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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
उसके बाद जॉन बीस दिनों के लिये कॉलेज के टूर पर चला गया। उसके चले जाने के बाद नसरीन के साथ लेस्बियन चुदाई तो ज़ारी थी लेकिन जॉन के दमदार लंड की कमी बहुत महसूस होती थी। एक दिन जब फ्रांसिस ऑफिस से वापस आये तो उनका चेहरा उदास था।

 
मैंने पूछा, क्या हुआ?”
 
वो बोले, मेहता को तो जानती हो ना!
 
मैंने कहा,वो तो हमारे बॉस थे। क्या हुआ उनको?”
 
फ्रांसिस बोले, उस साले को क्या होगा। आज उसने मुझे अपने चैम्बर में बुलाया और कहने लगा कि पुराना मैनेजर नौकरी छोड़ कर चला गया है। अगर मैं मैनेजर बनना चाहता हूँ तो कहूँ । मैंने उस से कहा कि बनना चाहुँगा तो मेहता बोला कि मैं इसके बदले उसे क्या दूँगा! मैंने उस से कहा कि सारा कुछ उसका ही तो है तो मेहता कहने लगा कि शर्मा भी मैनेजर बनना चाहता है। बदले में वो मुझे एक रात के लिये अपनी बीवी देगा... मैं उसे क्या दूँगा! अगर मैं दो रात के लिये अपनी बीवी उसे दे दूँ तो वो मुझे मैनेजर बना देगा। मैंने तो मेहता से कह दिया कि ऐसा नहीं हो सकता!”
 
मैंने फ्रांसिस से कहा, मेहता है ही ऐसा आदमी। वो अपने साथ ऐयाशी करने पर ही कितनों को तरक्की देता है। ऑफिस की कईं औरतें उसके साथ रात गुज़ार हो चुकी हैं। तबस्सुम को तो तुम जानते ही हो। वो मेरी सहेली थी। एक दिन मेहता ने  उस से भी यही बात कही थी। उसने उसे अपनी पी-ए बनाने का लालच दिया था। तबस्सुम को ज्यादा पैसों की जरूरत थी इसलिये वो राज़ी हो गयी थी। उसने मेहता के साथ रात गुज़ारी और उसकी पी-ए बन गयी। तीन दिनों तक तबस्सुम ऑफिस नहीं आयी। तीसरे दिन जब तबस्सुम ऑफिस आयी तो मैंने उसका हाल चाल पूछा। तबस्सुम ने मुझे बताया था कि वो मेहता के साथ चुदवाने के बाद चलने फिरने के काबिल नहीं रह गयी थी। मैंने उस से पूछा कि मेहता ने उसके साथ ऐसा क्या कर दिया। उसने मुझे बताया कि मेहता का लंड दस इंच लम्बा और बेहद मोटा था। तब मुझे उसकी बात पर यकीन ही नहीं हुआ था जब मैंने जॉन का लंड देखा तो मुझे पूरा यकीन हो गया है कि तबस्सुम सही कह रही थी। मैं तो जॉन के आठ इंच लम्बे लंड से चुदवाने की आदी हो चुकी हूँ। मेहता का लंड दस इंच लम्बा है। उससे चुदवाने में मुझे और ज्यादा मज़ा आयेगा। जॉन भी टूर पर गया है इस लिये मेरी चूत में खुजली भी हो रही है। तुम भी मैनेजर बन जाओ। इस से तुम्हारी तनख़्वाह दुगुनी हो जायेगी और हमारी जिन्दगी और ज्यादा अच्छी तरह से गुजरेगी। मुझे भी चुदवाने का मौका मिल जायेगा!”
 
फ्रांसिस बोले,तुम क्या कह रही हो?”
 
मैंने कहा,मैं ठीक ही कह रही हूँ। जॉन से चुदवाने के बाद मेरी चूत काफी खुल चुकी है। मेहता से दो रात चुदवाने से मेरे उपर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, बस मेरी चूत थोड़ी से और खुल हो जायेगी। यह बात किसी को पता भी नहीं चलेगी। बस सिर्फ तुम राज़ी हो जाओ। क्या तुम नहीं चाहते कि मुझे जवानी का बेइंतेहा मज़ा मिले!”
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 10:41 PM



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