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Adultery तरक्की का सफ़र
#28
उसे अपने बाँहों में भरते हुए मैंने बिस्तर पर लिटा दिया और कहा, डार्लिंग! ये हमारे फ्लैट पर पहली रात है, आओ खूब चुदाई करें और मज़े लें।

 
मेरे हाथ उसके शरीर को सहला रहे थे। मेरे होंठ उसके होंठों पे थे और मेरी जीभ उसके मुँह में उसकी जीभ के साथ खेल रही थी। मैंने अपना मुँह उसकी छातियों के बीच छुपा दिया और उसके मम्मे चूसने लगा। एक हाथ से उसके मम्मों को जोर से भींचता तो उसके मुँह से सिस्करी निकल पड़ती, ओहहहहहह राजजजजज!!!!!!
 
उसके मम्मे चूसते हुए मैं नीचे की तरफ बढ़ा और अपना मुँह उसकी गोरी और बिना बालों वाली चूत पर रख दिया। अब मैं धीरे से उसकी चूत को चाट रहा था।
 
उसके घुटनों को मोड़ मैंने उसकी छाती पर कर दिये जिससे उसकी चूत ऊपर को उठ गयी और मैं अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा।
 
ओह राज बहुत अच्छा लगा रह है, आआहहहहहह..... किये जाओ, कहकर वो अपनी गाँड ऊपर को उठा देती।
 
मैं और तेजी से उसकी चूत को अपनी जीभ से चोद रहा था। ओहहहहहहह डार्लिंग किये जाओ... औऔऔऔऔऔर जोर से, मज़ाआआआ आ रहा है, हाँआँआँ ऐसे ही किये जाओ, कहते हुए उसकी चूत ने मेरे मुँह में पानी छोड़ दिया।
 
उसकी चींखने की और जोरदार सिसकरियों को सुन कर मैं सकते में आ गया, पर मुझसे भी रुका नहीं जा रहा था। मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रख कर एक जोर का धक्का लगाया। मेरा लंड एक ही झटके में उसकी चूत में जा घुसा। आआआआआआआहहहहह मर गयी, वो चिल्लायी।
 
अब मैं धीरे-धीरे अपने लंड को उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा। जैसे-जैसे मैं रफ़्तार बढ़ाने लगा, उसकी साँसें तेज होने लगी, उसके बदन में अकड़ाव सा आने लगा।
 
ये देख मैं अब जोर जोर से अपने लंड को उसकी चूत में डाल रहा था। प्रीती सिसकरियाँ भर रही थी, ओहहहहह राज औऔऔऔऔऔर जोररररर से!!!!!!!! आहहहहहह हाँआंआंआंआं ऐसे ही कियो जाओ!!!! हाँ राजाआआआआआआ आज फाड़ दो मेरी चूत को।
 
मेरे लंड के पानी में भी उबाल आ रहा था और वो छूटने को तैयार था। मैंने उसे चोदने की रफ़्तार और बढ़ा दी। वो भी अपनी जाँघें उठा मेरे थाप से थाप मिला रही थी, ओओओओओहहहहह..... येसससससस... ऊऊऊऊऊहहह राज और जोर से..., मेरा छूटने वाला है हाआआआआआ, मैं...ऐंऐंऐं तो गयी।

जैसे ही उसकी चूत ने पानी छोड़ा, मैंने भी दो चार करारे धक्के लगा कर अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया। दोनों का शरीर पसीने में चूर था, फिर भी हम एक दूसरे को उन्माद के मारे चूम रहे थे और सहला रहे थे।
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RE: तरक्की का सफ़र - by rohitkapoor - 26-04-2020, 07:35 PM



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