06-10-2020, 12:06 AM
“यहाँ मैं अकेला हूँ तो शरम आ रही है.... वहाँ तो सैंकड़ों लोग देखेंगे फिर?”
“अब्बू वहाँ तो सारी लड़कियाँ इसी ड्रेस में होंगीं.... इसलिये शरम नहीं लगेगी।”
“नहीं नहीं! तुम तो उसी तरह आओ! नहीं तो पता कैसे चलेगा इन कपड़ों में तुम कैसी लगोगी”, उन्होंने कहा तो मैं चुपचाप लौट आयी और अपनी ब्रा और पैंटी उतार कर हाई-हील सैंडलों में धीरे-धीरे चलते हुए वापस पहुँची। उनके सामने जाकर जैसे ही मैंने अपने हाथ कमर पर रखे तो उनकी आँखें बड़ी-बड़ी हो गयीं। उन्होंने शॉर्ट्स पहन रखी थी और उसमें से उनके लंड का उभार साफ़ दिखने लगा। उनका लंड मेरे एक्सपोज़र का मान करते हुए तन कर खड़ा हो गया। शॉर्ट्स के ऊपर से तंबू की तरह उभार नज़र आने लगा।
“सामने की ओर थोड़ा झुको”, उन्होंने मुझे कहा तो मैं सामने की ओर झुकी। मेरे टॉप के गले से मेरे पूरे उभार बाहर झाँकने लगे। पूरे मम्मे उनकी नजरों के सामने थे ।
“पीछे घूमो”, उन्होंने फिर कहा।
मैं धीरे-धीरे पीछे घूमी। मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे झुके होने के कारण पीछे घूमने पर छोटे से स्कर्ट के अंदर से मेरी चूत उनको नज़र आ गयी होगी। उन्होंने मेरी तारीफ़ करते हुए कहा, “बाय गॉड! तुम आग लगा दोगी सारे पैरिस में! ”
मुस्कुराते हुए मैं वापस बेड रूम में चली गयी। कुछ देर बाद एक के बाद एक, सारे स्कर्ट और टॉप ट्राई कर लिये। अब सिर्फ बिकिनी बची थी।
“अब्बू सारे कपड़े खत्म हो गये.... अब सिर्फ बिकिनियाँ ही बची हैं”, मैंने कहा।
“तो क्या! उन्हें भी पहन कर दिखाओ”, उन्होंने कसमसाते हुए अपने तने हुए लंड को सेट किया। इस तरह की हरकत करते हुए उनको मेरे सामने किसी तरह की शरम महसूस नहीं हो रही थी। काश कि मैंने भी उनकी तरह दो-तीन पैग व्हिस्की के पिये होते तो मैं भी और खुलकर और बेशर्म होकर ये शो इंजॉय करती।
“अब्बू वहाँ तो सारी लड़कियाँ इसी ड्रेस में होंगीं.... इसलिये शरम नहीं लगेगी।”
“नहीं नहीं! तुम तो उसी तरह आओ! नहीं तो पता कैसे चलेगा इन कपड़ों में तुम कैसी लगोगी”, उन्होंने कहा तो मैं चुपचाप लौट आयी और अपनी ब्रा और पैंटी उतार कर हाई-हील सैंडलों में धीरे-धीरे चलते हुए वापस पहुँची। उनके सामने जाकर जैसे ही मैंने अपने हाथ कमर पर रखे तो उनकी आँखें बड़ी-बड़ी हो गयीं। उन्होंने शॉर्ट्स पहन रखी थी और उसमें से उनके लंड का उभार साफ़ दिखने लगा। उनका लंड मेरे एक्सपोज़र का मान करते हुए तन कर खड़ा हो गया। शॉर्ट्स के ऊपर से तंबू की तरह उभार नज़र आने लगा।
“सामने की ओर थोड़ा झुको”, उन्होंने मुझे कहा तो मैं सामने की ओर झुकी। मेरे टॉप के गले से मेरे पूरे उभार बाहर झाँकने लगे। पूरे मम्मे उनकी नजरों के सामने थे ।
“पीछे घूमो”, उन्होंने फिर कहा।
मैं धीरे-धीरे पीछे घूमी। मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे झुके होने के कारण पीछे घूमने पर छोटे से स्कर्ट के अंदर से मेरी चूत उनको नज़र आ गयी होगी। उन्होंने मेरी तारीफ़ करते हुए कहा, “बाय गॉड! तुम आग लगा दोगी सारे पैरिस में! ”
मुस्कुराते हुए मैं वापस बेड रूम में चली गयी। कुछ देर बाद एक के बाद एक, सारे स्कर्ट और टॉप ट्राई कर लिये। अब सिर्फ बिकिनी बची थी।
“अब्बू सारे कपड़े खत्म हो गये.... अब सिर्फ बिकिनियाँ ही बची हैं”, मैंने कहा।
“तो क्या! उन्हें भी पहन कर दिखाओ”, उन्होंने कसमसाते हुए अपने तने हुए लंड को सेट किया। इस तरह की हरकत करते हुए उनको मेरे सामने किसी तरह की शरम महसूस नहीं हो रही थी। काश कि मैंने भी उनकी तरह दो-तीन पैग व्हिस्की के पिये होते तो मैं भी और खुलकर और बेशर्म होकर ये शो इंजॉय करती।