23-02-2024, 11:49 PM
सहवास
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चचेरी बहन के साथ सहवास : रमन
मैं रमन, उम्र २३ वर्ष, कद ५’१० इंच, चौड़ी छाती तो कसरती बदन साथ ही १४ सेंटीमीटर लंबा लन्ड साथ में मोटा भी लेकिन मैं किसी कलयुगी भाई की तरह बहन के साथ ही सहवास कर लिया वैसे मेरी चचेरी बहन रिमझिम, उम्र २२ वर्ष तो गोरा रंग, बदन छरहरा तो चूचियां मध्यम आकार की साथ ही चूतड गोल और खरबूजे की तरह उसकी फांकें तो चूत लालिमा लिए शादीशुदा थी और मैं उस पर डोरे डाला तो वो भी राजीखुशी मेरे साथ सेक्स कर ली और फिर दोनों ने देर रात छत पर संभोग क्रिया करने का प्लान किया, शाम को मार्केट से लौटते वक्त उसके लिए गर्भ निरोधक गोलियां ले लिया था और फिर रात के ०९:३० बजे मैं अपने बरामदे पर से देखा की वो खाना खाकर रूम में जा रही है तो मैं भी खाना खाया फिर रूम में जाकर लेट गया, दोनों एक दूसरे का मोबाइल नंबर ले चुके थे और मैं उसके मेसेज के अनुसार उसके घर की छत पर जाता, वैसे भी ठंड की मौसम थी लेकिन वसंत ऋतु का आगमन होने पर था और मैं तकिया के पास मोबाइल रख लेट गया और कुछ देर बाद मेरी आंखें बंद हो गई। मेरी नींद तेज पिसाब लगने से खुली और मैं उठकर पहले मोबाइल देखा तो दस मिनट पहले बहन ने छत पर आने का मेसेज किया था और मैं पहले मेसेज का जवाब दिया फिर फ्रेश हुआ, अपने रूम से निकला तभी रात के ११:२० बजे थे और घर के सारे लोग सो रहे थे तो मैं चाचा जी के बरामदे पर आया फिर सीढ़ी से छत पर चला गया और देखा की छत पर रिमझिम नहीं है तो मैं वहीं बैठ गया, छत पर एक लकड़ी की बेड रखी हुई थी और मैं उस पर बैठ रिमझिम को मेसेज करता की सीढ़ी पर किसी के आने की आहट हुई और मैं सीढ़ी के दूसरी तरफ जाकर छिप गया ताकि कोई दूसरा हो तो छिपकर निकल जाए लेकिन देखा की रिमझिम ही थी और उसके हाथ में बिस्तर और पानी की बोतल थी तो मैं उसके सामने आया, वो बिस्तर बेड पर रखी और मैं बेड पर बिस्तर लगाया, रिमझिम स्कर्ट और टॉप्स पहन रखी थी, फिर वो बेड पर बैठी तो मैं उसके सामने बैठा और चांदनी रात में उसके चमकते चेहरे को देख चूमने लगा लेकिन वो मुझसे लिपट कर चुम्मा देने लगी तो मैं उसको बाहों में भर चेहरा चूमने लगा, दोनों एक दूसरे से लिपटे थे और फिर मैं रिमझिम के रसीले ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन देने लगा तो वो मेरे गर्दन में हाथ डाले मेरे मुंह में ही ओंठ घुसाई जिसे मैं चूसता हुआ उसके कमर में हाथ डाला और वो मेरे गोद में बैठ गई फिर तो मैं उसके स्कर्ट को कमर तक उठाया और चूतड को सहलाने लगा फिर रिमझिम मेरे मुंह से ओंठ निकाल ली और गाल चूमने लगी तो मैं उसके चूतड के दरार में उंगली रगड़ने लगा, वो फुल साईज की पेंटी पहन रखी थी और मैं उसके पेंटी के ऊपर से ही चूत को रगड़ने लगा तो वो बोली ” तुम मुझसे क्या चाहते हो पहले ही समझ गई थी लेकिन ऐसे सम्बन्ध अच्छे नहीं होते
