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शादी की सालगिरह बहन के साथ
#1
Heart शादी की सालगिरह बहन के साथ Heart















Heart
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#2
यदि आप अकेले हैं ,तो वर्षगांठ का उत्सव मनाने कितना कठिन हो जाता है

समीर ने ठंडी साँस ले कर अपने को ही बेहद अकेला महसूस किया इस सालगिरह पर. ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, उसकी पत्नी् समीरा प्रसव के लिए गई थी l
नई बंबई के उपनगरीय इलाके में छोटे से फ्लैट उसकी अनुपस्थिति में प्रेतवाधित घर की तरह लग रहा था ,उसने खुद को कोसा कि बच्चे के लिये जल्दी करने की क्या जरूरत थी ? मध्य दिसम्बर और सर्दियों का अद्भुत दिन था l
. वह खिड़की के बाहर हल्के कोहरे को अच्छी तरह से देख सकता हैl
याद आया कैसे उसके मन मे विषाद की हल्की रेखा ने जन्म लिया यह जानते हुए भी कि आज रात आफ़िस मे देर होगी ही, शायद बकाया काम उसके इस सद्य उठे विषाद से निजात दिलान मे मददगार साबित हो l

निराशा मे सिर हिलाते हुये ,उसने सोचा कि उसके पास अपनी छोटी बहन अस्मा से मिलने का वक्त ही नहीं बचा , जो लगभग एक घन्टे की ड्राइव की दूरी पर रह्ती हैl
पिछले साल शादी के तुरन्त बाद सर्दियों का सामना करने के लिए संघर्ष करना पड़ा l
अद्भुत थी यादें कि समीरा हमेशा आलिगंन्बद्ध रह्ती थी l

उसके मन मे विषाद की हल्की रेखा ने जन्म लिया यह जानते हुए भी कि आज रात आफ़िस मे देर होगी ही, शायद बकाया काम उसके इस सद्य उठे विषाद से निजात दिलान मे मददगार साबित हो l

निराशा मे सिर हिलाते हुये ,उसने सोचा कि उसके पास अपनी छोटी बहन आसिमा से मिलने का वक्त ही नहीं बचा , जो लगभग एक घन्टे की ड्राइव की दूरी पर रह्ती हैl


समीरा सालगिरह की बधाई के लिए कॉल करने वालों में पहली थी बार अब उसने गले मे एक निर्वात महसूस किया l पत्नी से बात की जो उसके पास से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर है lबातचीत के बीच में समीरा  आवाज टूट रही थी उसे दिलासा दिलाना आसान नहीं था l

संक्षिप्त बातचीत के बाद, समीर और  अधिक अकेला महसूस कर रहा था और पहले की तुलना में उदास भी l बस , वह बाथरूम में प्रवेश करने जा रहा था कि टेलीफोन एक बार फिर बजा. दूसरे छोर से परिचित आवाज सुन कर अपने को सहज महसूस कियाl
दूसरे छोर पर आवाज. यह आसिमा थी l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#3
शादी की सालगिरह मुबारक असिमा दूसरे छोर पर लगभग चिल्लाकर बोली


"धन्यवाद" समीर एक मुस्कानके साथ कह कर बधाई स्वीकार की
संयोग से मैं सिर्फ मिनट पहले तुम्हारे के बारे में सोच रहा था!


"मुझसे झूठ मत बोलो? " उसकी आवाज उसी उत्साह में लथपथ थी

"अरे ऎसा दिन है जब आपको अपनी बहन को याद नहीं करना चाहिए."

"अजीब बात है", समीर कुछ हद तकहल्के तौर पर वह हँसा l

"असल में मैं,"तुम्हें बुलाना चाह रहा था lमुझे आशंका है कि शायद हम लोग डिनर मे न मिल सके" l

मुझे आपसे इसी तरह है कि उम्मीद है असिमा ने हँसी से कहा l "मैं जानती हूँ कि अपनी नौकरी आपकी दूसरी पत्नी हैl

लेकिन, क्या आपको नहीं लगता है कि कम से कम महीने में एक बार तो मिल ही सकते हैं?
हम पास होकर भी दूर हैं. "

"सच है" समीर ने अपराध भावना के साथ स्वीकार किया. "मैं तुमसे नही मिल सका l
"

"इसी कारण मैं यहाँ हूँ" असिमा दूसरे छोर पर हँसी "मुड़ कर बाहर देखो l


समीर खिड़की की तरफ़ रवाना हुआ फिर गेट से असिमा को सेलुलर फोन पकड़े, आते हुए देखा . उनकी आँखों एक बार मिली और
गर्म मुस्कान का आदान - प्रदान कियाl समीर ने अपने
हैंडसेट बंद किया और दरवाजे की ओर भागा कि उसकी बहन अंदर आ जाओ उसने दाहिने हाथ आगे बढ़ाकर पहले दरवाजा खोला.

