23-04-2022, 09:20 PM
हीना अपना दूसरा पैग पीते हुए बोली, “डर्लिंग, घबराओ नहीं, मैं इसलिए जल्दी-जल्दी पी रही हूँ ताकि जल्दी से सूरूर और मस्ती चढ़ जाये जिस्म में और मैं और भी ज्यादा खुल कर चुदाई का मज़ा ले सकूँ!”
मैंने पूछा, “तुम्हारे पास अब और कोई शरारत बची है कि नहीं?”
तब वो मुझे आँख मारते हुए बोली, “जानू, मैं तुम्हारा लंड धीरे-धीरे खड़ा होता देखना चाहती हूँ? मुझे इसका धीरे-धीरे खड़ा होना देखना बेहद अच्छा लगता है।”
मैं तब हीना की नंगी जाँघों पर हाथ फेरते हुए बोला, “जरूर मेरे रानी। आज के लिए मेरा लंड तुम्हारा है। तुम इससे जैसे चाहो खेल सकती हो। तुम चाहो तो इसको अपने हाथों से खड़ा कर सकती हो या फिर इसे अपने मुँह में लेकर चूस-चूस कर खड़ा कर सकती हो।”
हीना मेरी बात सुन कर अपना बचा हुआ दूसरा ड्रिंक भी एक घूँट में पी गयी और मुझसे बोली, “हाय मेरे दिलबर जानी! तुमने अभी-अभी जो कुछ भी बोला, मैं वो सब का सब करना चाहती हूँ।”
फिर उसने अपना हाथ बढ़ा कर मेरे लंड को पकड़ लिया और गौर से देखने लगी। थोड़ी देर देखने के बाद बोली, “मैंने अब तुम्हारे लंड को ठीक से देखा है। पहले तो मौका ही नहीं मिला ठीक से देखने के लिए!” इतना बोल कर हीना जोर से हँस पड़ी। फिर मेरे लंड को देखते हुए हीना मुझसे बोली, “पहले तो मैं इस चोदू लंड को नहलाऊँगी!”
मैं कुछ समझा नहीं और चौंक कर पूछा “क्या?”
वोह मुझे देख कर फिर से खिल-खिला कर हँस दी। फिर आँख मार कर अपने ग्लास में स्कॉच डालने लगी। हीना की आँखों और हरकतों से साफ लग रहा था कि वोह अब थोड़ी नशे में थी। फिर वोह झुक कर मेरी टाँगों के बीच में अपना ग्लास ले आयी और मेरे लंड को उसमें डुबो दिया और हंसते हुए बोली, “इससे इसका शाही नहाना हो जायेगा और शायद इसे भी थोड़ा नशा चढ़ जाये!”
फिर वोह अपनी उंगलियों से मेरे लंड को स्कॉच में डुबो कर रगड़ने लगी। मेरा लंड भी स्कॉच के फील और हीना की उँगलियों के टटोलने के कारण उत्तेजित होने लगा। हीना फिर से खिलखिला कर हँसते हुए बोली “लगता है कि तुम्हारे लंड में अभी काफ़ी दम-खम है और तुम अभी भी शरारत करने के लिए तैयार हो!” फिर मेरे लंड को ग्लास से बाहर निकाल कर बोली, “चलो अब तुम ठीक तरीके से बेड पर लेट जाओ।” और फिर मेरे लंड को अपनी उंगलियों से पोंछ कर वही ड्रिंक गटा-गट पी गयी और बोली इसे कहते हैं “मर्दानगी की लज़्ज़त!”
फिर मैंने भी अपना ड्रिंक खतम किया और हम दोनों बेड पर आ गये। मैं हैरान था की इतनी ड्रिंक करने के बाद भी वोह कुछ भी करने की हालत में कैसे थी। जरूर हीना को पीने की आदत होगी क्योंकी वो अभी नशे में तो जरूर थी पर उसने जितनी पी थी उसके मुकाबले वो नशा ज्यादा नहीं था। बेड तक चलते हुए भी उसके कदम उन हाई हील सैंडलों के बावजूद भी थोड़े ही लड़खड़ाये थे।
मैंने पूछा, “तुम्हारे पास अब और कोई शरारत बची है कि नहीं?”