( मैं उसके टॉप्स को गर्दन से बाहर निकाल दिया तो उसकी चूचियां नग्न थी जिसे मैं पुचकारने लगा ) मालूम है लेकिन ऐसे संबंध छुपकर बनाए जाएं तो क्या दिक्कत ” और मैं उसे बेड पर लिटाया फिर उसके ओंठ को चूमने लगा साथ ही बूब्स दबा रहा था तो वो खुद ही स्कर्ट को कमर से नीचे कर दी तो मैं उसके गाल चूम रहा था की वो बोली ” पहले मेरी जीभ चूसो रमन इस काम में तुम नए हो और मैं अनुभवी ” मैं उसकी पेंटी उत्तर नग्न कर दिया, चांदनी रात में उसकी निखरी बदन मुझे उत्तेजित कर रही थी फिर मैं मुंह खोल रिमझिम के जीभ को चूसने लगा साथ ही चूची को दबाने लगा, शादी के बाद तो इसकी चूची दुगुनी बड़ी हो गई थी और मैं कुछ देर जीभ चूसा फिर रिमझिम मेरे पैजामा की डोरी खोल मेरे लन्ड को पकड़ सहलाने लगी और मैं उसके चूची को पकड़ मुंह में भर चूसने लगा तो रिमझिम मेरे लन्ड को इस कदर सहला रही थी मानो गाय के थन से दूध निकाल रही हो और मैं चूची चूसता हुआ मस्त थी की बहन आहें भरने लगी ” आह उह ओह आआआह्ह्ह चूत में खुजली हो रही है
मैं रमन, उम्र २३ वर्ष, कद ५’१० इंच, चौड़ी छाती तो कसरती बदन साथ ही १४ सेंटीमीटर लंबा लन्ड साथ में मोटा भी लेकिन मैं किसी कलयुगी भाई की तरह बहन के साथ ही सहवास कर लिया वैसे मेरी चचेरी बहन रिमझिम, उम्र २२ वर्ष तो गोरा रंग, बदन छरहरा तो चूचियां मध्यम आकार की साथ ही चूतड गोल और खरबूजे की तरह उसकी फांकें तो चूत लालिमा लिए शादीशुदा थी और मैं उस पर डोरे डाला तो वो भी राजीखुशी मेरे साथ सेक्स कर ली और फिर दोनों ने देर रात छत पर संभोग क्रिया करने का प्लान किया, शाम को मार्केट से लौटते वक्त उसके लिए गर्भ निरोधक गोलियां ले लिया था और फिर रात के ०९:३० बजे मैं अपने बरामदे पर से देखा की वो खाना खाकर रूम में जा रही है तो मैं भी खाना खाया फिर रूम में जाकर लेट गया, दोनों एक दूसरे का मोबाइल नंबर ले चुके थे और मैं उसके मेसेज के अनुसार उसके घर की छत पर जाता, वैसे भी ठंड की मौसम थी लेकिन वसंत ऋतु का आगमन होने पर था और मैं तकिया के पास मोबाइल रख लेट गया और कुछ देर बाद मेरी आंखें बंद हो गई। मेरी नींद तेज पिसाब लगने से खुली और मैं उठकर पहले मोबाइल देखा तो दस मिनट पहले बहन ने छत पर आने का मेसेज किया था और मैं पहले मेसेज का जवाब दिया फिर फ्रेश हुआ, अपने रूम से निकला तभी रात के ११:२० बजे थे और घर के सारे लोग सो रहे थे तो मैं चाचा जी के बरामदे पर आया फिर सीढ़ी से छत पर चला गया और देखा की छत पर रिमझिम नहीं है तो मैं वहीं बैठ गया, छत पर एक लकड़ी की बेड रखी हुई थी और मैं उस पर बैठ रिमझिम को मेसेज करता की सीढ़ी पर किसी के आने की आहट हुई और मैं सीढ़ी के दूसरी तरफ जाकर छिप गया ताकि कोई दूसरा हो तो छिपकर निकल जाए लेकिन देखा की रिमझिम ही थी और उसके हाथ में बिस्तर और पानी की बोतल थी तो मैं उसके सामने आया, वो बिस्तर बेड पर रखी और मैं बेड पर बिस्तर लगाया, रिमझिम स्कर्ट और टॉप्स पहन रखी थी, फिर वो बेड पर बैठी तो मैं उसके सामने बैठा और चांदनी रात में उसके चमकते चेहरे को देख चूमने लगा लेकिन वो मुझसे लिपट कर चुम्मा देने लगी तो मैं उसको बाहों में भर चेहरा