" सुखद आश्चर्य है!" समीर ने अपनी भावनाओ को प्रकट किए बिना ही मुस्कराया
वह अपनी बहन के विनम्र भाव से अति प्रसन्न हुआ l घर जो अब तक बिखरे सन्नाटे सी बियावान लगा रहा था अब

अचानक असिमा की उपस्थिति के साथ जीवंत हो गया और
जल्द ही भाई बहन कुछ अजीब विचार विमर्श में तल्लीन हो गय
ज़ोर जोर से हँसी कह्कहे गूँजने लगे ,माहौल मे रौनक सी छागई l

"आपका अपने नाश्ते के बारे मे क्या विचार है?असिमा नेहँसी में पूछा l

वह जानती थी कि उसके भाई में रसोईघर मेंखड़े होने का धैर्य कभी नहीं था l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#4
Heart शादी की सालगिरह बहन के साथ Heart
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#5
मस्त कहानियों में से एक किन्तु पोस्ट अधूरी मत छोड़ना।
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#6
शुक्रिया
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#7
Quote:शादी की सालगिरह बहन के साथ 


शादी की सालगिरह बहन के साथ - Xossip
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Nov 1, 2012 - 10 posts - ‎2 authors
मध्य दिसम्बर और सर्दियों का अद्भुत दिन था . वह खिड़की के बाहर हल्के कोहरे को अच्छी तरह से देख सकता है याद आया कैसे सलमा पिछले साल शादी के तुरन्त बाद सर्दियों का सामना करने के लिए संघर्ष करना पड़ा अद्भुत थी यादें कि सलमा ... Heart Heart
शादी की सालगिरह बहन के साथ - Xossip
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Nov 1, 2012 - 10 posts - ‎2 authors
मध्य दिसम्बर और सर्दियों का अद्भुत दिन था . वह खिड़की के बाहर हल्के कोहरे को अच्छी तरह से देख सकता है याद आया कैसे सलमा पिछले साल शादी के तुरन्त बाद सर्दियों का सामना करने के लिए संघर्ष करना पड़ा अद्भुत थी यादें कि सलमा ... Heart Heart
शादी की सालगिरह बहन के साथ - Xossip
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Sep 11, 2015 - मध्य दिसम्बर और सर्दियों का अद्भुत दिन था . वह खिड़की के बाहर हल्के कोहरे को अच्छी तरह से देख सकता है याद आया कैसे सलमा पिछले साल शादी के तुरन्त बाद सर्दियों का सामना करने के लिए संघर्ष करना पड़ा अद्भुत थी यादें कि सलमा ... Heart Heart


Quote:शादी की सालगिरह बहन के साथ 
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#8
कॉनटिनेंटल," समीर जोर से हँसा. "मक्खन के साथ ब्रेड." "मैंने भी यही सोचा था
Asma, "हँसी में शामिल हो गई, भाई के भावो से एक बार फिर
उसकी धारणा की पुष्टि हुई कि पुरुषों को रसोई घर के अंदर जाने से नफरत है ,
उसने अपने वैनिटी बैग से एक स्वच्छ पैकेट
खींच लिया जो अच्छी तरह से एक चमक पन्नी में लपेटा हुआ था.
समीर लगा उसमे जो भी है वह ब्रेड बटर से बेहतर ही होगा

” बहुत अच्छा है" समीर ने कहा सही मायने में असिमा की प्रशंसा की और
जल्द ही भाई बहन कुछ अजीब punctuated विचार विमर्श में तल्लीन हो गए


समीर अपनी बहन के चेहरे पर बात करते समय भावो मे आने वाले बदलाव को देख रहा था
यद्यपि असिमाउससे दो साल छोटी थी वह हमेशा अपने लंबे, घने और काले बालों की विशेष देख्भाल करती थी जो उसकी कमर के नीचे तक जाते थे l
सुबह सर्दियों हवा से बचाव के लिए उसने अपने चारों ओर एक सुर्ख लाल रंग का शाल लपेटा था l

वह अपने बाएं गाल पर डिम्पल के कारण हमेशा सुन्दर लगती थी विशेष रूप से जब वह मुस्कराती थी उसके
विवाहित जीवन के छह साल बाद भी स्तनों का आकार में अच्छी तरह से बना था l

[Image: archanagupta248.jpg]
ऐसी उदात्त सुंदरताके कारण परिवार में वह हमेशा से आकर्षण का केंद्र रही l

घर बहुत खाली खाली लग रहा है,कह्ते हुए भाँप लिया कि उसने उसे निहारते हुए देख लिया है l

