23-12-2021, 09:50 PM
“मैडम, मैं सुमित बोल रहा हूँ... मैडम आपने कहा था कि एक हफ़्ते बाद फोन कर लेना”
“हाँ याद है। फोन पर तो तुम्हारी प्रॉब्लम डिस्कस कर पाना मुश्किल है.... तुम एक काम करो कल शाम ५ बजे मेरे घर आ जाओ। तभी तुम्हारी प्रॉब्लम डिस्कस कर लेंगे… ठीक है?”
“ओके मैडम... बाय।”
“बाय।”
फिर अगले दिन मैं शाम ५ बजे मैडम के घर गया। मैंने बेल बजायी और मैडम ने दरवाज़ा खोला।
“हैलो मैडम!”
“हैलो सुमित... आओ... अन्दर आओ... बैठो। एड्रस ढूँढने में कोई दिक्कत तो नहीं हुई?”
“थोड़ी बहुत परेशानी तो हुई क्योंकि आपकी कॉलोनी मेरे लिये नई है।”
“चलो... धीरे-धीरे इस कॉलोनी में पुराने हो जाओगे। खैर... क्या लोगे, टी कॉफी या कोल्ड ड्रिंक?”
“नथिंग मैडम। कुछ नहीं।”
“शरमाओ मत.. तुम्हें कुछ ना कुछ तो लेना ही पड़ेगा।”
“ओके, कॉफी!”
“बस अभी लाती हूँ!”
फिर मैडम कॉफी ले आयीं
“यह लो सुमित, कॉफी लो!”
“थैंक्स!”
“बिस्कुट भी तो लो…”
“नहीं मैडम, इसकी क्या ज़रूरत है…!”
“सुमित! तुम बहुत शाई लड़के हो... खैर हमें क्या बात करनी है? ”
”मैडम आपको तो पता ही है कि मेरे इंग्लिश में कैसे मार्क्स आते हैं।”
“हुम्म.. मेरे खयाल से तुम्हारे ११वीं क्लास में ५० से ज्यादा मार्क्स नहीं आये।”
“हाँ याद है। फोन पर तो तुम्हारी प्रॉब्लम डिस्कस कर पाना मुश्किल है.... तुम एक काम करो कल शाम ५ बजे मेरे घर आ जाओ। तभी तुम्हारी प्रॉब्लम डिस्कस कर लेंगे… ठीक है?”
“ओके मैडम... बाय।”
“बाय।”
फिर अगले दिन मैं शाम ५ बजे मैडम के घर गया। मैंने बेल बजायी और मैडम ने दरवाज़ा खोला।
“हैलो मैडम!”
“हैलो सुमित... आओ... अन्दर आओ... बैठो। एड्रस ढूँढने में कोई दिक्कत तो नहीं हुई?”
“थोड़ी बहुत परेशानी तो हुई क्योंकि आपकी कॉलोनी मेरे लिये नई है।”
“चलो... धीरे-धीरे इस कॉलोनी में पुराने हो जाओगे। खैर... क्या लोगे, टी कॉफी या कोल्ड ड्रिंक?”
“नथिंग मैडम। कुछ नहीं।”
“शरमाओ मत.. तुम्हें कुछ ना कुछ तो लेना ही पड़ेगा।”
“ओके, कॉफी!”
“बस अभी लाती हूँ!”
फिर मैडम कॉफी ले आयीं
“यह लो सुमित, कॉफी लो!”
“थैंक्स!”
“बिस्कुट भी तो लो…”
“नहीं मैडम, इसकी क्या ज़रूरत है…!”
“सुमित! तुम बहुत शाई लड़के हो... खैर हमें क्या बात करनी है? ”
”मैडम आपको तो पता ही है कि मेरे इंग्लिश में कैसे मार्क्स आते हैं।”
“हुम्म.. मेरे खयाल से तुम्हारे ११वीं क्लास में ५० से ज्यादा मार्क्स नहीं आये।”