चूमने लगा, दोनों एक दूसरे से लिपटे थे और फिर मैं रिमझिम के रसीले ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन देने लगा तो वो मेरे गर्दन में हाथ डाले मेरे मुंह में ही ओंठ घुसाई जिसे मैं चूसता हुआ उसके कमर में हाथ डाला और वो मेरे गोद में बैठ गई फिर तो मैं उसके स्कर्ट को कमर तक उठाया और चूतड को सहलाने लगा फिर रिमझिम मेरे मुंह से ओंठ निकाल ली और गाल चूमने लगी तो मैं उसके चूतड के दरार में उंगली रगड़ने लगा, वो फुल साईज की पेंटी पहन रखी थी और मैं उसके पेंटी के ऊपर से ही चूत को रगड़ने लगा तो वो बोली ” तुम मुझसे क्या चाहते हो पहले ही समझ गई थी लेकिन ऐसे सम्बन्ध अच्छे नहीं होते
( मैं उसके टॉप्स को गर्दन से बाहर निकाल दिया तो उसकी चूचियां नग्न थी जिसे मैं पुचकारने लगा ) मालूम है लेकिन ऐसे संबंध छुपकर बनाए जाएं तो क्या दिक्कत ” और मैं उसे बेड पर लिटाया फिर उसके ओंठ को चूमने लगा साथ ही बूब्स दबा रहा था तो वो खुद ही स्कर्ट को कमर से नीचे कर दी तो मैं उसके गाल चूम रहा था की वो बोली ” पहले मेरी जीभ चूसो रमन इस काम में तुम नए हो और मैं अनुभवी ” मैं उसकी पेंटी उत्तर नग्न कर दिया, चांदनी रात में उसकी निखरी बदन मुझे उत्तेजित कर रही थी फिर मैं मुंह खोल रिमझिम के जीभ को चूसने लगा साथ ही चूची को दबाने लगा, शादी के बाद तो इसकी चूची दुगुनी बड़ी हो गई थी और मैं कुछ देर जीभ चूसा फिर रिमझिम मेरे पैजामा की डोरी खोल मेरे लन्ड को पकड़ सहलाने लगी और मैं उसके चूची को पकड़ मुंह में भर चूसने लगा तो रिमझिम मेरे लन्ड को इस कदर सहला रही थी मानो गाय के थन से दूध निकाल रही हो और मैं चूची चूसता हुआ मस्त थी की बहन आहें भरने लगी ” आह उह ओह आआआह्ह्ह चूत में खुजली हो रही है
( मैं चूची मुंह से निकाल दिया ) तो घुसा दूं
( मैं हंस दी ) बिल्कुल ही गंवार हो क्या पहले चूची चूसो फिर बदन चूमो फिर मेरी चूत को तब तेरे लन्ड को चूसिंगी फिर घुसाना ” मैं तो सेक्स में नया ही था और अब उसके दूसरे चूची को मुंह में लिए चूसने लगा, उसका गोरा चेहरा सेब की तरह लाल हो चुका था तो मैं चूची मुंह से निकाल उसके सपाट पेट से लेकर कमर तक को चूमने लगा। रिमझिम अपने जांघ पर जांघ चढ़ाए लेटी थी तो मैं उसके कमर तक को चूम लिया फिर उसकी जांघों को चूमने लगा तो वो जांघों को खुद फेलाने लगी, अब मैं जांघ चूम उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा तो वो आहें भर रही थी ” आह उह उई आउच ” बुर में उंगली डाल कुरेदने लगा और वो कामुक हो चुकी थी फिर मैं उसकी चूत पर मुंह लगाए चुम्बन देने लगा, उसकी चूत की फांकें मोटी तो दरार फैली हुई साथ ही बुर पर हलके रोएं उग आए थे तभी मैं बुर को फैलाया और उसमें जीभ घुसाए चाटने लगा तो रिमझिम चूतड को थोडा उपर करने ल्धी ” आह उह उई बुर में कितनी गुदगुदी हो रही है रमन अब जल्दी से चाट कर उसका रस निकाल दे ” मैं बुर को चाटा तो योनि से मूत्र की बदबू आ रही थी सो जीभ निकाला फिर उंगली डाल कुरेदने लगा और चूत के ऊपरी हिस्से को जीभ से