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Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
बबीता के इन शब्दों ने जैसे मेरे मुर्झाये लंड में जान फूँक दी। मेरा लंड फ़िर से तन कर खड़ा हो गया। मैं समझ गया कि मुझे बबीता की गाँड मारने का और मौका भविष्य में मिलेगा। 

मैंने और बबीता ने अपने आप को टॉवल से साफ़ किया और अपने कपड़े पहन लिए। मैं बबीता से पहले पार्टी में पहुँचा तो मेरा सामना प्रशाँत से हो गया, लगता है तुम्हारे और बबीता में अच्छी खासी जमने लगी है। अब मेरा समय है कि मैं प्रीती के सैक्स ज्ञान को और आगे बढ़ाऊँ।

 
प्रशाँत अब प्रीती को खोज रहा था। प्रीती कमरे के एक कोने में खड़ी अविनाश और मिनी से बातें कर रही थी। हकीकत में अविनाश बार स्टूल पे बैठा था और प्रीती उसके पास एक दम सट कर खड़ी थी। अविनाश के दोनों हाथ उसकी कमर पर थे।
 
मैंने देखा कि प्रशाँत प्रीती के पास गया और उसके कान में कुछ कहा। प्रीती उसकी बात सुनकर अविनाश से बोली, सॉरी, मैं अभी आती हूँ। यह कहकर वो गेस्ट रूम की और  बढ़ गयी।
 
प्रशाँत मेरी तरफ़ आया और बोला, अब तुम्हारी बारी है देखने की। यह कहकर वो भी गेस्ट रूम की और बढ़ गया। एक बार तो मेरी समझ में नहीं आया कि मैं क्या करूँ, फिर मैं भी उसके पीछे बढ़ गया। मैं भी देखना चाहता था कि वो मेरी बीवी के साथ क्या करता है।
 
प्रशाँत के जाते ही मैं भी उसके पीछे जा खिड़की के पीछे वहीं छिप गया जहाँ थोड़ी देर पहले प्रशाँत खड़ा था। प्रशाँत और प्रीती कमरे में पहुँच चुके थे, और प्रीती उसे अविनाश और मिनी के बारे में बता रही थी। प्रीती बता रही थी अविनाश कितना हँसमुख इन्सान था और वो उसे किस तरह के जोक्स सुना कर हँसा रहा था।
 
प्रशाँत ने प्रीती से पूछा, क्या तुम्हें अविनाश अच्छा लगता है?”
 
हाँ अविनाश एक अच्छा इंसान है और मिनी भी। दोनों काफी अच्छे हैं। प्रीती ने जवाब दिया।
 
नहीं सच बताओ क्या तुम अविनाश से चुदवाना चाहती हो, मुझे और बबीता को मालूम होना चाहिए। हम लोग पिछले साल भर से दोस्त हैं और तुम्हें नहीं मालूम कि अविनाश कितनी अच्छी चुदाई करता है,” प्रशाँत ने कहा।
 
प्रीती ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया पर वो इतना जरूर समझ गयी कि प्रशाँत और बबीता आपस में अविनाश और मिनी के साथ चुदाई करते हैं।
 
प्रीती ने प्रशाँत को बांहों में भर लिया और उसके होंठों को चूमने लगी। प्रशाँत ने भी उसे बांहों भर कर अपना एक हाथ उसकी ड्रेस के अंदर डाल दिया। तो आज तुमने भी पैंटी नहीं पहन रखी है,” कहकर वो उसके चूत्तड़ सहलाने लगा।
 
हे भगवान! मैं बबीता में इतना खोया हुआ था कि मुझे इस बात का पता ही नहीं चला कि मेरी बीवी बिना पैंटी के इतनी देर से पार्टी में घूम रही है।
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RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 02-08-2020, 12:25 AM



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