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Adultery तरक्की का सफ़र
हाँ! बार वापस कब खुलेगा?” योगिता ने पूछा।

 
जैसे ही ये खेल कोई जीत लेगा, मैंने जवाब दिया, वैसे बार अभी खुला है।
 
मम्मी! आर्यन रूही के पास पहुँचा।
 
हाँ बेटा! तुम ड्रिंक ले सकते हो पर ज्यादा मत लेना, रूही ने आर्यन के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा जबकि खुद तो रूही नशे में झूम रही थी।
 
क्या तुमने पहले कभी शराब पी है?” आयेशा ने आर्यन से पूछा।
 
नहीं आज से पहले कभी नहीं पी, पर आज पीने वाला हूँ, आर्यन ने कहा।
 
चलो तुम्हें बीयर पिलाती हूँ.....  पहली बार ही व्हिस्की पियोगे तो चोद नहीं पाओगे.... चलो मेरा भी पैग खत्म हो गया है, आयेशा लड़खड़ाती हुई आर्यन को घसीट कर बार की ओर ले गयी।
 
कितनी अच्छी जोड़ी है दोनों की! मैंने रूही के कान में कहा।
 
हाँ! मैं भी यही सोच रही थी, रूही ने जवाब दिया।
 
जब हम सब ड्रिंक करते हुए आपस में बातें कर रहे थे तो एम-डी ने कहा, राज मैं तुम्हें बता सकता हूँ कि आज कौन जीतेगा।
 
कौन?” मैंने पूछा।
 
मैं अपने पैसे अनिता पर लगा सकता हूँ। मेरी ज़िंदगी में कई औरतों ने मेरा लंड चूसा पर अनिता का लंड चूसने का अंदाज़ ही निराला है। वो एक नपुंसक के लंड में भी जान डाल सकती है, एम-डी ने हँसते हुए कहा।
 
पर सर, मिली, रूही और प्रीती भी किसी से कम नहीं हैं। मुझे लगता है कि स्पर्धा काफी नज़दीकी होगी,” मैंने कहा।
 
अनुभवी इंसान की बात को मानना सीखो..... हमेशा फ़ायदे में रहोगे, एम-डी ने अपनी छाती पे हाथ ठोंकते हुए कहा।
 
ठीक सवा आठ बजे, सात खड़े लंड, सात गीली हुई चूतों में घुस गये और एक साथ सात आवाज़ें आआआआहहहहह की कमरे में गूँज पड़ी। थोड़ी ही देर में कमरे का माहोल गरमा गया। चारों तरफ से सिसकरियों की आवाज़ गूँज रही थी, ओहहहहहह हाँ...आआआआ चोदो मुझे!!!!!कोई कह रहा था, “हाहाहाँआआआ जोर से!!!! और जोर से डालो!!!! हाँ और जोर से!!!!
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 02-01-2022, 11:41 PM



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