Thread Rating:
  • 13 Vote(s) - 2.62 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica हिंदी की सुनी-अनसुनी कामुक कहानियों का संग्रह
#34
रूम के बीचों बीच खड़े होकर उसने अपने काले हाई हील के सैंडल उतारे और फिर अपनी स्कर्ट की ज़िप खोल दी। उसका स्कर्ट फिसल कर नीचे गिर पड़ा। उसने स्कर्ट को अपनी टाँगों से निकाल कर उतार दिया और फिर अपना टॉप भी उतार दिया। कमरे में चलते एयर कंडीशनर की ठंडी हवा ने एक सिरहन सी भर दी उसके शरीर में। 

ज़ूबी कमरे में बिछे कार्पेट पर नंगी ही चहल कदमी कर रही थी। उसने बेड पर से कपड़े और सैंडल उठाये और पहनने लगी। वो समझ गयी थी कि राज उसे अपनी काम वासना की पूर्ति के लिए इस्तमाल करना चाहता है। ज़ूबी ये भी जानती थी कि राज के हाथ जब उसके बदन को सहलाते थे तो अपने जज़बतों को नहीं रोक पाती थी। उसकी भी जिस्मनी इच्छा और बढ़ जाती थी। 
 
ज़ूबी ने जैसे ही अपने कपड़े समेट कर साइड की टेबल पर रखे तो राज को कमरे में दाखिल होते देखा। ज़ूबी ने देखा कि राज ने शराब की बोत्तल अपनी बगल में दबा रखी थी और उसके पीछे दो हट्टे तगड़े आदमी सूट पहने कमरे में आ गये।
 
ज़ूबी इनसे मिलो... ये हमारे टी.वी चैनल के नये पार्टनर हैं राज ने कहा।
 
करन ये मेरी वकील ज़ूबी है राज ने उसका परिचय कराया। ज़ूबी चुप चाप खड़ी थी। उसका मन कर रहा था कि वहाँ से भाग जाये पर जानती थी कि वो ऐसा नहीं कर सकती थी। उसने अपने आप को इतना मजबूर कभी नहीं पाया था। उसकी आँखों में पानी आ गया था। ज़ूबी काँपती टाँगों से साइड में पड़ी कुर्सी पर बैठ गयी।
 
राज ज़ूबी के पास आ गया और उसकी चूचियों को मसलने लगा। ज़ूबी ने एक बार चाहा कि वो उसके हाथों को झटक दे पर वो ऐसा कर ना सकी, बल्कि उसने महसूस किया कि राज के हाथों का स्पर्श उसे अच्छा लग रहा है और उसके निप्पल एक बार फिर खड़े हो रहे हैं।
 
राज ने ज़ूबी को कुर्सी पर से उठाया और उसके बदन को सहलाने लगा। फिर उसने अपने कपड़े उतारे और नंगा हो गया। राज अब खुद कुर्सी पर बैठ गया और ज़ूबी को कंधे से नीचे कर के अपनी फैली जाँघों के बीच बिठा दिया। ज़ूबी का चेहरा राज के लंड से कुछ ही इंच के फ़ासले पर था।
 
अब मेरे लंड को अपने मुँह में ले कर चूसो। राज ने अपना लंड उसके गुलाबी होंठों पर रगड़ते हुए कहा।
 
ज़ूबी को अपने आप से इतनी शर्मिंदगी महसूस हो रही थी कि वो अपने आँसू बड़ी मुश्किल से रोक पा रही थी। राज उसके साथ ऐसा व्यवहार कर रहा था जैसे वो कोई वेश्या हो, प्लीज़ मुझे पराये मर्दों के सामने इतना जलील मत करो ज़ूबी गिड़गिड़ाते हुए बोली।
 
राज ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया, बस उसे घूरता जा रहा था।
[+] 4 users Like rohitkapoor's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हिंदी की कामुक कहानियों का संग्रह - by rohitkapoor - 02-05-2020, 08:09 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)