Thread Rating:
  • 13 Vote(s) - 2.62 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
वो अपने चुतड़ आगे पीछे करते हुए जॉन का साथ देने लगी थी। जॉन भी पूरी ताकत के साथ बहुत जोर के धक्के लगा रहा था। जॉन का आठ इंच लम्बा और खूब मोटा लंड नसरीन की चूत में सटासट अंदर बाहर हो रहा था। उसकी चूत के होंठों ने जॉन के लंड को जकड़ रखा था।

 
जॉन ने मुझसे पूछा, भाभी! कैसा लग रहा है। अच्छी तरह से चोद रहा हूँ ना!”
 
मैंने कहा, तुम्हारा तो जवाब नही है। तुम तो बेहद अच्छी तरह से नसरीन की चुदाई कर रहे हो। मेरी भी चुदाई इसी तरह करना!”
 
जॉन ने कहा, भाभी! अभी आपने पूरी तरह से नसरीन की चुदाई कहाँ देखी है। अब देखो कि मैं नसरीन के साथ क्या करता हूँ।
 
पंद्रह मिनट गुजर चुके थे। नसरीन अब तक दो बार झड़ चुकी थी। जॉन ने अपना लंड नसरीन की चूत से बाहर निकाला और नसरीन की गाँड में घुसाने लगा। मैं आँखें फाड़े जॉन के लंड को नसरीन की गाँड में घुसता हुआ देखती रही। थोड़ी ही देर में जॉन का पूरा का पूरा लंड नसरीन की गाँड में समा गया। उसके बाद जॉन ने बहुत बुरी तरह से नसरीन की गाँड मारनी शुरु कर दी। नसरीन भी पूरी तरह से मस्त हो चुकी थी। नसरीन को चुदवाता हुआ देख कर मेरी चूत गीली हुई जा रही थी। मैं भी अपनी चूत में अंगुली डाल कर अंदर बाहर करने लगी। थोड़ी देर बाद जॉन ने अपना लंड नसरीन की गाँड से बाहर निकाल कर उसकी चूत में डाल दिया और पूरे ताकत के साथ जोर-जोर के धक्के लगाते हुए उसकी चुदाई करने लगा।
 
जॉन काफी अच्छी तरह से नसरीन की चुदाई कर रहा था और उसकी गाँड मार रहा था। करीब तीस मिनट की चुदाई के बाद जॉन झड़ गया। नसरीन भी दो बार झड़ चुकी थी। लंड का सारा रस नसरीन की चूत में निकाल देने के बाद जॉन ने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तो नसरीन ने लपक कर उसके लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसके लंड को चाट-चाट कर साफ़ करने लगी। उसके बाद नसरीन ने अपने कपड़े पहने और आँख मारते हुए मुझसे बोली, सोहा! अब तुम सारा दिन जॉन से चुदाई का मज़ा लो...! और जॉन हो सके तो सोहा को एक-दो पैग लगवा दो.. खूब मज़े से चुदवायेगी फिर तुमसे!”
 
उसके बाद वो घर चली गयी। मेरे ज़हन में बार-बार नसरीन की चुदाई का मंज़र घूम रहा था। जॉन ने नसरीन को खूब अच्छी तरह से चोदा था। जॉन बोला, भाभी नसरीन सही कह रही है... मैं आप के लिए एक ज़ोरदार पैग बना देता हूँ, फिर आपको चुदवाने में ज्यादा मज़ा आयेगा!”
 
ये कह कर वो पैग लाने बाहर चला गया। मैंने पहले कईं दफ़ा फ्रांसिस के कहने पर उनके साथ पी थी। जॉन ने मुझे ला कर पैग दिया तो मैंने किसी तरह जल्दी हलक के नीचे उतारा क्योंकि पैग बेहद स्ट्राँग था। पीने के बाद मेरा तो सिर हल्का लगने लगा और मुझ पर मस्ती छाने लगी।
 
पंद्रह-बीस मिनट के बाद जॉन बोला, “आप मेरा लंड सहलाओ, अब मैं आपकी चुदाई करुँगा। मैं तो जॉन के लंड की दीवानी हो चुकी थी। मैंने उसी वक्त उसके लंड को हाथ में पकड़ लिया और सहलाने लगी। उसने मेरे मम्मों को मसलते हुए मेरे होंठों को चूमना शुरु कर दिया। थोड़ी ही देर में उसका लंड टाइट हो गया। वो बोला, अब थोड़ी देर तक आप मुँह में लेकर चूसो इसे। इससे मेरा लंड और ज्यादा टाइट हो जायेगा!”
[+] 2 users Like rohitkapoor's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:44 AM



Users browsing this thread: 13 Guest(s)