Thread Rating:
  • 6 Vote(s) - 2.33 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica मैं हसीना गज़ब की
#63
“मज़ा आ गया”, उन्होंने कहा। 

“धत्त! आप बहुत गंदे हैं!” मैंने शरमाते हुए उनसे कहा, “आपने मेरे मुँह को क्या समझ रखा था.... इतना बड़ा वो.. घुसेड़-घुसेड़ कर गला चीर कर रख दिया।“
 
“वो? वो क्या?” उन्होंने शरारत से पूछा।
 
“वो....” मैंने उनके लंड की ओर इशारा किया।
 
“अरे उसका कुछ नाम भी होगा। इतनी प्यारी चीज़ है.... जरा मोहब्बत से नाम तो लेकर देखो.... कितना खुश होगा।”
 
“क्यों सताते हो.. अब आ जाओ ऊपर”, मैंने कहा।
 
“नहीं पहले तुम इसका नाम लो।” वैसे तो औरतों के लिये लंड का नाम और वो भी किसी पराये मर्द के सामने लेना बड़ा मुश्किल होता है लेकिन मेरे लिये कोई बड़ी बात नहीं थी। फिर भी मैं शरमाने का नाटक करते हुए झिझकते हुए धीरे से फ़ुसफ़ुसायी, “लंड!”
 
“क्या.. कुछ सुनायी नहीं दिया....” वो पूरी बेशरमी पर उतर आये थे।
 
“लंड!” मैंने फिर से कहा इस बार आवाज में कुछ जोर था। वो खुश हो गये। उन्होंने उठकर अचानक लाईट ऑन कर दी। पूरा कमरा दूधिया रोशनी में नहा गया।
 
“ऊँ हूँ नहीं…” मैंने शरम से अपने छातियों को हाथों से ढक लिया और अपनी चूत को दोनों टाँगों के बीच भींच लिया जिससे उनकी उस पर नज़र ना पड़े।
 
“क्या करते हो बेशरम.. मुझे बहुत शरम आ रही है.... प्ली..ईऽऽ..ज़ लाईट बंद कर दो!” मैंने कहा।
[+] 1 user Likes rohitkapoor's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मैं हसीना गज़ब की - by rohitkapoor - 10-05-2020, 02:59 AM



Users browsing this thread: 2 Guest(s)