23-12-2021, 09:40 PM
“आआआँईई येस्सऽऽऽऽ ओहहह ओंओंओं! कीप... कीप कमिंग!” मैं भी चींख पड़ी। मेरी चूत उसके पत्थर जैसे लंड पर कस गयी और उसे निचोड़ते हुए मोम की तरह पिघलते हुए झड़ने लगी। अपना लंड जोर-जोर से मेरी चूत में चोदते हुए वो लगातार अपने वीर्य की पिचकारियाँ मेरी चूत में दागने लगा।
इसी दौरान मेरी गाँड में माइक के धक्कों की लय भी गड़बड़ा गयी। “मैन.. ओह मैन...” अपने जबड़े भींचते हुए माइक चिल्लाया और पीछे सेर मेरे कंधों में अपने हाथ गड़ाते हुए एक जोरदार शॉट लगाकर पूरा लंड अंदर ठाँस दिया। उसका पौलादी लौड़ा मुझे अपनी आंतड़ियों में फूलता हुआ महसूस हुआ। अगले ही पल गरम-गरम वीर्य सैलाब की तरह मेरी गाँड और आँतड़ियों में फूट-फूट कर बहने लगा।
ओरिजी का लौड़ा मेरी चूत में इस कदर झड़ रहा था कि मेरी चूत और बच्चेदानी में बाढ़ सी आ गयी। मेरी चूत की गहराइयों में उसके वीर्य की हर पिचकारी के साथ थोड़ा वीर्य मेरे चूत-रस के साथ मिलकर मेरी चूत में से झाग बनकर बहते हुए ओरिजी की जाँघों को भिगोने लगा। उसी तरह माइक का लौड़ा मेरी गाँड में लगातार झड़-झड़ कर सैलाब की तरह गरम-गरम वीर्य बहा रहा था। मेरी गाँड उसके मोटे लौड़े पर इस कदर जकड़ी हुई थी कि वीर्य बाहर नहीं बह सकता था। मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि किसी इंसानी लौड़े से दोबारा इतनी जल्दी इतना ससारा वीर्य भी झड़ सकता है! अभी घंटे भर पहले ही तो इन दोनों लौड़ों ने मेरे मुँह में वीर्य का सैलाबी दरिया बहाया था।
उनके साथ-साथ मैं भी इस दौरान बार-बार ऐंठती और कुलबुलाती और थरथराती हुई झड़े जा रही थी। मेरी चूत और गाँड की दीवारें धड़कती और सिकुड़ती हुई उनके लौड़ों पर जकड़ रही थीं। उस वक्त अपनी कुचली छिली हुई चूत और गाँड में भरे हुए उनके फुट-फुट भर लंबे लौड़े और उनमें से गरम-गरम वीर्य के उमड़ते सैलाबों के अलावा मुझे और कुछ होश, कुछ एहसास नहीं था। ये मेरी ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन और अनोखा एहसास था। इससे बेहतर कोई एहसास मुमकिन ही नहीं था। मेरा दिमाग में मस्ती भरे बम फट रहे थे। मैं तो सिर से पैर तक बिल्कुल निहाल हो गयी थी।
इसी दौरान मेरी गाँड में माइक के धक्कों की लय भी गड़बड़ा गयी। “मैन.. ओह मैन...” अपने जबड़े भींचते हुए माइक चिल्लाया और पीछे सेर मेरे कंधों में अपने हाथ गड़ाते हुए एक जोरदार शॉट लगाकर पूरा लंड अंदर ठाँस दिया। उसका पौलादी लौड़ा मुझे अपनी आंतड़ियों में फूलता हुआ महसूस हुआ। अगले ही पल गरम-गरम वीर्य सैलाब की तरह मेरी गाँड और आँतड़ियों में फूट-फूट कर बहने लगा।
ओरिजी का लौड़ा मेरी चूत में इस कदर झड़ रहा था कि मेरी चूत और बच्चेदानी में बाढ़ सी आ गयी। मेरी चूत की गहराइयों में उसके वीर्य की हर पिचकारी के साथ थोड़ा वीर्य मेरे चूत-रस के साथ मिलकर मेरी चूत में से झाग बनकर बहते हुए ओरिजी की जाँघों को भिगोने लगा। उसी तरह माइक का लौड़ा मेरी गाँड में लगातार झड़-झड़ कर सैलाब की तरह गरम-गरम वीर्य बहा रहा था। मेरी गाँड उसके मोटे लौड़े पर इस कदर जकड़ी हुई थी कि वीर्य बाहर नहीं बह सकता था। मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि किसी इंसानी लौड़े से दोबारा इतनी जल्दी इतना ससारा वीर्य भी झड़ सकता है! अभी घंटे भर पहले ही तो इन दोनों लौड़ों ने मेरे मुँह में वीर्य का सैलाबी दरिया बहाया था।
उनके साथ-साथ मैं भी इस दौरान बार-बार ऐंठती और कुलबुलाती और थरथराती हुई झड़े जा रही थी। मेरी चूत और गाँड की दीवारें धड़कती और सिकुड़ती हुई उनके लौड़ों पर जकड़ रही थीं। उस वक्त अपनी कुचली छिली हुई चूत और गाँड में भरे हुए उनके फुट-फुट भर लंबे लौड़े और उनमें से गरम-गरम वीर्य के उमड़ते सैलाबों के अलावा मुझे और कुछ होश, कुछ एहसास नहीं था। ये मेरी ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन और अनोखा एहसास था। इससे बेहतर कोई एहसास मुमकिन ही नहीं था। मेरा दिमाग में मस्ती भरे बम फट रहे थे। मैं तो सिर से पैर तक बिल्कुल निहाल हो गयी थी।