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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
इतना कहने के बाद हीना ने मुझे कस कर जकड़ लिया और बहुत ज़ोरों के साथ काँप उठी और शाँत हो गयी। उसकी चूत के पानी से मेरा लंड और जाँघें पूरी की पूरी भीग गयी। मैं फिर भी हीना के नीचे चुप-चाप लेटा रहा और हीना को पूरी तरह से झड़ने दिया। थोड़ी देर के बाद हीना ने अपनी आँखें खोल दी और मुझे देख कर मुस्कुरा दी। तब मैंने अपने हाथों को हीना की पीठ पर ले जाकर पहले उसकी पीठ को सहलाया और फिर उसके चूत्तड़ों को सहलाना शूरू कर दिया। मैं हीना के चूत्तड़ों को सहलाते हुए कभी-कभी उसकी गाँड के छेद को सहला रहा था। हीना ने धीरे से मेरे कँधों पर से अपना सर उठाया और मुझे अपनी आधी बंद आँखों से देखते हुए मुझे तीन-चार चुम्मे दिए। मैंने हीना के चूत्तड़ों को सहलते हुए धीरे से कहा, रुकना मत, अभी तुम चालू रहो।

मेरी बात सुनते ही हीना की आँखें चमक उठी और मुझसे बोली, क्या फिर से करोगे, मतलब क्या फिर से हम लोग चुदाई करेंगे?”
 
मैंने अपनी गर्दन हिला कर हीना से हाँ कहा। ओह डार्लिंग,” कह कर हीना मुझसे लिपट गयी और अपनी चूत से लंड को भींच लिया और फिर से मेरे लंड पर धीरे-धीरे अपनी चूत को ऊपर-नीचे करने लगी। अबकी बार मैंने हीना को कोई सहारा नहीं दिया और हीना बड़े आराम से मेरे लंड को अपनी चूत से कभी धीरे-धीरे और कभी जोर-जोर से चोदने लगी। मैं अपने हाथों से हीना की चूचियों को पकड़ कर दबाने लगा और कभी-कभी जोर-जोर मसलने लगा।
 
थोड़ी देर ऐसे ही चुदाई के बाद हीना फिर से झड़ने की कगार पर पहुँच गयी और अब वो जोर-जोर से मेरे लंड पर उछलते हुए बोली, हाय जानू, क्या मज़ा मिल रहा हैलगता है कि आज मैं पागल हो जाऊँगी। तुमने आज मुझे पूरा का पूरा जन्नत का मज़ा दिया है। आज मैं अपनी चूत तुमसे चुदवा कर दिलशाद हो गयी और अब मुझे एक औरत होने पर फख्र हो रहा है। ओह! ओह! हाय मैं झड़ रही हूँऊँऊँऊँ। आह! आह! और जोर से मेरीईईईईईईई   चू.....ची..... मसलो.......। ओह! ओह! हाँ..... मैं गयीईईईईईई!”
 
हीना फिर शाँत हो कर मेरे ऊपर पड़ी रही। थोड़ी देर के बाद जब हीना की साँस वापस शाँत हुई, तो वो उसने मुझे चूमना शूरू कर दिया और अपनी चूत के झड़ने का एहसास अपने अंदर लेने लगी। ऐसे ही थोड़ी देर के बाद हीना ने फिर से मेरे लंड को अपनी चूत से ज़ोरदार झटकों के साथ चोदना शूरू कर दिया। हीना अबकी बार बहुत जोर-जोर से मेरे लंड को अपनी चूत में लेकर उछल रही थी। उसकी दोनों चूचियाँ उसके उछलने के साथ झूल रही थी। मैंने तब हीना की दोनों चूचियों को छोड़ करके उसकी पतली कमर को अपने हाथों से पकड़ लिया और नीचे से मैं भी अपनी कमर उठा-उठा कर हीना की चूत के अंदर अपना लंड पेलने लगा। इस समय हम दोनों को दुनिया से कोई मतलब नहीं था और बस एक दूसरे को कस कर पकड़ कर चुदाई कर रहे थे।
 
थोड़ी देर के बाद मैंने नीचे से अपनी कमर उठा कर हीना की चूत में अपना सारा का सारा लंड घुसेड़ कर हीना को कस कर पकड़ लिया और बोला, ओह! ओह! हीना डार्लिंग, लो, लो अपनी चूत को अपने हाथों से खोलो। मैं अब तुम्हारी प्यारी चूत को अपने लंड के पानी से पूरा का पूरा भरने वाला हूँ। ले, ले चुदक्कड़ हीना ले मेरा लंड का पानी अपनी चूत से पी ले।
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RE: हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 23-04-2022, 08:54 PM



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