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Adultery तरक्की का सफ़र
ये सब मैं उनके आ जाने पर सोचुँगी, प्रीती ने जवाब दिया,और दूसरी बात..... तुम भी मेरी दोनों भाभी, सिमरन और साक्षी को चोद सकते हो।

 
और एक बात.. वो कुछ कहती उसके पहले मैंने कहा, अब ये मत कहना कि तुम अपने भाइयों और मेरी बहनों के पतियों से चुदवाना चाहती हो?”
 
नहीं मेरे भाइयों से तो नहीं...... हाँ! जय और विजय से जरूर चुदवाना चाहुँगी, प्रीती ने हँसते हुए कहा।
 
कब आ रहे हैं ये लोग?”
 
सोमवार की सुबह मेरे भाई लोग और उसी दिन शाम को तुम्हारी बहनें, प्रीती ने कहा।
 
क्या तुम जय और विजय को राम और श्याम के बारे में बताओगी?” मैंने पूछा।
 
अगर जरूरत पड़ी तो ही बताऊँगी, इसलिये मैंने मेरे भाइयों को और तुम्हारी बहनों को साफ लिख दिया है कि वो आपस में उसी तरह मिलें जैसे पहली बार मिल रहे हों, प्रीती ने बताया।
 
लगता है तुमने सब सोच रखा है, मैंने कहा, लेकिन टीना उनके आने के दो हफ़्ते बाद इक्कीस की हो जायेगी, उसे दिया वचन कैसे पूरा करोगी?”
 
उसकी तुम चिंता मत करो, तुम्हें एम-डी के सामने ही टीना की कुँवारी चूत चोदने के मौका मिलेगा..... ये मेरा तुमसे वादा है, प्रीती ने कहा।
 
सोमवार को राम और श्याम आ गये। उनकी पत्नियाँ सिमरन और साक्षी दोनों खुबसूरत थीं। मेरा लंड तो उन्हें देखते ही खड़ा हो गया। मुझसे उनका परिचय कराने के बाद प्रीती ने उन्हें उनका कमरा दिखाया और अपने भाइयों को खुद के बेडरूम में आने को कहा, कि उसे कुछ बातें करनी हैं।
 
थोड़ी देर बाद हम चारों हमारे बेडरूम में इकट्ठा हुए। प्रीती ने बात की शुरुआत की, अच्छा राम और श्याम! मैं तुम लोगों से कुछ पूछना चाहती हूँ, और इसका जवाब मुझे सच-सच देना?”
 
हाँ दीदी! दोनों जवाब दिया।
 
राम तुम बताओ, शादी के वक्त क्या सिमरन कुँवारी थी?”
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 08-11-2020, 01:44 AM



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