17-05-2020, 08:49 PM
वैसे तो ज़ूबी उस नौजवान के लंड को बड़े मन से चूस रही थी, पर आखिर वो भी इंसान थी। धीरे-धीरे उसके शरीर में भी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी। उसने महसूस किया कि किसी के हाथ उसकी जाँघों से होते हुए उसकी चूत से खेल रहे हैं। फिर दो अंगुलियाँ उसकी चूत के अंदर बाहर होने लगी। उसे विश्वास था कि ये अँगुलियाँ जरूर उस होटल वाले नौजवान की होंगी।
“ओहहहहह हाँआँआँ आआआआँआँ” ज़ूबी के मुँह से एक सिसकरी निकल पड़ी पर वो उस नौजवान के लंड को चूसती रही। उस लड़के ने तभी अपने कुल्हे उठाये और अपना वीर्य ज़ूबी के मुँह में छोड़ दिया।
“हम पहुँच चुके हैं,” उस नौजवान ने कहा।
ज़ूबी ने खिड़की से बाहर अपने इलाके को पहचाना, पर उस लड़के के लंड को अपने मुँह से बाहर निकालने की बजाय उसने उसके लंड को अपने गले तक ले लिया। थोड़ी देर तक अपने मुँह को ऊपर नीचे कर के उसे चूसने के बाद उस लंड को बाहर निकाल दिया और नौजवान की और देख कर मुस्कुराने लगी।
होटल वाले नौजवान ने दरवाज़ा खोला तो ज़ूबी उछल कर नीचे उतर गयी और अपने घर की तरफ़ दौड़ पड़ी। बड़ी मुश्किल से उसने दरवाज़ा खोला। उसे अपनी चूत से पानी बहता महसूस हो रहा था। बड़ी मुश्किल से वो अपने जज़बतों पर कंट्रोल कर पायी थी।
“ओहहहहह हाँआँआँ आआआआँआँ” ज़ूबी के मुँह से एक सिसकरी निकल पड़ी पर वो उस नौजवान के लंड को चूसती रही। उस लड़के ने तभी अपने कुल्हे उठाये और अपना वीर्य ज़ूबी के मुँह में छोड़ दिया।
“हम पहुँच चुके हैं,” उस नौजवान ने कहा।
ज़ूबी ने खिड़की से बाहर अपने इलाके को पहचाना, पर उस लड़के के लंड को अपने मुँह से बाहर निकालने की बजाय उसने उसके लंड को अपने गले तक ले लिया। थोड़ी देर तक अपने मुँह को ऊपर नीचे कर के उसे चूसने के बाद उस लंड को बाहर निकाल दिया और नौजवान की और देख कर मुस्कुराने लगी।
होटल वाले नौजवान ने दरवाज़ा खोला तो ज़ूबी उछल कर नीचे उतर गयी और अपने घर की तरफ़ दौड़ पड़ी। बड़ी मुश्किल से उसने दरवाज़ा खोला। उसे अपनी चूत से पानी बहता महसूस हो रहा था। बड़ी मुश्किल से वो अपने जज़बतों पर कंट्रोल कर पायी थी।