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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
अपनी साँसें संभालने के बाद उन्होंने मेरे लंड को प्यार से अपने मुँह में चूस कर साफ किया और फिर हम नंगे ही गेस्ट-बेडरूम में आकर बेड पर लेट गये। रशीदा मैदम ने अपने सैंडल भी नहीं निकाले। वो मेरा गाल सहलाते हुए बोली, रितेश... तो समझ में आया रिप्रोडक्शन सिस्टम?”

येस मैडम... और मज़ा भी आया! मैंने कहा।
 
रशीदा मैडम बोलीं, रितेश... ये तो रिप्रोडक्शन सिस्टम का पहला ही चैपटर था। अभी तो बहुत कुछ सीखना बाकी है और मुझे जब भी मौका मिलेगा तुम्हें सब कुछ प्रैक्टिकली सिखाऊँगी और हम खूब प्रैक्टिस करेंगे!  बस प्रॉमिस करो कि किसी से भी इस बारे में ज़िक्र नहीं करोगे!
 
श्योर मैडम... मैं सीक्रेट रखुँगा ये सब...! आप बहुत अच्छी टीचर हैं...! कितनी मस्ती और मज़े से आपने प्रैक्टिकली मुझे रिप्रोडक्शन सिस्टम समझा दिया! मैं बोला।
 
रितेश मुझे चुदवाने का बेहद शौक है... खासतौर पे तुम्हारे जैसे वर्जिन और यंग लड़कों से... मैं कईं लड़कों को रिप्रोडक्शन सिस्टम प्रैक्टिकली समझा कर उन्हें चुदाई में एक्सपर्ट बना चुकी हूँ! कहते हुए उन्होंने मुझे अपनी बाँहों में दबोच लिया और मेरा चेहरा उनके नंगे मम्मों में धंस गया। ऐसे ही लिपट कर लेटे हुए कब हमें नींद आ गयी पता ही नहीं चला।
 
अगले दिन सुबह मेरी आँख खुली तो रशीदा मैडम लेटी हुई मेरा लंड प्यार से सहला रही थीं जो इस वक्त काफी सख्त हो चुका था। मैंने देखा कि रशीदा मैडम अभी भी मेरी तरह ही बिल्कुल नंगी थीं और अपने हील वाले सैंडल भी नहीं उतारे थे। मुझे जागते देख कर उन्होंने मेरे होंठ चूम लिये और बोली, तुम्हारा लंड तो कब से उठा हुआ है... बस तुम्हारे उठने का इंतज़ार था! दोपहर तक तुम्हें चुदाई के और एक-दो कॉन्सेप्ट सिखा दुँगी तुम्हें!
 
उसके बाद नौकर के आने के पहले दोपहर तक मैंने और रशीदा मैडम ने दो बार चुदाई की और उन्होंने मुझे चूत चाटना भी सिखाया। नौकर के आने से पहले हम दोनों तैयार हो गये और बाद में रशीदा मैडम अपने घर चली गयी।
 
हमारे घर पर शाम को ट्यूशन के समय चुदाई का प्रैक्टीकल करने में खतरा था इसलिये रशीदा मैडम ने पापा से बात कर ली की मैं ही रशीदा मैडम के घर जाकर उनसे ट्यूशन पढ़ूँ। मैं हफ्ते में तीन दिन शाम को रशीदा मैडम के घर जाने लगा पढ़ने के लिये। कहने की ज़रूरत नहीं कि वास्तविक पढ़ायी कम होती थी और चुदाई की प्रक्टिस ज्यादा। रशीदा मैडम मुझसे अक्सर गाँड भी मरवाती थीं और वी-सी-आर पे ब्लू-फिल्में दिखा कर वैसे ही चुदाई मेरे साथ करतीं।
[Image: picsww-940.jpg] 
फिर करीब तीन महीने पश्चात मुझे उन्होंने अपनी दो और सहेलियों की हवस का शिकार भी बना दिया। रशीदा मैडम की वो दोनों सहेलियाँ, सायरा आंटी और आमना आंटी, भी उन ही की तरह यंग कमसिन लड़कों की रसिया थीं। हफ्ते भर शाम को ट्यूशन में रशीदा मैडम मुझे चुदाई के गुर सिखा कर खूब प्रैक्टिस करवाती और फिर हर शनिवार को रशीदा मैडम के घर पे ही उनकी दोनों सहेलियाँ इक्स्टर्नल इग्ज़ैमिनर बन कर आतीं और शराब पी कर तीनों ठरकी सहेलियाँ मिलकर दो-तीन घंटे तक मेरी प्रैक्टीकल की परीक्षा लेतीं। सायरा आंटी रशीदा मैडम की तरह ही किसी दूसरे स्कूल में टीचर थीं और आमना आंटी हाऊज़-वाइफ थीं और उनके हसबैंड बहुत बड़े उद्योगपति थे। तीनों में से आमना आंटी ही सबसे ज्यादा ठरकी और सबसे ज्यादा पर्वर्ट भी थीं। चुदाई के समय तो बेकाबू होकर बिल्कुल भूखी शेरनी की तरह खौफनाक हो जाती थी और काटने, खरोंचने तक लगती थी।  शराब के नशे में इतनी गंदी-गंदी गालियाँ बकती थीं कि किसी रंडी को भी शरम आ जाये।
 
ये सब सिलसिला करीब दो साल तक चला और नवीं क्लास में पापा ने मुझे बॉर्डिंग स्कूल में भेज दिया।
[Image: Picture-A-2310.jpg]
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 18-12-2021, 02:05 AM



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