर चोद और चोद और सिर्फ चोद। जब तक मैं चिल्ला-चिल्ला कर रुकने के लिये न कहूँ… तु मुझे बस चोद।”
अब मैं भी चुप ना रहा और जैसे ही हीना ने मेरे लंड को अपनी चूत से लगाया, मैंने अपनी कमर को एक झटके के साथ हिला कर उसकी चूत में अपना लंड पूरा जड़ तक पेल दिया। हीना एका-एक चिल्ला उठी, “हाय! मार डाला तूने। यह क्या किसी रंडी की चूत है जो एक साथ पूरा का पूरा लंड घुसेड़ दिया। ज़रा धीरे-धीरे चोद ना, मैं कोई भागी जा रही हूँ क्या?”
मैं तब धीरे-धीरे धक्का मारते हुए बोला, “माना कि यह कोई रंडी की चूत नहीं है, लेकिन यह एक छिनाल की चूत तो है, जो अपने शौहर के अलावा दूसरे मर्द से अपनी चूत चुदवा रही है।”
मेरी बात सुन कर हीना तिलमिला उठी और मुझ से बोली, “अरे अगर मैं छिनाल हूँ तो तू क्या है? तू भी तो अपनी बीवी की चूत छोड़ कर गैर-औरत की चूत में लंड दिये पड़ा है? अच्छा चल हम दोनो ही ज़लील हैं और हम लोगों को अपना ज़लील काम भी पूरा कर लेना चाहिए।”
तब मैं भी हीना की बातों को मान कर उसको अपनी कमर चला-चला कर चोदने लगा और अपने दोनों हाथों से उसकी चूचियों को मसलने लगा। मेरी चुदाई से हीना की चूत और गीली हो गयी और वो “ओह! ओह! आह! आह!” करने लगी और नीचे से अपनी कमर उठा-उठा कर अपनी चूत को मेरे लंड से चुदवाने लगी।
थोड़ी देर नीचे लेटा कर चूत चुदवाने के बाद हीना बोली, “हाय मेरी चूत के परवाने, बेहद मज़ा आ रहा है। ज़रा और थोड़ा तेज-तेज धक्के मार, नहीं तो मेरी चूत की चीटियाँ नहीं जायेंगी। ओह! ओह! हाँ! हाँ! ऊईईईईईईईईई आँहहहह ऐसे ही आने दे अपना लंड मेरी चूत के अंदर तक। जब तक लंड अंदर जा कर बच्चेदानी पर ठोकर ना मारे तो चूत चुदवाने वाली को पूरा मज़ा नहीं आता।”
मैं भी हीना की बातों को मान कर जोर-जोर धक्कों के साथ चोदने लगा। थोड़ी देर ऐसे तेजी के साथ चोदने के बाद मैंने हीना से पूछा, “क्यों मेरी जानेमन, अच्छे लग रहे हैं मेरे लंड के धक्के। कैसा लग रहा है तेरी चूत को? क्या तेरा शौहर भी तुझे ऐसे ही चोदता है रोज रात और दिन में?”
इतना सुनने के बाद मैं झटसे हीना के ऊपर चढ़ गया और अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों चूचियों को पकड़ कर मसलते हुए हीना से बोला, “अरे मेरे लंड की रानी, ज़रा अपने नाज़ुक हाथों से मेरे लंड को अपनी चूत से भिड़ा दे, प्लीज़।”
मेरी बात सुन कर हीना ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ा और अपनी चूत से भिड़ा दिया और बोली, “ले मेरी चूत के सरताज़, अभी तू जो भी बोलेगा मुझे सब मँज़ूर है, बस जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड पेल कर मुझे रगड़-रगड़ कर चोद और चोद और सिर्फ चोद। जब तक मैं चिल्ला-चिल्ला कर रुकने के लिये न कहूँ… तु मुझे बस चोद।”
अब मैं भी चुप ना रहा और जैसे ही हीना ने मेरे लंड को अपनी चूत से लगाया, मैंने अपनी कमर को एक झटके के साथ हिला कर उसकी चूत में अपना लंड पूरा जड़ तक पेल दिया। हीना एका-एक चिल्ला उठी, “हाय! मार डाला तूने। यह क्या किसी रंडी की चूत है जो एक साथ पूरा का पूरा लंड घुसेड़ दिया। ज़रा धीरे-धीरे चोद ना, मैं कोई भागी जा रही हूँ क्या?”
मैं तब धीरे-धीरे धक्का मारते हुए बोला, “माना कि यह कोई रंडी की चूत नहीं है, लेकिन यह एक छिनाल की चूत तो है, जो अपने शौहर के अलावा दूसरे मर्द से अपनी चूत चुदवा रही है।”
मेरी बात सुन कर हीना तिलमिला उठी और मुझ से बोली, “अरे अगर मैं छिनाल हूँ तो तू क्या है? तू भी तो अपनी बीवी की चूत छोड़ कर गैर-औरत की चूत में लंड दिये पड़ा है? अच्छा चल हम दोनो ही ज़लील हैं और हम लोगों को अपना ज़लील काम भी पूरा कर लेना चाहिए।”
तब मैं भी हीना की बातों को मान कर उसको अपनी कमर चला-चला कर चोदने लगा और अपने दोनों हाथों से उसकी चूचियों को मसलने लगा। मेरी चुदाई से हीना की चूत और गीली हो गयी और वो “ओह! ओह! आह! आह!” करने लगी और नीचे से अपनी कमर उठा-उठा कर अपनी चूत को मेरे लंड से चुदवाने लगी।
थोड़ी देर नीचे लेटा कर चूत चुदवाने के बाद हीना बोली, “हाय मेरी चूत के परवाने, बेहद मज़ा आ रहा है। ज़रा और थोड़ा तेज-तेज धक्के मार, नहीं तो मेरी चूत की चीटियाँ नहीं जायेंगी। ओह! ओह! हाँ! हाँ! ऊईईईईईईईईई आँहहहह ऐसे ही आने दे अपना लंड मेरी चूत के अंदर तक। जब तक लंड अंदर जा कर बच्चेदानी पर ठोकर ना मारे तो चूत चुदवाने वाली को पूरा मज़ा नहीं आता।”
मैं भी हीना की बातों को मान कर जोर-जोर धक्कों के साथ चोदने लगा। थोड़ी देर ऐसे तेजी के साथ चोदने के बाद मैंने हीना से पूछा, “क्यों मेरी जानेमन, अच्छे लग रहे हैं मेरे लंड के धक्के। कैसा लग रहा है तेरी चूत को? क्या तेरा शौहर भी तुझे ऐसे ही चोदता है रोज रात और दिन में?”