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Adultery तरक्की का सफ़र
देखो ज़ुबैदा! सच-सच बताना, कारण.... हमारी कंपनी अपने हर एम्पलोयी का मेडिकल चेक अप कराती है...... सो अगर तुम झूठ बोल रही होगी तो तुम्हारा झूठ वहाँ पकड़ा जायेगा, अनिता ने कहा।

 
ज़ुबैदा कुछ वक्त सोचती रही और फिर धीमी आवाज़ में कहा, नहीं!!! मैडम मैं कुँवारी नहीं हूँ।
 
तुमने अपनी कुँवारी चूत को कब और कैसे चुदवाया? अनिता ने पूछा।
 
मैडम, ये मेरा पर्सनल मामला है, इससे आपको क्या करना है?” ज़ुबैदा ने जवाब दिया।
 
हमारी कंपनी का असूल है कि वो अपने करमचारी की हर बात की जानकारी रखती है..... सो डरो मत...... बताओ!! अनिता ने कहा।
 
ये कुछ  साल पहले की बात है, मेरे अम्मी और अब्बा घर पर नहीं थे। मेरा बॉयफ्रेंड उस दिन मेरे घर पर आया और जबरदस्ती मेरी कुँवारी चूत चोद दी, ज़ुबैदा ने जवाब दिया।
 
क्या तुम्हें चुदवाने में मज़ा आया।
 
पहली बार तो बहुत दर्द हुआ था और मज़ा भी नहीं आया। लेकिन बाद में मज़ा आने लगा। तीन महीने तक हम पागलों की तरह चुदाई करते रहे पर एक दिन वो मुझसे झगड़ा कर के चला गया और आज तक वापस नहीं आया, ज़ुबैदा ने कहा।
 
तुमने कभी अपनी गाँड मरवायी है?” अनिता ने पूछा।
 
यही तो झगड़े की जड़ थी, एक दिन वो मेरी गाँड मारना चाहता था..... मैंने मना किया तो उसने मेरे साथ जबरदस्ती करनी चाही पर मैंने उसे अपनी गाँड नहीं मारने दी, वो झगड़ कर चला गया और आज तक वापस नहीं आया, ज़ुबैदा ने बताया।
 
तुम्हें चुदवाने का दिल करता है?” अनिता ने पूछा।
 
हाँ मैडम! बहुत करता है। ज़ुबैदा ने शर्माते हुए कहा।  
 
तो क्या करती हो!” अनिता ने पूछा।
 
जी मोमबत्तियों और खीरे-बैंगन से काम चाला लेती हूँ बस! ज़ुबैदा ने जवाब दिया।
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 11-10-2020, 01:45 AM



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