18-12-2021, 10:42 PM
वो मुझसे बहुत खुश हो गया और बोला, “आज तक मैंने जितनी भी लड़कियों को चोदा वो सभी बहुत ज्यादा चिल्लायी और चीखी थी। लेकिन तुम ज्यादा नहीं चीखी और चिल्लायी और तुमने मेरा पूरा का पूरा लंड अपनी चूत में ले लिया। क्या तुम्हारे पति का लंड ज्यादा लम्बा और मोटा है!”
मैंने मेहता से झूठ बोला और कहा, “जी सर!”
वो बोला, “कितना लम्बा और मोटा है तुम्हारे पति का लंड?”
मैंने कहा, “सर! उनका लंड नौ इंच लम्बा है और बहुत मोटा भी!”
वो बोला, “फिर तो तुम्हारी चुदाई करने में मुझे खूब मज़ा आयेगा। बाकी की लड़कियाँ चीखती और चिल्लाती थी इसलिये मुझे ज्यादा मज़ा नहीं आता था। तुम मुझे पूरी तरह से खुश कर दो। मैं तुम्हारे पति को जनरल मनेजर बना दूँगा!”
मैंने कहा, “मैं आप को पूरी तरह से खुश करने की कोशिश करुँगी सर!”
उसने मुझे करीब आधे घंटे तक खूब जम कर चोदा। मैंने भी उसे जोश दिला-दिला कर उससे खूब जम कर चुदवाया । मुझे भी खूब मज़ा आया। इस चुदाई के दौरान मैं तीन मर्तबा झड़ गयी थी। लंड का सारा रस मेरी चूत में निकाल देने के बाद मेहता ने अपना लंड बाहर निकला। उसके बाद वो मेरे बगल में लेट गया। दस मिनट भी नहीं बीते थे कि मैंने उसके लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी।
मेहता बहुत खुश हो गया और बोला, “तुम तो बहुत सैक्सी हो। अभी दस मिनट भी नहीं बीते हैं कि तुमने मेरा लंड चूसना शुरु कर दिया!”
मैंने कहा, “सर! मैं आप को पूरी तरह से खुश करना चाहती हूँ!”
मैं उसका लंड चूसती रही तो दस मिनट में ही उसका लंड फिर से खड़ा हो गया। उसने मुझे फिर से चोदना शुरू किया। इस बार उसने मुझे लगभग आधे घंटे तक चोदा। मैंने भी उसे खूब जोश दिलाया। मैंने उससे कहा, “सर! आप मुझे बेहद अच्छी तरह से चोद रहे हैं। इतनी अच्छी तरह से मेरे हसबैंड मुझे नहीं चोद पाते। आपका लंड भी बहुत अच्छा है!”
मेरी बात सुन कर वो बहुत खुश हो गया। मैंने छः दिनों तक तरह-तरह के स्टाइल में मेहता से खूब जम कर चुदवाया। सातवें दिन मैं मेहता के साथ उसके आगोश में बैठी शराब पी रही थी और खासे नशे मे थी। मैंने मेहता से कहा, “सर! अब मैं आप को दूसरा मज़ा देना चाहती हूँ!”
वो बोला, “अब कौन सा मज़ा दोगी?”
मैंने मेहता से झूठ बोला और कहा, “जी सर!”
वो बोला, “कितना लम्बा और मोटा है तुम्हारे पति का लंड?”
मैंने कहा, “सर! उनका लंड नौ इंच लम्बा है और बहुत मोटा भी!”
वो बोला, “फिर तो तुम्हारी चुदाई करने में मुझे खूब मज़ा आयेगा। बाकी की लड़कियाँ चीखती और चिल्लाती थी इसलिये मुझे ज्यादा मज़ा नहीं आता था। तुम मुझे पूरी तरह से खुश कर दो। मैं तुम्हारे पति को जनरल मनेजर बना दूँगा!”
मैंने कहा, “मैं आप को पूरी तरह से खुश करने की कोशिश करुँगी सर!”
उसने मुझे करीब आधे घंटे तक खूब जम कर चोदा। मैंने भी उसे जोश दिला-दिला कर उससे खूब जम कर चुदवाया । मुझे भी खूब मज़ा आया। इस चुदाई के दौरान मैं तीन मर्तबा झड़ गयी थी। लंड का सारा रस मेरी चूत में निकाल देने के बाद मेहता ने अपना लंड बाहर निकला। उसके बाद वो मेरे बगल में लेट गया। दस मिनट भी नहीं बीते थे कि मैंने उसके लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी।
मेहता बहुत खुश हो गया और बोला, “तुम तो बहुत सैक्सी हो। अभी दस मिनट भी नहीं बीते हैं कि तुमने मेरा लंड चूसना शुरु कर दिया!”
मैंने कहा, “सर! मैं आप को पूरी तरह से खुश करना चाहती हूँ!”
मैं उसका लंड चूसती रही तो दस मिनट में ही उसका लंड फिर से खड़ा हो गया। उसने मुझे फिर से चोदना शुरू किया। इस बार उसने मुझे लगभग आधे घंटे तक चोदा। मैंने भी उसे खूब जोश दिलाया। मैंने उससे कहा, “सर! आप मुझे बेहद अच्छी तरह से चोद रहे हैं। इतनी अच्छी तरह से मेरे हसबैंड मुझे नहीं चोद पाते। आपका लंड भी बहुत अच्छा है!”
मेरी बात सुन कर वो बहुत खुश हो गया। मैंने छः दिनों तक तरह-तरह के स्टाइल में मेहता से खूब जम कर चुदवाया। सातवें दिन मैं मेहता के साथ उसके आगोश में बैठी शराब पी रही थी और खासे नशे मे थी। मैंने मेहता से कहा, “सर! अब मैं आप को दूसरा मज़ा देना चाहती हूँ!”
वो बोला, “अब कौन सा मज़ा दोगी?”