तुम्हारी अगली साल गिरह पर नन्हा मुन्ना भी आ जाएगा" कह्ते हुए असिमा ने अपना दाहिना हाथ उसकी गोद मे रख दिया .
समीर के लिए असज स्थिति उठ खड़ी हुई ,क्योंकि किशोरावस्था के बाद उन्होने एक दूसरे को छुआ भी न था l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#9
"हाँ," समीर उसके सिर हिला बात की थी. "मैं इंतजार नहीं कर सकता." l

"मुझे यकीन है आप नहीं कर सकते हैं" असिमा हँसकर कहा l
"तुम हमेशा जल्दी बाजी मे रह्ते हो यही कारण है कि सलमा इतनी जल्दी गर्भवती हो गई l
उसके लिए यह एक सुखद टिप्पणी किसी भी प्रकार से नहीं थी फिर भी असिमा इस तरह की बाते अक्सर कर जाती थी l
समीर उसके वैवाहिक जीवन की निराशा से परीचित था l
हितेन उसका
पति व्यक्ति के रूप मे एक रत्न था. फिर भी हितेन अपने कारोबार की तुलना में
घर पर समय कम ही दे पाता था उसे अहसास था कि ही कि असिमा इस्से कुछ अधिक चाह्ती थी l
उस से थोड़ा बहुत ज्यादा की उम्मीद थी l

उसे आसानी से रिसेप्शनिस्ट रूप में एक नौकरी मिल गई l
एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में है और जल्द ही रिसेप्शनिस्ट के तौर प्र ठेठ उद्यमी महिला साबित हुई l

समीरा की देख रेख मे कोई कमी नहीं आनी चाहिये,बाप बनने के बाद उसे ऐसे ही न छोड़ देना l
समीर जानता था कि अपनी किसियाहट छुपाने के लिए वह एस तरह का दिखावा कर रही है l
उसने सोचा कि उसे दिलासा दिलाना ठीक रहेगा-

’"तुम हितेन के बारे में, ऐसा ख्याल दिल मे न लाओ आखिरकार वह तुम्हारे परिवार की खुशी के लिये ही तो ये सब कर रहे हैं l
अच्छा ठीक है ,औपचारिकत्त की आव्श्य्कता नहीं है,खड़े होते हुए समीर ने कहा,तुम्हे गरमागरम काफ़ी पिलाता हूँ l
असिमा ने उसकी बाँह पकड़्कर सोफ़े में खींचते हुए कहा, अब तुम औपचारिक हो रहे हो l
तुम्हे ठंड नहीं लग रही है,समीर ने प्रश्न किया ,मुझे लगता है कि एक क्प काफ़ी हो जाए l
इतनी दूर से मैं यहाँ सिर्फ एक कप कॉफी, के लिए नहीं आई हूँ "असिमा
शरारत से मुस्कुराई. "मैं सालगिरह अपने भाई को अच्छा नाश्ता खिलाने आई हूँ l
. " नाश्ते के लिए बहुत जल्दी है" समीर ने कहा यह सोच कर है कि उसकी
बहन पैकेट के बारे मे बात कर रही है जो वह लेकर आई है l

तुम भी हितेन की तरह कददू(बुद्धू) हो,असिमा ने उसके निकट आते हुए फ़ुसफ़ुसाते हुए कहा ,तुम्हारे सामने खड़ी हूँ,जिन्दा ! इससे बढ़िया नाश्ता क्या होगा?

समीर उसकी इस बात से अचंभित रह गया l निश्चित रूप से उसकी इस बात का मतलब समझकर हैरान नहीं था यह सच है कि समीरा से शादी से पहले उसके उभारों पर उसकी नजर रहती थीऔर वे सपने अब भी कहीं दिल की गहराइयों में ताजा थे कि काश एक बार वह अपनी बहन को ...
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#10
शादी की सालगिरह बहन के साथ - Page 2 - Xossip
https://www.xossip.com/showthread.php?p=45476604 - Translate this page
Nov 5, 2012 - 10 posts - ‎1 author
समीर उसकी इस बात से अचंभित रह गया l निश्चित रूप से उसकी इस बात का मतलब समझकर हैरान नहीं था यह सच है कि सलमा से शादी से पहले उसके उभारों पर उसकी नजर रहती थीऔर वे सपने अब भी कहीं दिल की गहराइयों में ताजा थे कि काश एक बार वह अपनी ...
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#11
अच्छा होगा कि मैं पार्सल खोल दूँ,कह कर अजीब तरह से मुस्कराते हुए कन्धे से खींच कर शाल उतार दिया l   अच्छी तरह से ढ्की गोलाइयों का अद्भुत नजारा समीर को पेश  किया जो भाव शून्य रूप से स्थिर हो कर बैठा था l

वह आलिव ग्रीन रंग का लो कट गले वाला चूड़ीदार सूट पहने थी जिसका 'v' कट गला कृत्रिम पत्थरों से सजा था l अद्भुत रेशम कढ़ाई आस्तीन और कंधों बाहोँ पर गजब ढा रही थी ,इन कपड़ो मे वह गजब की सुन्दर लग रही थी l उसके कुर्ते के दो बटन खुले थे जिनसे स्तनो के बीच की दरार की झलक मिलती थी l
उसके सुडौल आकार के स्तन के तीक्ष्ण किनारे इस बात की चुगली कर रहे थे कि उसने एकदम सही आकार की ब्रा पहन रखी है l
क्षणांश के लिए उसकी नजरें हवा में भटकने के बाद साहसपूर्वक उसके स्तनों पर जाकर ठहर गईं l
यह असामान्य क्षण उन दोनों के लिये रोमांचक क्षण था.




