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Adultery तरक्की का सफ़र
लेकिन दीदी! तुम ये सब सवाल क्यों कर रही हो?” श्याम ने पूछा। 

दो मिनट रुक जाओ! सब बता दूँगी, पहले एक आखिरी सवाल का जवाब और दे दो, प्रीती ने कहा, क्या तुमने उनकी गाँड मारी है?” 
 
गाँड!!! भगवान की तौबा!!! एक बार मैंने उससे कहा तो इतना नाराज़ हो गयी कि पाँच दिन तक मुझे हाथ भी लगाने नहीं दिया, राम ने जवाब दिया।
 
मैंने एक बार कोशिश की थी लेकिन उसके बाद उसने कहा कि अगर मैंने दोबारा गाँड मारने की कोशिश कि तो वो मुझे छोड़ के चली जायेगी, श्याम ने कहा।
 
अच्छा?? क्या तुमने उनकी चूत चाटी है और क्या वो तुम्हारा लौड़ा चूसती हैं?” प्रीती ने फिर पूछा।
 
हाँ उसे चूत चटाने में मज़ा आता है और मेरा लौड़ा भी चूसती है.... लेकिन मुझे मुँह में झड़ने नहीं देती है, राम ने कहा।
 
हाँ! उसे बहुत मज़ा आता है और मेरा पानी भी पी जाती है, श्याम ने जवाब दिया।
 
अब आखिरी सवाल...... क्या उन्हें चुदाई में मज़ा आता है?” प्रीती ने पूछा।
 
हाँ! बहुत मज़ा आता है और उसका बस चले तो हर वक्त चुदती रहे, राम ने कहा।
 
हाँ दीदी! साक्षी को तो कुछ ज्यादा ही मज़ा आता है...... ऐसे उछल-उछल कर चुदाती है कि क्या बताऊँ, श्याम ने हँसते हुए जवाब दिया।
 
तुम दोनों के लिये एक खुश खबर है...... अंजू और मंजू भी तुम लोगों से मिलने आ रही हैं। वो लोग शाम को पहुँचेंगे, प्रीती ने मुस्कुराते हुए कहा।
 
हाँ खबर तो अच्छी है लेकिन....! राम ने मेरी तरफ देखते हुए कहा।
 
उन्हें फिर चोदने का ख्वाबी पुलाओ मत पकाओ...... उनके पति भी साथ में आ रहे हैं, मैंने कहा।
 
क्या तुम उन्हें दोबारा चोदना चाहोगे?” प्रीती ने पूछा पर दोनों हरामी चुप रहे और मेरी तरफ देख रहे थे।
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 08-11-2020, 01:46 AM



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