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Adultery तरक्की का सफ़र
रा......आआआआआआ......ज साले....... मैंने कहा ना कि मुझे जोर से चोद......., हाँ ऐसे और जोर से...... हाआँआँआँ ये मेरा छूटा........ कहते हुए उसका बदन ढीला पड़ गया। 

थोड़ी देर बाद योगिता भी ओहहहहहहह आआहहहहहहहहह करती हुई झड़ गयी। हमने भी अपना लंड उनकी चूतों में खाली कर दिया। तीन घंटे तक हुम चुदाई करते रहे और हमारे लौड़ों में बिल्कुल भी जान नहीं बची थी। 
 
मगर उनकी चूत की खाज नहीं मिटी थी। योगिता अब क्या करें! मेरी चूत में तो अब भी खुजली हो रही है, मिली ने पूछा।
 
खुजली तो मेरी चूत में भी हो रही है, आओ मेरे कमरे में चलते हैं, और मेरे काले लंड से खुजली मिटाते हैं,” योगिता ने मिली का हाथ पकड़ कर कहा और दोनों ऊँची हील की सैंडलें खटखटाती दूसरे कमरे में चली गयीं।।
 
सर! कैसा रहा?” मैंने एम-डी से पूछा।
 
बहुत ही अच्छा, आज पहली बार मैंने एक बार में इतनी चुदाई की है, बिना साँस लिये। दोबारा फिर ऐसा ही प्रोग्राम बनायेंगे, एम-डी ने जवाब दिया।
 
जब हम घर जाने के लिये तैयार हुए तो रास्ते में प्रीती ने पूछा,कैसा रहा राज?”
 
बहुत अच्छा रहा..... तुम बताओ क्या खबर है?” मैंने उससे पूछा।
 
खबर कुछ अच्छी भी है और कुछ बुरी भी! ये सब तुम्हें रजनी कल बतायेगी... मेरा तो इस समय नशे में सिर घूम रहा है...।
 
अगले दिन रजनी घर आयी तो मैंने उससे पूछा, अब बताओ कल क्या हुआ था?”
 
तुम्हारे स्टडी में जाने के बाद मैंने और प्रीती ने सोच क्यों ना थोड़ा समय टीना और रीना के साथ बिताया जाये”, रजनी ने बताना शुरू किया, इतने में हमें मिली आँटी की चींख सुनाई दी।  
 
ये मम्मी इतना चींख क्यों रही है.... टीना ने पूछा। हम तो उनके चींखने की वजह जानते थे लेकिन प्रीती ने सलाह दी कि चलो चल कर देखते हैं वहाँ क्या हो रहा है।  
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 05-10-2020, 11:26 PM



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