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Misc. Erotica मैं हसीना गज़ब की
धीरे-धीरे हम दोनों ने मिलकर वो स्कॉच की वो पूरी बोतल गटक डाली और हम इस कदर नशे में चूर हो गयीं कि चार-पाँच कदम भी चल पाना मुश्किल हो गया। कभी सशा लुढ़क जाती तो मैं उसे किसी तरह उठाती और तो कभी मैं लुढ़क जाती और वो मुझे सहारे देकर उठने की कोशिश करती। सशा ने तो उल्टी करनी शुरू कर दी और नशे में धुत्त होकर पेवमेंट पर ही आँखें बंद करके पसर गयी। मेरी खुद की हालत उससे ज्यादा बेहतर नहीं थी। मैं भी लुढ़कते हुए उसके पास बैठ गयी। नसीब से एक टैक्सी हमारे पास आकर रुकी। टैक्सी वाले ने फ्रेंच में और टूटी फूटी सी इंगलिश में कुछ कहा लेकिन मैं तो नशे में बुरी तरह धुत्त थी और उसकी कोई बात मेरे पल्ले नहीं पड़ी। वो उतर कर मेरे पास आया तो मैंने बड़बड़ाते हुए अपने होटल का नाम दो तीन बार बताया। उसने ही सशा को और मुझे सहारा दे कर टैक्सी में बिठाया और फिर हमें होटल पहुँचाया।


होटल पहुँच कर होटल स्टॉफ किसी बंदे ने सहारा दे कर हम दोनों को मेरे रूम में पहूँचाया। सुबह दस बजे मेरी आँख खुली तो सशा को भी अपने ही बिस्तर में पाया। वो भी मेरी तरह सिर्फ सैंडिल पहने बिल्कुल नंगी बेखबर होकर सो रही थी। मुझे बिल्कुल होश नहीं कि हम कब, कहाँ और कैसी नंगी हुईं। मुमकिन है कि टैक्सी वाले ने या फिर हमें कमरे तक पहुँचाने वाले बेल-बॉय्ज़ ने हमारी बेहोशी का फायदा उठाया हो।
शाम तक ससुर जी और हैमिल्टन भी टूर से लौट आये। कॉन्फ्रेंस दो दिन और चली। ज़हिर सी बात है कि इन दो दिनों में भी मैं ससुर जी और हैमिल्टन से चुदी और सशा के साथ लेस्बियन चुदाइ का लुत्फ भी उठाया। इनके अलावा ससुरजी से छिपा कर मैंने होटल में और भी कईं लोगों के साथ जम कर अय्याशी की।

कॉन्फ्रेंस से वापस लौटते हुए मुझे बहुत दुख हुआ।
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RE: मैं हसीना गज़ब की - by rohitkapoor - 23-04-2022, 08:14 PM



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