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Adultery तरक्की का सफ़र
भाग- ८

मेरा प्लैन है कि एम-डी महेश की बेटी मीना को उसकी आँखों के सामने चोदें, प्रीती ने सिगरेट सुलगाते हुए कहा। 

क्या तुम्हें लगता है कि एम-डी अपने खास दोस्त की बेटी को चोदेगा?” मैंने कुछ सोचते हुए पूछा। 
 

एम-डी इतना हरामी है कि अगर मौका मिले तो वो अपनी बहन और बेटी को भी चोदने से बाज़ नहीं आयेगा, तुम इस बात की परवाह मत करो, सब मुझपर छोड़ दो, प्रीती ने हँसते हुए कहा।

 

तुम मीना को कैसे तैयार करोगी?”

 

कुछ महीने पहले की बात है, मैं मीना से उसके ग्रैजुयेशन के बाद मिली थी और पूछा था कि वो आगे क्या करना चाहती है। तब उसने एम-ए करना है, कहा था। लेकिन अब वो नौकरी ढूँढ रही है। उसने मुझे तुमसे बात करने के लिये भी कहा है। जबसे महेश ने अपना सब कुछ गंवा दिया है, वो नौकरी कर के पैसा कमाना चाहती है, प्रीती ने जवाब दिया।

 

इस बात को तुम महेश से कैसे छुपाओगी?”

 

मुझे छुपाने की कोई जरूरत नहीं है, मीना ही इस बात को छुपाएगी। क्योंकि जब मैंने उस से कहा कि तुम खुद अपने पिताजी से बात क्यों नहीं करती तो उसने मुँह बनाते हुए कहा कि वो नहीं चाहते कि मैं नौकरी करूँ, प्रीती ने हँसते हुए कहा।

 

लगता है तुमने काफी सोच कर ये प्लैन बनाया है, लेकिन तुम ऐसा क्या करोगी कि महेश अपनी बेटी को चुदवाते देखता रहे और कुछ ना कर पाये?” मैंने पूछा।

 

उसी तरह जिस तरह तुम खड़े-खड़े अपनी बहनों को चुदवाते देखते रहे और कुछ नहीं कर पाये, प्रीती ने जवाब दिया।

 

ठीक है! फिर मीना का चुदाई दिवस कौन सा है?”

 

पाँच दिन के बाद, इस महीने की १९ तारीख को, उसने जवाब दिया।

 

कुछ खास वजह ये दिन तय करने का?”

 
हाँ मेरे राजा! वो दिन तुम्हारे एम-डी का जन्मदिन है और मीना की कुँवारी चूत एम-डी को महेश की तरफ से जन्मदिन का तोहफ़ा होगी, प्रीती जोर से हँसते हुए बोली।
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 07-09-2020, 08:27 PM



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