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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
संजीदा की आँखें धीरे-धीरे गुलाबी सी होने लगी। मोनू ने संजीदा को चूमते हुए उसके निप्पलों को मसलना शुरू कर दिया। संजीदा सिसकरियाँ भरने लगी। रशीद बड़े ध्यान से देख रहा था। फिर मोनू ने संजीदा की चूचियों को, फिर पेट को और फिर उसकी नाभी को चूमना शुरू कर दिया। संजीदा धीरे-धीरे जोश में आ रही थी और सिसकरियाँ भर रही थी। थोड़ी देर तक संजीदा की नाभी और उसके आसपास चूमने के बाद मोनू ने संजीदा की चूत को चूमना शुरू कर दिया तो संजीदा जोर-जोर से आहें भरने लगी। मोनू एक हाथ से संजीदा के निप्पलों को मसल रहा था और दूसरे हाथ से संजीदा की जाँघ को सहला रहा था। संजीदा ने जोश के मारे अपनी दोनों जाँघों को एक दम सटा लिया।

 
मोनू ने संजीदा की दोनों जाँघों को एक दूसरे से अलग किया। संजीदा की चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी चूत एक दम गोरी और चिकनी थी। मोनू ने अपनी जीभ संजीदा की चूत के दोनों फाँकों पर फिरानी शुरू कर दी तो संजीदा जैसे पागल सी होने लगी। उसने मोनू के सिर को जोर से पकड़ लिया लेकिन मोनू रुका नहीं। वो अपनी जीभ को संजीदा की चूत की फाँकों पर तेजी से फिराने लगा। दो मिनट में ही संजीदा झड़ गयी और उसकी चूत एक दम गीली हो गयी। मोनू ने संजीदा की चूत का सारा रस चाट लिया और फिर अपनी जीभ संजीदा की क्लिट पर गोल-गोल घुमाने लगा। संजीदा ने जोश के मारे जोर की सिसकी ली।
 
मैंने संजीदा से पूछा, क्या हुआ?”
 
वो बोली, आपा, मेरे तमाम जिस्म में आग सी लग गयी है। तुम मोनू से कह दो अब देर ना करे नहीं तो मैं पागल हो जाऊँगी। मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है!”
 
मैंने मोनू से कहा तो वो बोला, मेरा लंड बहुत मोटा और लंबा है। अगर मैंने इन्हें अभी चोद दिया तो इन्हें बहुत दर्द होगा। अभी इन्हें एक बार और झड़ जाने दो। तब ये जोश से एक दम पागल हो चुकी होंगी और मेरा पूरा का पूरा लंड आरम से अपनी चूत के अंदर ले लेंगी।
 
मैंने कहा, ठीक है, जैसा तुम ठीक समझो, करो!”
 
मोनू संजीदा के ऊपर सिक्स्टी-नाईन की पोज़िशन में लेट गया और उसकी चूत को तेजी से चाटने लगा। संजीदा अब तक बहुत ज्यादा जोश में आ चुकी थी। उसने बिना कुछ कहे ही मोनू का लंड अपने मुँह में ले लिया और तेजी के साथ चूसने लगी। संजीदा का दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था और उसकी साँसें बहुत तेज चल रही थी। वो जोर-जोर की सिसकारियाँ भरते हुए मोनू का लंड चूस रही थी। थोड़ी देर बाद संजीदा ने मुझसे कहा,आपा, मोनू से कह दो अब देर न करे। मैं एक दम पागल सी हुई जा रही हूँ!”
 
मैंने कहा, मैं क्यों कहूँ, तुम ही मोनू से कहो कि वो तुम्हारी चुदाई करे!”
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:17 AM



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