Thread Rating:
  • 13 Vote(s) - 2.62 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
उसने अपने लंड का सुपाड़ा मेरी चूत के बीच रखा और अपना लंड धीरे-धीरे मेरी चूत के अंदर दबाने लगा। अभी उसका लंड दो इंच भी अंदर नहीं घुस पाया था कि मुझे दर्द होने लगा। मैंने अपने होठों को जोर से जकड़ लिया। वो बहुत धीरे-धीरे अपना लंड मेरी चूत के अंदर घुसाता रहा। मुझे लग रहा था कि मेरी चूत फट जायेगी। धीरे-धीरे उसका लंड मेरी चूत में चार इंच तक घुस गया तो मेरी हिम्मत जवाब दे गयी। मेरे मुँह से जोरदार चींख निकली।

 
उसने कहा, घबराओ मत। थोड़ा दर्द बर्दाश्त करो। अभी चार-पाँच मिनट में मैं धीरे-धीरे अपना पूरा का पूरा लंड आपकी चूत में घुसा दुँगा और आपको ज्यादा तकलीफ़ भी नहीं होगी!”
 
मैं चुप हो गयी। उसने और ज्यादा लंड घुसाने की कोशिश नहीं की और धीरे-धीरे मुझे चोदने लगा। थोड़ी देर तक मैं चींखती रही लेकिन बाद में जब मेरा दर्द कुछ हल्का हुआ तो मैं चुप हो गयी। वो मुझे धीरे-धीरे चोदता रहा।
 
पाँच मिनट बाद मैं झड़ गयी तो उसने अपनी रफ़्तार थोड़ी सी बढ़ा दी। अब वो हर आठ-दस धक्कों के बाद एक धक्का थोड़ा सा तेज लगा कर मेरी चुदाई करने लगा। जब वो थोड़ा तेज धक्का लगा देता तो दर्द के मारे मुँह से हल्की सी चींख निकल जाती लेकिन मैं इतने ज्यादा जोश और नशे में थी कि मुझे उस दर्द का ज्यादा एहसास नहीं हो रहा था। इसी तरह वो मेरी चुदाई करता रहा। करीब दस मिनट और चुदवाने के बाद मैं फिर से झड़ गयी। मैंने झबरू से पूछा, अब तक तुम्हारा लंड मेरी चूत में कितना घुस चुका है?”
 
वो बोला, करीब सात इंच घुस चुका है और अभी तीन इंच बाकी है। आप घबराओ मत... मैं धीरे धीरे अपना बाकी का लंड भी आपकी चूत में घुसा दुँगा।
 
वो उसी स्टाईल में मेरी चुदाई करता रहा। संजीदा बैठ कर व्हिस्की के पैग की चुस्कियाँ लेती हुई आँखें फाड़े उसके लंड को मेरी चूत के अंदर घुसता हुआ देखती रही। झबरू अभी मुझे तेजी के साथ नहीं चोद रहा था। उसके हर धक्के के साथ दर्द के मारे मेरे मुँह से आह की आवाज़ निकल रही थी। करीब दस मिनट की चुदाई के बाद उसने अपनी रफ़्तार और बढ़ा दी। मेरे मुँह से अब बहुत जोर-जोर की चींखें निकलने लगीं। मैंने झबरू से कहा, थोड़ा धीरे-धीरे चोदो, दर्द हो रहा है!”
 
वो बोला, अब मैं अपनी रफ़्तार धीरे-धीरे बढ़ाता रहूँगा क्योंकि अब आप मेरा पूरा का पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले चुकी हो!”
 
मैंने चौंक कर कहा, क्या?”
 
वो बोला, मैं सही कह रहा हूँ। आप इन मेमसाब से पूछ लो!”
 
मैंने संजीदा की तरफ़ देखा तो संजीदा ने कहा, आपा, ये ठीक कह रहा है। इसका पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर घुस चुका है। झबरू ने इतनी अच्छी तरह से अपना पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुसा दिया है कि मैं भी अब इससे चुदवाने के लिये तैयार हूँ!”
[+] 2 users Like rohitkapoor's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:21 AM



Users browsing this thread: 14 Guest(s)