30-12-2021, 11:59 PM
उसकी बातों से मुझे थोड़ा हौंसला तो हुआ। हालांकि ग्यारहवीं मंज़िल से लिफ्ट पकड़ कर चौबीसवीं मंज़िल तक इस तरह नंगे जाने के ख्याल से मेरे अंदर मस्ती भरी गुदगुदाहट सी हो रही थी लेकिन थोड़ी शरम और डर सा भी था। फिर मैंने हिम्मत जुटा कर इस तजुर्बे का मज़ा लेने का फैसला किया। सिर्फ हाई हील वाले सैंडल पहने बिल्कुल नंगी मैं कॉरीडर में चलते हुए और फिर लिफ्ट पकड़ कर अपने कमरे तक आयी जो चौबिस्वीं मंज़िल पर था। नशे में मेरे कदम लड़खड़ा रहे थे। तीन हब्शियों के लौड़ों से पूरी चुदने की वजह से मेरी गाँड और चूत अभी भी फैली हुई थीं और मेरी घमासान चुदाई की पूरी कहानी बयान कर रही थी। पहले कॉरीडोर में एक कपल था जो धीरे से हॉय कहते हुए गुज़र गया। जब मैं लिफ्ट में चढ़ी तो तो दो औरतें पहले से मौजूद थीं जो फॉर्मल ड्रेस में थीं। मुझे देख कर उनके चेहरे पर शरारती मुस्कुराहट फैल गयी। मैं भी हैलो बोलते हुए वैसे ही मुस्कुरा दी। “यू हैव वेरी सैक्सी बॉडी!” एक ने तारीफ की और दूसरी ने पूछा, “लुक्स लाइक यू हैड लॉट ऑफ फन लास्ट नाइट!” पब्लिक में इस तरह नंगे होने की उत्तेजना में मेरा दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। मेरे गाल सुर्ख लाल हो रहे थे और वहीं मेरी चूत में खुजली होने लगी थी। लिफ्ट से उतर कर जब मैं अपने कमरे की तरफ जा रही थी तो हॉटल का एक वेटर मिला जो खाने की ट्रॉली ले कर जा रहा था। वो भी मुझे देख कर बेशर्मी से मुस्कुराया और एक जोरदार सीटी बजा दी। वैसे अगर वो मेरे साथ कुछ करना चाहता तो उस वक्त मैं मना नहीं कर पाती।
मेरे पास तो अपने कमरे को खोलने के लिये इलेकट्रॉनिक की-कार्ड था नहीं तो मैंने ससुर जी के कमरे को नॉक किया। नॉक करते हुए मैं सोच ही रही थी कि मुझे इस हालत में देख कर ससुर जी का क्या रियेक्शन होगा... मैं उनसे क्या कहुँगी? मैंने सोचा कि जरूरत पड़ी तो कह दूँगी कि दो अंजान आदमियों ने ज़बरदस्ती मेरे साथ रात भर रेप किया। लेकिन इसकी नौबत ही नहीं आयी क्योंकि ससुर जी तो कमरे में मौजूद ही नहीं थे। जब दो-तीन मिनट बाद भी दरवाज़ा नहीं खुला तो मेरे होश उड़ गये कि अब मैं कहाँ जाऊँ। ससुर जी तो नीचे कॉन्फ्रेंस में बिज़ी होंगे और मैं वहाँ तो नंगी नहीं जा सकती थी। तभी मुझे उस वेटर का ख्याल आया। मुझे अपने ही फ्लोर पर दूसरे कॉरीडोर के आखिर में एक कमरे के बाहर उसकी ट्रॉली दिख गयी। मैंने उससे कहा तो उसने अपने इलेकट्रॉनिक की-कार्ड से मेरा कमरा खोल कर दिया। मैं अंदर घुसी तो वो भी मेरे पीछे-पीछे अंदर आ गया।
मेरे पास तो अपने कमरे को खोलने के लिये इलेकट्रॉनिक की-कार्ड था नहीं तो मैंने ससुर जी के कमरे को नॉक किया। नॉक करते हुए मैं सोच ही रही थी कि मुझे इस हालत में देख कर ससुर जी का क्या रियेक्शन होगा... मैं उनसे क्या कहुँगी? मैंने सोचा कि जरूरत पड़ी तो कह दूँगी कि दो अंजान आदमियों ने ज़बरदस्ती मेरे साथ रात भर रेप किया। लेकिन इसकी नौबत ही नहीं आयी क्योंकि ससुर जी तो कमरे में मौजूद ही नहीं थे। जब दो-तीन मिनट बाद भी दरवाज़ा नहीं खुला तो मेरे होश उड़ गये कि अब मैं कहाँ जाऊँ। ससुर जी तो नीचे कॉन्फ्रेंस में बिज़ी होंगे और मैं वहाँ तो नंगी नहीं जा सकती थी। तभी मुझे उस वेटर का ख्याल आया। मुझे अपने ही फ्लोर पर दूसरे कॉरीडोर के आखिर में एक कमरे के बाहर उसकी ट्रॉली दिख गयी। मैंने उससे कहा तो उसने अपने इलेकट्रॉनिक की-कार्ड से मेरा कमरा खोल कर दिया। मैं अंदर घुसी तो वो भी मेरे पीछे-पीछे अंदर आ गया।