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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
उसके बाद हम सो गये। अगले दिन फ्रांसिस के ऑफिस चले जाने के बाद मैं नहाने चली गयी। नहाने के बाद मैंने अंदर कुछ भी नहीं पहना। मैंने सिर्फ एक पतली सी नाइटी पहन ली क्यों कि आज मुझे जॉन से चुदवाना था। उसके बाद मैं ऊँची हील की चप्पल पहन कर जॉन के कमरे में गयी। मेरे दिल में अभी भी उसके लंड का खयाल बार-बार आ रहा था। मैं उसके लंड को बार-बार देखना चाहती थी। मैं उसके रूम में पहुँची तो जॉन सो रहा था। आज उसकी लुंगी खुल कर बेड के नीचे ज़मीन पर पड़ी थी। उसका लंड एक दम खड़ा था। मैंने उसकी लुंगी उठा कर ड्रेसिंग टबेल पर रख दी। उसके बाद मैं जॉन के बगल में बैठ गयी और उसके लंड को देखने लगी। धीरे-धीरे मुझे जोश आने लगा और मेरी आँखें गुलाबी सी होने लगी। मेरा दिल कर रहा था कि मैं उसके लंड को पकड़ लूँ लेकिन मेरे दिल में खयाल आया कि जॉन क्या सोचेगा। कहीं वो बुरा न मान जाये । मैं बहुत देर तक उसके लंड को देखती रही। जोश के मारे मेरी चूत गीली होने लगी। मुझसे और ज्यादा बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने उसके लंड को पकड़ लिया। जॉन फिर भी नहीं उठा तो मैं उसके लंड को सहलाने लगी। दो मिनट में ही जॉन उठ गया।

 
उसने मुझे अपना लंड सहालते हुए देखा तो बोला, लगता है कि आज चुदवाने का इरादा है!”
 
मैंने कहा, कुछ ऐसा ही समझो!”
 
वो बोला, फिर आ जाओ।
 
इतना कह कर जॉन ने मुझे अपनी तरफ़ खींच लिया। मैं जोश में आ चुकी थी इसलिये कुछ भी नहीं बोल पायी। उसके लंड को हाथ लगाने से मेरे सारे बदन में आग-सी लगने लगी थी। जॉन ने मेरे होंठों को चूमते हुए बोला, और तेजी से सहलाओ!”
 
मैं चुपचाप उसके लंड को तेजी से सहलाने लगी। मैं उसका लंड सहालती रही और वो मेरे होंठों को चूमता रहा। थोड़ी ही देर में उसका लंड एक दम टाइट हो गया। उसके लंड का सुपाड़ा बेहद मोटा था और एकदम गुलाबी सा दिख रहा था। मैंने अपनी अंगुली उसके लंड के सुपाड़े पर फिरनी शुरु कर दी तो वो आहें भरते बोला, ओह भाभी, बहुत मज़ा आ रहा है!”
 
जॉन जोश के मारे पागल सा हुआ जा रहा था। उसने मेरे बदन पर से नाइटी खींच कर फेंक दी तो मैं एक दम नंगी हो गयी। मैंने शरम से अपनी आँखें बन्द कर लीं। उसने मेरे निप्पलों को मसलना शुरु कर दिया। मैं जोश से पागल सी होने लगी। मेरी चूत और ज्यादा गीली हो गयी। जॉन ने मेरा चेहरा अपने लंड की तरफ़ करते हुए कहा, देखो भाभी, आपके सहलाने से ये पूरे जोश में आ गया है!”
 
मैंने अपनी आँखें खोल दी।
 
वो बोला, इसे अपने मुँह में ले लो!” उसने मेरा सिर पकड़ कर अपने लंड की तरफ़ खींच लिया और उसके लंड का सुपाड़ा मेरे मुँह से आ लगा। उसने कहा, चूसो न इसे!”
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:40 AM



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