02-01-2022, 11:47 PM
“ओहहहहहहह बस अब मुझसे सहन नहीं हो रहा”, प्रीती चिल्लायी, “चोदो मुझे...... अपना गधे जैसा लंड डाल दो मेरी चूत में...... और फाड़ दो मेरी चूत को!!!!”
“नहीं अभी नहीं!!!!” एम-डी हँसते हुए बोला, “पहले तुम भीख माँगो।”
“ओहहहहह प्लीज़!!!! मैं आपसे भीख माँगती हूँ...... डाल दो अपने लंड को मेरी चूत में.....” प्रीती मिन्नत करते हुए बोली।
“प्रीती! अब मैं तुम्हारी चूत का भोंसड़ा बना दूँगा”, हँसते हुए एम-डी ने पूरी ताकत से अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया।
“ओहहहहह मज़ा आआआआ गया..... और जोर से!!!!” प्रीती चिल्ला उठी।
“ओहहहह राज!!!! रुको मत!!!! हाँ आआआआ कुछ धक्कों की बात और है..... ओहहहह राज मेरा छूटा!!!!” मिली जोर से सिसकी। उसी समय मैंने भी एक जोर की हुंकार भरते हुए अपना वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया।
“ओह राज! आज तो चुदाई में मज़ा आ गया”, मिली मुझे बाँहों में भरते हुए बोली, “चलो एक बार फिर से करते है।”
“जरूर मेरी जान..... पर सुस्ता तो लेने दो”, कहकर मैंने हम दोनों के लिये दो सिगरेट जला लीं।
उसी समय प्रीती के प्लैन के मुताबिक योगिता मेरे पास आयी। “राज! जरा मेरे साथ आना तो!” वो धीरे से बोली।
“ठीक है आता हूँ!” मैंने जवाब दिया। “डार्लिंग! मैं अभी आता हूँ”, मैंने मिली से कहा।
“जाओ पर ज्यादा देर मत लगाना, मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रही हूँ”, मिली ने सिगरेट का कश लेते हुए कहा।
एम-डी प्रीती की चूत को भोंसड़ा बनाने में इतना खोया हुआ थी कि उसका ध्यान ही नहीं गया कि मैं कमरे के बाहर खिसक गया हूँ। योगिता मुझे रीना के कमरे में ले आयी। रीना बिस्तर पर नंगी लेटी हुई अपनी दोनों टाँगें हवा में फ़ैलाये हुए थी।
रजनी उसकी टाँगों के बीच बैठी उसकी चूत को चूस रही थी। “ओहहहह दीदी!!!!! अपनी जीभ को और अंदर तक घुसाओ ना। मेरी चूत में इतनी खुजली हो रही है कि शाँत ही नहीं हो रही..... ओहहहह और अंदर तक!!!!!” रीना सिसक रही थी।
“रीना! देख तो हमारे बीच कौन आया है”, योगिता ने कहा।
“नहीं अभी नहीं!!!!” एम-डी हँसते हुए बोला, “पहले तुम भीख माँगो।”
“ओहहहहह प्लीज़!!!! मैं आपसे भीख माँगती हूँ...... डाल दो अपने लंड को मेरी चूत में.....” प्रीती मिन्नत करते हुए बोली।
“प्रीती! अब मैं तुम्हारी चूत का भोंसड़ा बना दूँगा”, हँसते हुए एम-डी ने पूरी ताकत से अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया।
“ओहहहहह मज़ा आआआआ गया..... और जोर से!!!!” प्रीती चिल्ला उठी।
“ओहहहह राज!!!! रुको मत!!!! हाँ आआआआ कुछ धक्कों की बात और है..... ओहहहह राज मेरा छूटा!!!!” मिली जोर से सिसकी। उसी समय मैंने भी एक जोर की हुंकार भरते हुए अपना वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया।
“ओह राज! आज तो चुदाई में मज़ा आ गया”, मिली मुझे बाँहों में भरते हुए बोली, “चलो एक बार फिर से करते है।”
“जरूर मेरी जान..... पर सुस्ता तो लेने दो”, कहकर मैंने हम दोनों के लिये दो सिगरेट जला लीं।
उसी समय प्रीती के प्लैन के मुताबिक योगिता मेरे पास आयी। “राज! जरा मेरे साथ आना तो!” वो धीरे से बोली।
“ठीक है आता हूँ!” मैंने जवाब दिया। “डार्लिंग! मैं अभी आता हूँ”, मैंने मिली से कहा।
“जाओ पर ज्यादा देर मत लगाना, मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रही हूँ”, मिली ने सिगरेट का कश लेते हुए कहा।
एम-डी प्रीती की चूत को भोंसड़ा बनाने में इतना खोया हुआ थी कि उसका ध्यान ही नहीं गया कि मैं कमरे के बाहर खिसक गया हूँ। योगिता मुझे रीना के कमरे में ले आयी। रीना बिस्तर पर नंगी लेटी हुई अपनी दोनों टाँगें हवा में फ़ैलाये हुए थी।
रजनी उसकी टाँगों के बीच बैठी उसकी चूत को चूस रही थी। “ओहहहह दीदी!!!!! अपनी जीभ को और अंदर तक घुसाओ ना। मेरी चूत में इतनी खुजली हो रही है कि शाँत ही नहीं हो रही..... ओहहहह और अंदर तक!!!!!” रीना सिसक रही थी।
“रीना! देख तो हमारे बीच कौन आया है”, योगिता ने कहा।