Thread Rating:
  • 13 Vote(s) - 2.62 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
जितना हो सकती हों

ठीक है। अब मैडम पूरी तरह से मेरे लौड़े पर बैठी थी। मैंने अपने हाथ मैडम के हाथों पर रख दिये और स्टियरिंग कंट्रोल करना सिखाने लगा। जब भी कार टर्न होती तो मैडम के चुत्तड़ मेरे लौड़े में धँस जाते। मैडम की चूचियाँ इतनी बड़ी थी कि वो मेरे हाथों को छू रही थी। मैं जान बूझ कर उनकी चूचियों को टच करता रहा।
 
मैडम अब एक्सलरेटर भी आप संभालिये!”
 
कहीं कार फिर से आउट आफ़ कंट्रोल ना हो जाये…!”
 
मैडम अब तो मैं बैठा हूँ ना
 
मैडम ने फिर से पूरा एक्सलरेटर दबा दिया तो कार ने एक दम स्पीड पकड़ ली। इस पर मैंने एक दम से ब्रेक लगा दी तो कार एक दम से रुक गयी। मैडम को झटका लगा तो वो स्टियरिंग में घुसने लगी। इस पर मैंने मैडम की चूचियों को अपने हाथों में पकड़ कर मैडम को स्टियरिंग में घुसने से बचा लिया। कार रुक गयी थी और मैडम की चूचियाँ मेरे हाथों में थी।
 
मैडम बोली,मैंने कहा था ना कि मैं फिर कुछ गलती करूँगी
 
कोई बात नहीं। कम से कम गेयर तो बदलना सीख लिया। मैडम की चूचियाँ अभी भी मेरे हाथ में थीं।
 
शायद मुझे स्टियरिंग संभालना कभी नहीं आयेगा
 
एक बार और ट्राई कर लेते हैं!”
 
ठीक है!”
 
मुझे एहसास दिलाने के लिये कि मेरे हाथ उनकी चूचियों पर हैं, मैडम ने चूचियों को हल्का सा झटका दिया तो मैंने अपने हाथ वहाँ से हटा लिये। मैंने कार फिर से स्टार्ट करी। मैडम ने अपने हाथ स्टियरिंग पर रख लिये और मैंने अपने हाथ मैडम के हाथों पर रख दिये।
 
मैडम एक्सलरेटर मैं ही संभालुँगा... आप सिर्फ़ स्टियरिंग ही संभालिये!”
 
यही मैं कहने वाली थी!”
 
कुछ देर तक मैडम को स्टियरिंग में हेल्प करने के बाद मैं बोला, मैडम अब मैं स्टियरिंग से हाथ उठा रहा हूँ... आप अकेले ही संभालिये।
[+] 2 users Like rohitkapoor's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 23-12-2021, 09:53 PM



Users browsing this thread: 10 Guest(s)