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Adultery तरक्की का सफ़र
उसकी जाते ही मैंने एम-डी को इंटरकॉम पर फोन किया, सर! मैंने सेक्रेटरी रख ली है..... अपने असलम कि बेटी..... आयेशा को। 

ये तुमने अच्छा किया! मैं भी उसे दोबारा चोदना चाहता था, एम-डी ने खुश होते हुए कहा,कल जब वो आये तो मुझे बुला लेना.... साथ में इंटरव्यू लेंगे।

दूसरे दिन आयेशा अपने सब सर्टिफिकेट लेकर ऑफिस पहुँची। मैंने एम-डी को उसके आने की खबर दी और उसके सर्टिफिकेट चेक किये। सब बराबर थे। आयेशा! अब तुम्हारा असली इंटरव्यू शुरू होगा, अपने कपड़े उतारो, मैंने कहा। 
 
ओ!!! तो अब आप मुझे चोदेंगे, बहुत दिन हो गये जब आपने मुझे चोदा था, है ना?” आयेशा हँसते हुए बोली।
 
अपने कपड़े उतारते हुए जब उसने एम-डी को अंदर आते देखा तो बोली, सर! ये भी मुझे चोदेंगे? फिर से दर्द नहीं सहन कर पाऊँगी।
 
तुम डरो मत..... ये तुम्हें दर्द नहीं होने देंगे, तुम अपने कपड़े उतारो, मैंने उसके गालों को सहलाते हुए कहा।
 
सफ़ेद रंग के ऊँची ऐड़ी के सैंडलों को छोड़ कर वो अपने बाकी सब कपड़े उतार कर बिल्कुल नंगी हो गयी तो एम-डी उसका इंटरव्यू शुरू किया।
 
ओहहह सर! कितना अच्छा लग रहा है, आयेशा ने सिसकरी भरी, जैसे ही एम-डी ने अपना लंड उसकी चूत में डाला।
 
हाँआँआँआँ जो...उउ...र से.... और जोर से , मज़ा आ रहा है......... हाँआँआँ किये जाओ...... मज़ा आ रहा है..... मेराआआआ छूट रहा है....... चिल्लाते हुए उसका बदन ढीला पड़ गया।
 
ओह सर! मज़ा आ गया! आप कितनी अच्छी चुदाई करते हैं, आयेशा ने एम-डी को चूमते हुए कहा, आपने पहली बार मुझे इतने प्यार से क्यों नहीं चोदा।
 
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है, एम-डी ने हँसते हुए कहा।
 
मैंने और एम-डी ने बारी-बारी से आयेशा को कई बार चोदा। एक बार तो हम ने उसे साथ साथ चोदा। तीन घंटे की चुदाई के बाद हम थक चुके थे। मैंने पूछा,सर! क्या सोचा इसके बारे में?”
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 05-10-2020, 11:19 PM



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