Thread Rating:
  • 7 Vote(s) - 3.14 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery तरक्की का सफ़र
प्रीती! अब ये अच्छी बात नहीं है.... मैंने नाराज़गी जाहिर की।

 
अरे बाबा! नाराज़ मत हो..... मैं जानती हूँ, इसलिये मैंने रजनी से कह दिया है कि वो रोज़ शाम को तुम्हारे पास आ जाया करेगी और कभी-कभी रात को भी रुकेगी।
 
ठीक है!!! कब जाना चाहती हो?”
 
मैंने कल सुबह की फ्लाइट की टिकट बुक करा ली है, प्रीती ने जवाब दिया।
 
दूसरे दिन प्रीती को एयरपोर्ट छोड़ कर मैं ऑफिस पहुँचा तो मिसेज महेश को मेरी वेट करते देखा, आयेशा!! जरा मिसेज महेश को मेरे केबिन में भेजना?”
 
मिसेज महेश वाकय काफी आकर्शित महिला थी। उनकी उम्र पैंतालीस के आसपास होने के बावजूद शरीर गठीला था, भरे हुए मम्मे और लंबे बाल। उन्होंने काली रंग की साड़ी, मैचिंग का ब्लाऊज़ और काले ही रंग के बहुत ही ऊँची ऐड़ी के सैंडल पहन रखे था। दिखने में काफी सुंदर लग रही थी।
 
मैं उनके सर्टिफिकेट्स देखने लगा। इतने में एम-डी ने केबिन में कदम रखा।
 
हाय अनिता! कैसी हो? कई दिनों से तुम्हें नहीं देखा, एम-डी ने कहा। मिसेज महेश एम-डी से मिलने के लिये उठीं तो एम-डी ने उन्हें बाँहों में भर लिया और उनकी छाती दबा दी।
 
अनिता! राज तुम्हारे सर्टिफिकेट्स देख चुका है, अब वो तुम्हारी चूत देखना चाहता है। चलो कपड़े उतारो और सोफ़े पर लेट जाओ जिससे इंटरव्यू शुरू किया जा सके, एम-डी ने हँसते हुए कहा।
 
क्या आप हर केंडिडेट का इंटरव्यू उसे चोद के लेते है?” अनिता ने मुस्कुराते हुए कहा।
 
ये हमारी कंपनी की पॉलिसी है, चलो अब झिझको मत.... वैसे भी तुम बगैर कपड़ों में और ज्यादा सुंदर दिखती हो और मुझे पता है तुम्हारी चूत चुदाई के लिये हमेशा तैयार रहती है, एम-डी ने कहा। अनिता थोड़ा शर्माते हुए अपने कपड़े उतारने लगी और अचानक वो रुक गयी।
 
तो इसका मतलब है, मीना को नौकरी देने से पहले आप लोग......?” अनिता ने पूछा।
Like Reply


Messages In This Thread
RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 11-10-2020, 01:19 AM



Users browsing this thread: 15 Guest(s)