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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
छोटे लंड का पति
लेखक: अंजान ©
 
मेरा नाम सोहा अहमद डिसिल्वा है। मैं अठाईस साल की हूँ और दिखने में खूबसूरत और सैक्सी हूँ। दो साल पहले की बात है मैं एक मल्टीनेश्‍नल कंपनी में काम करती थी। उसी मल्टीनेश्‍नल कंपनी में फ्रांसिस डिसिल्वा भी काम करने के लिये आये। मैं उनसे सीनियर थी। फ्रांसिस बेहद हैंडसम और खुशमिज़ाज़ थे। जब से उन्होंने ऑफिस जॉयन किया था तब से ही मैं दिल ही दिल उन पर मर मिटी। मेरी तब तक शादी नहीं हुई थी। धीरे-धीरे हम दोनों में गहरी दोस्ती हो गयी और फिर हमारी दोस्ती मोहब्बत में बदल गयी।
 
मेरे घर वाले हमारे रिश्ते के खिलाफ थे क्योंकि फ्रांसिस क्रिस्चन थे और मैं मुसलमान| फिर घरवालों की रज़ामंदी के बगैर ही दो महीने के बाद हम दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली।
 
फ्रांसिस का एक छोटा भाई भी था, जॉन। वो फ्रांसिस से सात साल छोटा था और उसकी उम्र बीस साल की थी और मेरी उम्र छब्बीस साल की थी। फ्रांसिस जॉन को बेहद मानते थे। जॉन फ्रांसिस से ज्यादा हैंडसम था और ताकतवर भी। वो बेहद शरारती भी था। हम दोनों एक दूसरे से खूब हंसी मज़ाक करते थे। मुझे उसका हंसी मज़ाक करना बेहद अच्छा लगता था। फ्रांसिस भी हम दोनों को देख कर बेहद खुश रहते थे। शादी के बाद फ्रांसिस ने मुझसे नौकरी छोड़ देने को कहा तो मैंने नौकरी छोड़ दी। अब मैं घर पर ही रहने लगी। जॉन बी-ए फाइनल में पढ़ रहा था।
 
फ्रांसिस से शादी हो जाने के बाद मैं उनके घर आ गयी। फ्रांसिस ने शादी के वक्त पंद्रह दिनों की छुट्टी ले ली थी और घर पर ही रहते थे। सुहागरात के दिन जब मैंने फ्रांसिस का लंड देखा तो मेरे सारे ख्वाब टूट कर बिखर गये। उनका लंड महज़ तीन इंच लम्बा और बेहद पतला था। उन्होंने जब पहली-पहली दफा अपना लंड मेरी चूत में घुसाया तो मेरे मुँह से सिर्फ एक हल्की सी सिसकारी भर निकली और उनका पूरा का पूरा लंड एक ही धक्के में मेरी चूत के अंदर समा गया। उन्होंनें बड़ी मुश्किल से पाँच मिनट ही मुझे चोदा और झड़ गये। मैं उदास रहने लगी। लेकिन इससे मेरी मोहब्बत में ज़रा भी कमी नहीं आयी और मैं उनसे दिल-ओ-जान से मोहब्बत करती थी।
 
पंद्रह दिनों के बाद जब वो ऑफिस जाने लगे तो उन्होंने मुझसे कहा, जॉन की बहुत देर तक सोने की आदत है। उसको जगा देना और कॉलेज भेज देना!”
 
मैंने कहा, ठीक है!” फ्रांसिस चले गये।
 
उनके जाने के बाद मैं जॉन को जगाने उसके रूम में गयी। मैंने जॉन को जगाया तो वो उठ गया। मैंने जॉन से कहा, जब तुम्हारे भैया की शादी नहीं हुई थी तब तुम्हे कौन जगाता था?”
 
वो बोला, भैया जगाते थे!”
 
जॉन फ़्रेश होने चला गया और मैं उसके लिये नाश्ता बनाने चली गयी। नाश्ता करने के बाद जॉन कॉलेज चला गया। फ्रांसिस नौ बजे ऑफिस चले जाते थे और जॉन दस बजे कॉलेज चला जाता था। जॉन कॉलेज से तीन बजे वापस आ जाता था जब कि फ्रांसिस रात के सात बजे तक वापस आते थे। अगले दिन फ्रांसिस के ऑफिस चले जाने के बाद मैं जॉन को जगाने गयी। जैसे ही मैं जॉन के रूम में पहुँची तो मेरी आँखें खुली की खुली रह गयीं। जॉन गहरी नींद में सो रहा था और खर्राटे भर रहा था। उसकी लुंगी खुल कर बेड के किनारे पड़ी हुई थी और उसका लंड खड़ा था। उसका लंड आठ इंच लम्बा और बेहद मोटा था। मैं सोचने लगी कि बड़े भाई का लंड तीन इंच लम्बा है आ छोटे भाई का आठ इंच लम्बा। कुदरत भी क्या क्या करिश्मे करती है।
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:38 AM



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