तब वो मुझे आँख मारते हुए बोली, “जानू, मैं तुम्हारा लंड धीरे-धीरे खड़ा होता देखना चाहती हूँ? मुझे इसका धीरे-धीरे खड़ा होना देखना बेहद अच्छा लगता है।”
मैं तब हीना की नंगी जाँघों पर हाथ फेरते हुए बोला, “जरूर मेरे रानी। आज के लिए मेरा लंड तुम्हारा है। तुम इससे जैसे चाहो खेल सकती हो। तुम चाहो तो इसको अपने हाथों से खड़ा कर सकती हो या फिर इसे अपने मुँह में लेकर चूस-चूस कर खड़ा कर सकती हो।”
हीना मेरी बात सुन कर अपना बचा हुआ दूसरा ड्रिंक भी एक घूँट में पी गयी और मुझसे बोली, “हाय मेरे दिलबर जानी! तुमने अभी-अभी जो कुछ भी बोला, मैं वो सब का सब करना चाहती हूँ।”
फिर उसने अपना हाथ बढ़ा कर मेरे लंड को पकड़ लिया और गौर से देखने लगी। थोड़ी देर देखने के बाद बोली, “मैंने अब तुम्हारे लंड को ठीक से देखा है। पहले तो मौका ही नहीं मिला ठीक से देखने के लिए!” इतना बोल कर हीना जोर से हँस पड़ी। फिर मेरे लंड को देखते हुए हीना मुझसे बोली, “पहले तो मैं इस चोदू लंड को नहलाऊँगी!”
मैं कुछ समझा नहीं और चौंक कर पूछा “क्या?”
वोह मुझे देख कर फिर से खिल-खिला कर हँस दी। फिर आँख मार कर अपने ग्लास में स्कॉच डालने लगी। हीना की आँखों और हरकतों से साफ लग रहा था कि वोह अब थोड़ी नशे में थी। फिर वोह झुक कर मेरी टाँगों के बीच में अपना ग्लास ले आयी और मेरे लंड को उसमें डुबो दिया और हंसते हुए बोली, “इससे इसका शाही नहाना हो जायेगा और शायद इसे भी थोड़ा नशा चढ़ जाये!”
फिर वोह अपनी उंगलियों से मेरे लंड को स्कॉच में डुबो कर रगड़ने लगी। मेरा लंड भी स्कॉच के फील और हीना की उँगलियों के टटोलने के कारण उत्तेजित होने लगा। हीना फिर से खिलखिला कर हँसते हुए बोली “लगता है कि तुम्हारे लंड में अभी काफ़ी दम-खम है और तुम अभी भी शरारत करने के लिए तैयार हो!” फिर मेरे लंड को ग्लास से बाहर निकाल कर बोली, “चलो अब तुम ठीक तरीके से बेड पर लेट जाओ।” और फिर मेरे लंड को अपनी उंगलियों से पोंछ कर वही ड्रिंक गटा-गट पी गयी और बोली इसे कहते हैं “मर्दानगी की लज़्ज़त!”
फिर मैंने भी अपना ड्रिंक खतम किया और हम दोनों बेड पर आ गये। मैं हैरान था की इतनी ड्रिंक करने के बाद भी वोह कुछ भी करने की हालत में कैसे थी। जरूर हीना को पीने की आदत होगी क्योंकी वो अभी नशे में तो जरूर थी पर उसने जितनी पी थी उसके मुकाबले वो नशा ज्यादा नहीं था। बेड तक चलते हुए भी उसके कदम उन हाई हील सैंडलों के बावजूद भी थोड़े ही लड़खड़ाये थे।