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Misc. Erotica मैं हसीना गज़ब की
हैमिल्टन मुझे खींचता हुआ दीवार के पास बने कुछ केबिनों में से एक में ले गया। मैं झिझक रही थी उसको इतना लिफ्ट देते हुए लेकिन उसने जबरदस्ती मुझे केबिन के अंदर खींच ही लिया। मुझे वहाँ रखी टेबल के पास खड़ी करके उसने मेरे हाथ टेबल पर टिका दिये। मेरे जिस्म से मेरे टॉप को नोच कर फ़ेंक दिया और मेरे बूब्स को पीछे की तरफ़ से पकड़ कर मुझे टेबल के ऊपर झुका दिया और मेरे स्कर्ट को खींच कर उतार दिया। मेरे कपड़े उसने उतार कर एक तरफ़ फ़ेंक दिये। अब मैं सिर्फ हाई-हील के सैंडल पहने बिल्कुल नंगी खड़ी थी। फिर वो भी जल्दी-जल्दी अपने सारे कपड़े उतार कर बिल्कुल नंगा हो गया। लाईट ऑन करके हमने एक दूसरे के नंगे जिस्म को निहारा। उसका लंड हल्का गुलाबी रंग का था जो कि उसके एक दम गोरे रंग से मेल खा रहा था। उसने दोबारा मुझे टेबल पर झुका दिया और पीछे से अपना लंड मेरी चूत पर लगा दिया। फिर मेरे बूब्स को जोर से पकड़ कर एक जोर का धक्का मारा और मेरे मुँह से आआआऽऽहहहऽऽऽ की आवाज के साथ उसका लंड मेरी चूत में घुस गया। उसका लंड कोई गैर मामूली बड़ा नहीं था। इसलिये उसे अपनी चूत में लेने में किसी तरह की कोई खास दिक्कत नहीं आयी।

वो पीछे से मुझे जोर-जोर से धक्के मारने लगा। कुछ देर तक इसी तरह मुझे चोदने के बाद वो सोफ़े पर बैठ गया और अपने लंड पर मुझ बिठा लिया और मेरी दोनों बगलों में अपने हाथ डाल कर मेरे हल्के जिस्म को अपने हाथों से अपने लंड पर ऊपर नीचे करने लगा। कुछ देर बाद मुझे खड़ा करके खुद भी खड़ा हो गया। फिर मेरी बाँहों को अपनी गर्दन के चारों ओर डाल कर मुझे जमीन से ऊपर उठा लिया। उसका लंड मेरी चूत में घुस गया। मैं खुद को गिरने से बचाने के लिये उसकी कमर के चारों ओर अपने पैरों का घेरा डाल दिया। इस तरह से अपने लंड पर मुझे बिठा कर वो अपने लंड को मेरी चूत में आगे पीछे करने लगा। मुझे अपने लंड पर बिठाये हुए इसी हालत में वो मुझे लेकर सोफ़े तक पहुँचा। फिर सोफ़े पर खुद लेट कर मुझे अपने लंड पर वापस बिठा लिया। मैं उसके लंड पर कूदने लगी। उसकी ठुकायी से साफ़ लग रहा था कि ये जर्मन चुदाई के मामले में तो अच्छे अच्छों को ट्रेनिंग दे सकता है। मुझे करीब-करीब एक घंटे तक उसने अलग अलग पोज़ में चोदा। मेरे मुँह में, मेरी गाँड में, मेरी चूत में, हर जगह उसने अपने लंड को रगड़ा। जब उसके लंड से फुहार छूटने को हुई तो उसने अपने लंड को मेरी चूत से निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिया और ढेर सारा वीर्य मेरे मुँह में भर दिया। मैं उसके छूटने तक तीन बार झड़ चुकी थी। फिर मैं उसके वीर्य को छोटे-छोटे घूँटों में पी गयी।
 
फिर मैं लहरा कर नीचे जमीन पर गिर गयी और वहीं पड़े-पड़े लंबी-लंबी सांसें लेने लगी। हैमिल्टन के लंड से अभी भी हल्की हल्की वीर्य की पिचकारी निकल रही थी, जिसे वो मेरे मम्मों पर गिरा रहा था। मम्मों पर छलके हुए वीर्य को उसने मेरे टॉप से साफ़ किया। टॉप से उसने अपने वीर्य को कुछ इस तरह पोंछा कि जब मैंने दोबारा टॉप पहनी तो मेरे दोनों निप्पल के ऊपर दो बड़े-बड़े गीले धब्बे थे। टॉप मेरे दोनों निप्पल पर चिपक गयी थी और निप्पल बाहर से दिखने लगे थे।
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RE: मैं हसीना गज़ब की - by rohitkapoor - 08-11-2020, 01:25 AM



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