[Image: 7566%20b.jpg]
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#12
[Image: alexya_busty_seducer_for_scoreland_001.jpg]
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#13
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#14
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#15
चित्रों से काम नहीं चलेगा चित्राजी, कृपया मस्त कहानी भी दीजिये।
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#16
[Image: 6602787_013_0359.jpg]
[Image: 6602787_013_0359.jpg][Image: 317711_02big.jpg]

[Image: 317711_02big.jpg]

[Image: 6602787_013_0359.jpg]



समीर उसकी बहन के विपरीत स्थिर बैठा हुआ था. उसने अपने पैरों  को उसके पैरों के पार डाल कर
वह उसके सीने् पर झुकती चली गई और कहा कि "मैं चाहती हूँ कि
आप मुझे एक दिन के लिएसमीरा मान लें  l

समीर तुरंत पशु प्रवृत्ति द्वारा जीत लिया गया. जैसे ही उसने उसकी ओर अपना सिर झुकाना शुरू किया समीर नेअपने हाथों से उसके सिर को पकड़ा और अपनी ओर खींच लिया.l


उनके होंठ एक्क दूसरे के होंठो मे दब रहे थे ,और समीर की जीभ उसके मुँह के भीतर भ्रमण कर रही थी l
तभी समीर ने झट्का खाया और अपनी बहन को साथ में खींच कर फर्श पर पसर गया l
वह समीर के सीने से चिपकी हुई थी , समीर का उभार उसके जघन- प्रदेश में घुस जाना चाहता था वे एक दूसरे से आलिंगन्बद्ध फ़र्श पर लोट रहे थे  l




[Image: 546939_05big.jpg]
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#17
समीर उसकी स्वचालित जिज्ञासा से चकित था जैसा कि उसने
बेसब्री से समीर के पायजामे के नाड़े को खोला और बहुत ही जल्दी से पजामे को खींच कर अलग कर दिया
वह एक अनुभवी सवार की तरह उस पर चढ़ गई और उसके कठोर शरीर पर धक्के लगाने लगी l जैसा ही वह आगे झुकी उसके लंबे बा्लों ने उसके चेहरे को ढ्क लिया और उसके बालो के इत्र की खुशबू ने उस पर विजय प्राप्त की l
उसने अपने सिर को बग़ल में कर के उसके चेहरे को बालों के आवरण से मुक्त कर दिया l
और अपने होठों को उसके मुंह पर मजबूती से आरोपित कर दिया l
उसका दाहिना हाथ उसके
बालों के मध्य मे विचरण कर रहा था और जबकि उसका बाँया हाथ उसके पेट पर उत्तेजना की लहरें उठा रहा था l
उसके सारे शरीर पर सनसनीखेज लहरें. उसकी ब्रा उसके सीने के नीचे रगड़ खा रही थी और कपड़े के माध्यम से उभड़नेवाला निपल्स में गुदगुदी लग रही थी l
[Image: 546939_05big.jpg]
उसके होंठो ने कामुक यात्रा की शुरूआत
गाल, ठोड़ी और कान को चाट्ने से हुई . समीर अंदर के दानव ने बंधन तोड़ दिये और उसके हाथ बेसब्री से नितंबों पर वासनात्मक रूप से चल रहे थे

[Image: 570653_03big.jpg]



[Image: 499425_05big.jpg]


. उसने अपनी बहन के बारे मे सभी विचार खो दिये थे फर्श पर उसे अपने नियंत्रण मे करने के लिए
उसके शरीर पर चढ़ गया वह भी पीछे नहीं थी और उसने भी समीर की
कमर के चारों पैर लपेट और उसे अपनी तरफ़ पूरी ताकत लगा कर खींच लिया. वह अभी भी कमर के नीचे कपड़े पहने हुए थी फिर भी अपने शरीर से समीर को धक्के लगा रही थी l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#18
https://cdn.pornpics.com/pics/2011-04-04/7594_01big.jpg

[Image: 7594_01big.jpg]
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#19
[Image: 7594_02big.jpg]
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#20
[Image: ye_rojaithe_chusano_movie_romantic_song_...00_002.jpg]
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