चाटता हुआ मस्त था, मेरा लन्ड तो टाईट होकर चूत में जाने को तैयार था लेकिन अभी रिमझिम मेरा लन्ड चूसती उसके बाद ही चूदाई का मजा लेना था, ” उह आह ओह मेरा निकल गया ” वो बोली तभी उंगली को चूत के रस का एहसास मिला और मैं बुर से उंगली निकाल छत के किनारे पर जाकर मूतने लगा फिर पानी से लन्ड धोकर बेड पर बैठा तो वो मुझे लिटा दी और फिर मेरे कमर के पास बैठ लन्ड पकड़े चूमने लगी, लन्ड का चमड़ा नीचे कर सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ते हुए मुंह खोली और मुंह में लन्ड लिए चूसने लगी, मैं तो ये सब पोर्न वीडियो में देखा था लेकिन हकीकत में बहुत मजा आ रहा था और फिर रिमझिम मेरे लन्ड मुंह में लिए चूसने लगी तो मैं तड़प उठा ” आह उह उई चूस चूस साली रण्डी मुझे बहुत मजा आ रहा है ” तो रिमझिम अब मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन का मजा देने लगी, मैं हाथ बढ़ाए उसके चूची को पकड़ दबाने लगा और उसका चेहरा देख समझ गया की वो काम वासना की दुनिया में खो चुकी है तो मैं अब उसके मुंह में ही धक्का देने लगा और वो लन्ड को कुछ देर में मुंह से निकाल ली फिर जीभ से चाटना शुरू की तो मैं अब चूदाई को आतुर था फिर रिमझिम नंगे ही छत के कोने में गई और बैठकर छर छर मूतने लगी, बुर को पानी से धोकर आई फिर बेड पर लेट जांघें फैलाई तो मैं उसकी चूत में उंगली की मदद से दवाई डालना चाहा तो वो हाथ पकड़ ली ” अबे साले दवाई आराम से घुसा ” फिर वो गर्भ निरोधक दवाई घुसाया और मेरी बगल में लेट मेरे गाल चूमने लगा तो मैं उसके पीठ सहलाने लगी ” शाम को तो बिना दवाई डाले चोदा था यदि पेट से हुई ना तो फिर सोचना ” वो चुप रहा और मैं लेटी रही, वो मेरे चेहरे और ओंठ को चूमता हुआ मस्त था तो फिर मैं अब रिमझिम को चित लिटाया फिर उसकी जांघों के बीच लन्ड पकड़े बैठ गया, अब सुपाड़ा सहित थोड़ा लन्ड चूत में डाल दिया फिर जोर से धक्का मार चोदने लगा तो रिमझिम के चेहरे पर कोई दर्द नहीं था आखिर वो पुरानी चुदक्कड हो चुकी थी और मैं धकाधक चूदाई करता हुआ उसके जिस्म पर लेट गया तो रिमझिम मेरे गाल चूम बोली ” कल मार्केट जाओगे तो एक प्रेगा किट ले आना ताकी पता कर सकूं की कहीं पेट से तो नहीं हो गई
( मैं चोदता हुआ ) अब चूतड उछाल तो सही मेरी रानी ” रिमझिम चूतड उछालना शुरू की तो मैं उसके मखमली बदन पर लेट धक्का दिए जा रहा था और फिर वो चूतड उछाल उछाल कर चुदाने में मस्त थी तो दोनों छत पर ही सम्भोग सुख ले रहे थे, मेरा लन्ड तो टाईट होकर लोहे का रॉड हो चुका था तो बहन की चूत गर्म हो चुकी थी और वो ” आह उह उई आआआआह और तेज चोद चोदकर मुझे रण्डी बना दे ” मैं तो अब झड़ने के करीब था और उसकी चूदाई करता हुआ हांफने लगा तो रिमझिम चूतड स्थिर किए चूदाई का आनंद ले रही थी और फिर वो कुछ देर में ही चूत में वीर्य स्खलित कर मेरे ऊपर लेटा रहा, कुछ देर बाद दोनों अलग हुए और मैं बुर को पानी से धोकर कपड़ा पहनी फिर अपने रूम में जाकर सो गई।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.