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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
वो बोला, आप मुझसे मालिश करवायेंगी?”

 
मैंने कहा, शहर में ये सब आम बात है। गाँव की तरह यहाँ की औरतें शरम नहीं करतीं। तुम ड्रेसिंग टेबल से तेल की शीशी ले आओ और मेरे जिस्म की मालिश करो!”
 
वो ड्रेसिंग टेबल से तेल की शीशी ले आया तो मैं पेट के बल लेट गयी। वो घूर-घूर कर मेरे गोरे जिस्म को देखने लगा। उसकी निगाहों में भी सैक्स की भूख साफ़ नज़र आ रही थी। मैंने कहा, क्या देख रहे हो। चलो मालिश करो।
 
वो शर्माते हुए मेरी बगल में बेड पर बैठ गया। मैंने कहा, पहले मेरी पीठ और कमर की मालिश करो।
 
वो मेरी पीठ की मालिश करने लगा। उसका हाथ बार-बार मेरी ब्रा में फँस जाता था। मैंने कहा, तुम्हारा हाथ बार-बार मेरी ब्रा में फँस रहा है। तुम इसे खोल दो और ठीक से मालिश करो।
 
उसने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और मालिश करने लगा। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने कहा, और नीचे तक मालिश करो।
 
वो और ज्यादा नीचे तक मालिश करने लगा। अभी उसका हाथ मेरे चूत्तड़ पर नहीं लग रहा था।
 
मैंने कहा, थोड़ा और नीचे तक मालिश करो।
 
वो शर्माते हुए और नीचे तक मालिश करने लगा। जब उसका हाथ मेरी पैंटी को छूने लगा तो मैंने कहा, पैंटी को भी थोड़ा नीचे कर दो फिर मालिश करो।
 
उसने मेरी पैंटी को भी थोड़ा सा नीचे कर दिया। अब मेरे आधे चूत्तड़ उसे नज़र आने लगे। वो बड़े प्यार से मेरे चूत्तड़ों की मालिश करने लगा। थोड़ी देर बाद वो मेरे दोनों चूत्तड़ों को हल्का-हल्का सा दबाने लगा। मुझे बहुत मज़ा आने लगा। थोड़ी देर तक मालिश करवाने के बाद मैंने कहा, अब तुम मेरे हाथों की मालिश करो।
 
मैंने जानबूझ कर अपनी ब्रा को नहीं पकड़ा और पलट कर पीठ के बल लेट गयी। मेरी ब्रा सरक गयी और उसने मेरी दोनों चूचियों को साफ़ साफ़ देख लिया। वो मुस्कुराने लगा तो मैंने तुरंत ही अपनी ब्रा से अपनी चूचियों को ढक लिया लेकिन उसका हुक बँद नहीं किया। वो मेरे हाथों की मालिश करने लगा। मेरी ब्रा बार-बार सरक जा रही थी और मैं बार-बार उसे अपनी चूचियों पर रख लेती थी। जब वो मेरे हाथ की मलिश कर चुका तो मैंने कहा, अब तुम मेरी टाँगों की मालिश कर दो।
 
वो घुटने के बल बैठ कर मेरी टाँगों की मालिश करने लगा। उसने मेरे सैंडल उतारने की कोशिश नहीं की। मैंने देखा कि मोनू का लंड एक दम खड़ा हो चुका था और उसका निक्कर तम्बू की तरह हो गया था। वो केवल घुटने तक ही मालिश कर रहा था तो मैंने कहा, क्या कर रहे हो, मोनू। मेरी जाँघों की भी मालिश करो।
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:12 AM



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