10-05-2020, 04:02 AM
वो मर्द अब एक नयी ताकत से उसे चोद रहा था। वो ज़ूबी कि गाँड के छेद को देख रहा था जो उसके हर धक्के से खुल बंद हो रही थी। उसने अपनी एक अँगुली उसकी गाँड के चेद में डाली और दुगनी ताकत से धक्के लगाने लगा। दस पंद्रह धक्के मारने के बाद उसके लंड ने पानी छोड़ दिया।
एक मर्द उसे चोद कर अलग होता और दूसरा अपने लंड को उसकी चूत में पेल देता। वो अब तो गिनती भी भूलने लगी थी कि उसे कितनी बार किसने चोदा। वो बेहोश सी होने लगी थी।
उसे इतना पता था कि एक लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा है। उसने अपनी अधखुली आँखों से देखा कि होटल के रूम सर्विस स्टाफ से एक जवान लड़का शराब और नाश्ता लेकर रूम में दाखिल हो रहा था।
उस रूम अटेंडेंट ने जब ज़ूबी को इस तरह से चुदते देखा तो उसने अपनी आँखें शरम से झुका ली।
“जो देखा वो पसंद आया क्या?” राज ने उस लड़के से पूछा।
“हाँ सर, ये बहुत सुंदर है, ये किसके लिए काम करती है? मैंने इसे पहले कभी यहाँ नहीं देखा” लड़के ने जवाब दिया।
ज़ूबी समझ गयी कि वो लड़का उसे वेश्या समझ रहा है।
“वैसे ये लड़की कोई रंडी नहीं है... बल्कि ये इस शहर की एक वकील है” राज ने उस लड़के से कहा।
वो लड़का गहरी नज़रों से ज़ूबी को देख रहा था। देख रहा था कि किस तरह एक मूसल लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा है।
“क्या तुम्हारे पास थोड़ा समय है, मैं तुमसे कुछ बात करना चाहता हूँ,” राज ने उस वर्दी धारी लड़के से कहा।
**************************
ज़ूबी होटल रूम के बाथरूम के आइने के सामने खड़ी थी। वो इस तरह झुकी हुई थी कि उसकी चूचियाँ लटक रही थी और उसके भरे और मांसल चूत्तड़ों के पीछे वो रूम अटेंडेंट खड़ा था।
वो लड़का शायद उन्नीस बीस साल का होगा, और शायद उसे चुदाई का अनुभव नहीं था, पर उसका लंड एक दम घोड़े के लंड कि तरह सवारी करने को तैयार था। उसने ज़ूबी से अपना लंड खुद की चूत में डालने को कहा तो ज़ूबी ने उसके लंड को पकड़ कर अपनी चूत के मुँह पर रख दिया।
उस अनाड़ी लड़के ने एक ही धक्के में अपना लंड उसकी चूत में घुसाने की कोशिश की और उसका लंड फिसल कर रह गया। उस लड़के ने फिर अपना लंड उसकी चूत के दीवार पर लगाया और इस बार अंदर घुसा दिया। ज़ूबी सिसकी और उसकी चूत ने उसके लंड को जैसे गले लगा लिया। दो धक्कों में उसका लंड पूरा चूत के अंदर था।
एक मर्द उसे चोद कर अलग होता और दूसरा अपने लंड को उसकी चूत में पेल देता। वो अब तो गिनती भी भूलने लगी थी कि उसे कितनी बार किसने चोदा। वो बेहोश सी होने लगी थी।
उसे इतना पता था कि एक लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा है। उसने अपनी अधखुली आँखों से देखा कि होटल के रूम सर्विस स्टाफ से एक जवान लड़का शराब और नाश्ता लेकर रूम में दाखिल हो रहा था।
उस रूम अटेंडेंट ने जब ज़ूबी को इस तरह से चुदते देखा तो उसने अपनी आँखें शरम से झुका ली।
“जो देखा वो पसंद आया क्या?” राज ने उस लड़के से पूछा।
“हाँ सर, ये बहुत सुंदर है, ये किसके लिए काम करती है? मैंने इसे पहले कभी यहाँ नहीं देखा” लड़के ने जवाब दिया।
ज़ूबी समझ गयी कि वो लड़का उसे वेश्या समझ रहा है।
“वैसे ये लड़की कोई रंडी नहीं है... बल्कि ये इस शहर की एक वकील है” राज ने उस लड़के से कहा।
वो लड़का गहरी नज़रों से ज़ूबी को देख रहा था। देख रहा था कि किस तरह एक मूसल लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा है।
“क्या तुम्हारे पास थोड़ा समय है, मैं तुमसे कुछ बात करना चाहता हूँ,” राज ने उस वर्दी धारी लड़के से कहा।
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ज़ूबी होटल रूम के बाथरूम के आइने के सामने खड़ी थी। वो इस तरह झुकी हुई थी कि उसकी चूचियाँ लटक रही थी और उसके भरे और मांसल चूत्तड़ों के पीछे वो रूम अटेंडेंट खड़ा था।
वो लड़का शायद उन्नीस बीस साल का होगा, और शायद उसे चुदाई का अनुभव नहीं था, पर उसका लंड एक दम घोड़े के लंड कि तरह सवारी करने को तैयार था। उसने ज़ूबी से अपना लंड खुद की चूत में डालने को कहा तो ज़ूबी ने उसके लंड को पकड़ कर अपनी चूत के मुँह पर रख दिया।
उस अनाड़ी लड़के ने एक ही धक्के में अपना लंड उसकी चूत में घुसाने की कोशिश की और उसका लंड फिसल कर रह गया। उस लड़के ने फिर अपना लंड उसकी चूत के दीवार पर लगाया और इस बार अंदर घुसा दिया। ज़ूबी सिसकी और उसकी चूत ने उसके लंड को जैसे गले लगा लिया। दो धक्कों में उसका लंड पूरा चूत के अंदर था।


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